12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स की पूरी जानकारी

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12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स

12वीं के बाद बीटेक में एडमिशन से पहले लेटेस्ट ट्रेंड्स को समझना जरूरी है, क्योंकि तकनीक तेजी से बदल रही है। अब पारंपरिक ब्रांचों जैसे सिविल, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस के अलावा AI, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में भी बीटेक कोर्स उपलब्ध हैं। ये कोर्स काफी डिमांड में हैं और इनमें डिग्री लेने पर देश-विदेश की बड़ी कंपनियों में अच्छी नौकरियों के अवसर मिल सकते हैं। इस लेख में 12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स की लिस्ट दी गई है, जिससे आप अपनी फील्ड के अनुसार उपयुक्त कोर्स चुन सकते हैं।

इंजीनियरिंग की प्रमुख ब्रांचेस कौन-कौन सी होती हैं? 

इंजीनियरिंग में छात्रों के पास कई विशेषज्ञता विकल्प होते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख ब्रांचेस इस प्रकार हैं: 

  • सिविल इंजीनियरिंग
  • केमिकल इंजीनियरिंग
  • बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
  • कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (CSE)
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE)

12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स के विकल्प

12वीं के बाद छात्र इंजीनियरिंग क्षेत्र में फुल टाइम या पार्ट टाइम कोर्स कर सकते हैं। यहां कुछ लोकप्रिय इंजीनियरिंग कोर्सेज की सूची दी गई है:

अंडरग्रेजुएट कोर्सेज 

  • Information Technology
  • Artificial Intelligence (AI)
  • Machine Learning (ML)
  • Data Science and Engineering
  • Cyber Security
  • Robotics and Automation
  • Civil Engineering
  • Polymer Engineering
  • Geotechnical Engineering
  • Genetic Engineering
  • Nuclear Engineering
  • Plastic Engineering
  • Mechanical Engineering 
  • Computer Science Engineering, 
  • Biomedical Engineering
  • Aeronautical Engineering 
  • Electrical Engineering
  • Aerospace Engineering
  • Biotechnology
  • Mechatronics
  • Agricultural Engineering
  • Marine Engineering
  • Petrochemical Engineering
  • Chemical Engineering
  • Mining Engineering
  • Power Engineering
  • Production Engineering
  • Food Processing and Technology
  • Dairy Technology and Engineering
  • Agricultural Information Technology
  • Infrastructure Engineering
विशेषताविवरण
अवधि4 वर्ष
डिग्री का प्रकारबैचलर डिग्री
मोड फुल टाइम 
पात्रताPCM के साथ 10+2
एडमिशन एंट्रेंस + काउंसलिंग 
एग्जामिनेशन का प्रकार सेमेस्टर वाइज 
अनुमानित फीस सरकारी कॉलेज – ₹25,000 – ₹1,00,000
निजी कॉलेज – ₹1,00,000 – ₹5,00,000 

डिप्लोमा कोर्सेस

  • Diploma in Civil Engineering
  • Diploma in Textile Design
  • Diploma in Textile Processing
  • Diploma in Textile Technology
  • Diploma in Metallurgy
  • Diploma in Medical Electronics
  • Diploma in Mining Engineering
  • Diploma in Chemical Engineering
  • Diploma in Civil Engineering
  • Diploma in Mechanical Engineering
  • Diploma in Computer Science Engineering
  • Diploma in Automobile Engineering
  • Diploma in Electrical Engineering
  • Diploma in Aeronautical Engineering
  • Diploma in Power Engineering
  • Diploma in Mechanical Engineering
  • Diploma in Instrumentation and Control Engineering
  • Diploma in Digital Electronics
  • Diploma in Petroleum Engineering
  • Diploma in Textile Engineering
  • Advance Diploma in Tool & Die Making
  • Diploma in Information Technology Enabled Services and Management
विशेषताविवरण
अवधितीन वर्ष 
डिग्री का प्रकारटेक्निकल डिग्री 
मोड फुल टाइम, पार्ट टाइम 
पात्रताछात्र कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।
एडमिशन एंट्रेंस + मेरिट 
एग्जामिनेशन का प्रकार सेमेस्टर वाइज 
अनुमानित फीस ₹10,000 से ₹5,00,000


PCM वाले छात्रों के लिए इंजीनियरिंग कोर्सेज

जिन छात्रों ने 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (PCM) विषय लिए हैं, वे इंजीनियरिंग की कई टेक्निकल और मुख्य ब्रांचेस में प्रवेश ले सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख इंजीनियरिंग कोर्सेज की सूची दी गई है, जो PCM स्टूडेंट्स के बीच लोकप्रिय मानी जाती हैं:

  • Civil Engineering
  • Computer Science & Engineering
  • Mechanical Engineering
  • Electrical Engineering
  • Electronics & Communication Engineering
  • Aerospace Engineering
  • Automobile Engineering
  • Chemical Engineering
  • Robotics Engineering
  • Mechatronics Engineering
  • AI & Data Science
  • Information Technology

PCB वाले छात्रों के लिए इंजीनियरिंग एवं तकनीकी कोर्सेज

जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) विषय लिए हैं, वे पारंपरिक B.Tech कोर्सेज में सीधे प्रवेश के पात्र नहीं होते। हालांकि, उनके लिए कुछ तकनीकी, हेल्थकेयर और अनुप्रयुक्त विज्ञान से जुड़े विशेष कोर्स उपलब्ध हैं, जिनकी लिस्ट नीचे दी गई है:

B.Tech / B.E. कोर्स 

  • Biotechnology Engineering
  • Biomedical Engineering
  • Genetic Engineering
  • Food Technology

B.Sc कोर्स 

  • B.Sc in Biotechnology
  • B.Sc in Microbiology
  • B.Sc in Forensic Science
  • B.Sc in Medical Lab Technology (MLT)
  • B.Sc in Environmental Science

बी.टेक. एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

एलिजिबिलिटीविवरण
शैक्षणिक योग्यताकिसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (या समकक्ष)
अनिवार्य विषयफिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (PCM)
न्यूनतम कुल अंक50% से 60% (संस्थान और श्रेणी के अनुसार)
प्रवेश परीक्षाJEE Main, JEE Advanced, WBJEE, KEAM, MHT CET, AP EAMCET, CUET, KCET, TS EAMCET और VITEEE

12वीं के बाद भारत में शीर्ष बी.टेक. प्रवेश परीक्षाएं 

प्रवेश परीक्षाकंडक्टिंग बॉडी उद्देश्यद्वारा स्वीकृत
JEE Main
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA)बैचलर इंजीनियरिंग के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाNITs, IIITs, CFTIs और कई निजी कॉलेज
JEE AdvancedIITs में से एक (रोटेशनल)IITs में बैचलर कोर्सेस में एडमिशन IITs
CUETराष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA)विश्वविद्यालयों में बैचलर कोर्सेस के लिए सामान्य प्रवेशकेंद्रीय, राज्य और निजी विश्वविद्यालय

12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स चुनने में आने वाली सामान्य परेशानियां

12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स का चुनाव करना छात्रों के लिए एक बड़ा निर्णय होता है, जिसमें उन्हें कई तरह की उलझनों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नीचे कुछ आम समस्याएं दी गई हैं, जो अधिकतर छात्र अनुभव करते हैं:

  • सही ब्रांच (जैसे CSE, Mechanical, Civil आदि) चुनने में भ्रम होना। 
  • JEE या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी न होना। 
  • कॉलेज की रैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और प्लेसमेंट रिकॉर्ड की स्पष्ट जानकारी का अभाव। 
  • PCM या PCB स्ट्रीम के अनुसार उपलब्ध विकल्पों की सीमित समझ। 
  • फुल-टाइम, पार्ट-टाइम और डिप्लोमा कोर्सेज में अंतर को लेकर असमंजस। 
  • माता-पिता या सामाजिक दबाव के कारण मनपसंद कोर्स न चुन पाना। 
  • कोर्स के बाद मिलने वाले करियर और नौकरी विकल्पों को लेकर स्पष्टता न होना। 
  • काउंसलिंग प्रक्रिया और उसमें सही निर्णय लेने की रणनीति की जानकारी न होना। 
  • फर्जी या मान्यता-रहित संस्थानों से जुड़े धोखे का डर। 
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, रोबोटिक्स जैसे उभरते क्षेत्रों के बारे में जानकारी की कमी। 

सही इंजीनियरिंग कोर्स चुनने के सुझाव

इंजीनियरिंग कोर्स का चयन करते समय कई छात्रों को दुविधा होती है। सही निर्णय लेने में मदद के लिए नीचे कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं:

  • अपनी रुचि और फील्ड को समझें। 
  • भविष्य में करियर की संभावनाओं पर रिसर्च करें।
  • हर ब्रांच का सिलेबस और स्कोप जानें।
  • ट्रेंडिंग और उभरते क्षेत्रों (AI, Data Science, आदि) की जानकारी लें।
  • करियर काउंसलर या सीनियर छात्रों से सलाह लें।
  • कॉलेज की मान्यता, फैकल्टी और प्लेसमेंट रिकॉर्ड जांचें।
  • सरकारी और प्राइवेट कॉलेज की तुलना करें।
  • कोर्स फीस और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखें।
  • इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल लर्निंग के अवसर देखें।
  • लॉन्ग-टर्म गोल (जैसे GATE, विदेश पढ़ाई, जॉब) को ध्यान में रखें।

यह भी पढ़ें: 12वीं के बाद फोटोग्राफर कैसे बनें?

FAQs 

इंजीनियर बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है?

इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले के लिए छात्रों को JEE Main, JEE Advanced, GATE, BITSAT, WBJEE, COMEDK जैसे एग्जाम पास करने होते हैं। इनमें मिली रैंक के आधार पर उन्हें कॉलेज आवंटित किया जाता है।

इंजीनियर बनने में कितने साल लगते हैं?

इंजीनियर बनने में आमतौर पर 4 साल लगते हैं, यदि आप 12वीं के बाद B.Tech या B.E. करते हैं।

इंजीनियरिंग में सबसे कठिन परीक्षा कौन सी है?

IIT JEE Advanced भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है और दुनिया की दूसरी सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है।

भविष्य के लिए इंजीनियरिंग में कौन सी शाखा सबसे अच्छी है?

वर्ष 2025 और भविष्य के लिए सबसे अच्छे इंजीनियरिंग कोर्स हैं- कंप्यूटर साइंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, रिन्यूएबल एनर्जी और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग।

हमें उम्मीद है कि इस लेख में आपको 12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स की पूरी जानकारी मिली होगी। ऐसे ही अन्य कोर्सेज से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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