Yamak Alankar क्या है, साथ ही जानिये इसके भेद और उदाहरण

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Yamak Alankar

यमक अलंकार अलंकारों की सीरीज में शामिल है। यमक अलंकार में एक शब्द का दो या दो से अधिक बार प्रयोग होता है और इस प्रयोग का अर्थ अलग-अलग होता है। यहां यमक अलंकार के परिभाषा और उदाहरण जानने के साथ ही Yamak Alankar के भेद जानेंगे।

यमक अलंकार क्या है?

यमक अलंकार (Yamak Alankar) में एक ही शब्द का दो या दो अधिक बार प्रयोग होता है, लेकिन इन शब्दों के अर्थ अलग-अलग होते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो जिस वाक्य में एक ही शब्द बार-बार आता है, लेकिन उस शब्द का अर्थ अलग है तो वहां पर Yamak Alankar आएगा। 

यमक अलंकार की परिभाषा

जिस वाक्य में एक ही शब्द की बार-बार पुनरावृत्ति होती है, लेकिन हर बार उस शब्दा का अर्थ अलग-अलग होता है तो उसे वहां पर यमक अलंकार आता है। जैसे- कनक-कनक ते सौ गुनी , मादकता अधिकाय। या खाए बौराय जग, या पाए बौराय। इस में कनक शब्द का दो बार प्रयोग हुआ है, लेकिन एक कनक का अर्थ है सोना और दूसरे कनक का अर्थ है धतूरा।

यमक अलंकार के भेद

यमक अलंकार के दो भेद होते हैं, जोकि इस प्रकार बताए गए हैंः

1- अभंग पद यमक- जब किसी भी शब्द को बिना तोड़े एक ही रूप में कई बार अलग-अलग अर्थों में प्रयोग किया जाता है तो वहां पर अभंग पद यमक माना जाता है।

2- सभंग पद यमक- जोड़-तोड़ कर एक जैसे वर्ण समूह (शब्द) की आवृत्ति होती है और उसे अलग-अलग अर्थों की प्रकृति होती है या निरर्थक होता है तो वहां पर सभंग पद यमक आता है।

Yamak Alankar के 10 उदाहरण मीनिंग सहित

Yamak Alankar जानने के साथ ही यह समझना जरूरी है कि हम वाक्यों या पदों में यमक अलंकार को कैसे जान पाएंगे, इसलिए यहां कुछ उदाहरण मीनिंग के साथ बताए जा रहे हैंः

1- कनक-कनक तै सौ गुनी मादकता अधिकाय- इस वाक्य में एक कनक (सोना) और दूसरा कनक (धतूरा) है। इसका मतलब सोना और धतूरा का नशा 100 गुना होता है।

2- कहे कवि बेनी, बेनी व्याल की चुराइ लीनी- इस वाक्य में एक बेनी (कवी) और दूसरी बेनी का मतलब (चोटी) है।

3- पास ही रे हीरे की खान, खोजता कहां और नादान- इस वाक्य में हीरे (होना) और दूसरे हीरे का मतलब आभूषण है और यहां निकट ही हीरे की खान है फिर भी लोग भटकते हैं का मतलब है।

4- काली घटा का घमंड घटा-  इस वाक्य में घटा (बादल) घटा (कम होना) है। इसका मतलब है कि घनघोर काले बादल का घमंड कम हुआ है।

5- तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती है- इस वाक्य में बेर (समय) और दूसरा बेर (फल) है और इसका मतलब तीन समय बेर खाती थी तीन मात्रा में।

6- तब हार पहार से लागत है, अब आनि के बीच पहार परे- इस वाक्य में एक पहार (पर्वत) और दूसरे पहार का मतलब विशाल है।

7- तेलनि तुलनि पूछ जरि, जरी लंक जराई जरी- इस वाक्य में एक जरी (जल गई) और दूसरी जरी का मतलब जड़ी हुई है। 

8- जीवन का अंतिम धेय स्वयं जीवन है- इस वाक्य में जीवन (श्वास लेता शरीर) और दूसरे जीवन का मतलब संघर्ष बताया गया है।

9- लहर-लहर कर यदि चूमे तो, किंचित विचलित मत होना- इस वाक्य में लहर (तूफान) और दूसरे लह का मतलब संघर्ष से है, इसलिए यहां यमक अलंकार है।

10- रती-रती सोभा सब रती के सरीर के- इस वाक्य में रती (शरीर) व दूसरे रती (सुंदरता) और तीसरे रती का मतलब (अप्सरा) है।

यमक अलंकार से जुड़े प्रश्न-उत्तर

यमक अलंकार से जुड़े प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं और बोर्ड परीक्षाओं में पूछे जाते हैं, इसलिए यहां यमक अलंकार से जुड़े कुछ प्रश्न व उनके उत्तर दिए जा रहे हैंः

1- जहां शब्दों की आवृत्ति हो और अर्थ अलग-अलग हो, वहां कौन सा अलंकार होता है?

उत्तर- यमक अलंकार।

2- तीन बेर खाती सो वे तीन बैर खाती है पंक्ति में कौन सा अलंकार है?

उत्तर- यमक अलंकार।

3- कला घटा का घमंड घटा में कौन सा अलंकार है?

उत्तर- यमक अलंकार।

4- पीपर पात सरस मन डोला वाक्य में कौन सा अलंकार है?

उत्तर- यमक अलंकार।

5- यमक अलंकार के कितने भेद हैं?

उत्तर- यमक अलंकार के 2 भेद होते हैं।

यमक अलंकार से जुड़े MCQs

यहां यमक अलंकार से जुड़े MCQs दिए जा रहे हैं, जिनका आंसर करके आप अपनी तैयारी को परख सकते हैंः

1- अलंकार को कितने वर्गों में बांटा जा सकता है?

  1. एक
  2. दो
  3. तीन
  4. चार

उत्तर- दो।

2- यमक अलंकार के कितने भेद हैं?

  1. दो
  2. तीन
  3. चार
  4. एक

उत्तर- दो।

3- सेस महेस गनेस दिनेस सुरेसहु जाहि निरंतर गावैं में कौन सा अलंकार है?

  1. रूपक अलंकार
  2. उत्प्रेक्षा अलंकार
  3. अनुप्रास अलंकार
  4. अतिश्योक्ति अलंकार

उत्तर- अनुप्रास अलंकार।

4-  अर्थालंकार के कितने प्रकार होते हैं?

  1. पांच
  2. दस
  3. सात
  4. आठ

उत्तर- पांच।

5- उपमा अलंकार के कितने अंग है?

  1. एक
  2. चार
  3. नौ
  4. सात

उत्तर- चार।

FAQs

यमक अलंकार की पहचान कैसे की जाती है?

यमक अलंकार में एक ही शब्द के दो अर्थ होते हैं।

यमक अलंकार के कितने भेद है?

यमक अलंकार के 2 भेद हैं।

अभंग पद यमक क्या है?

जब किसी भी शब्द को बिना तोड़े एक ही रूप में कई बार अलग-अलग अर्थों में प्रयोग किया जाता है तो वहां पर अभंग पद यमक माना जाता है।

आशा है कि आपको Yamak Alankar क्या है के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आपको यह ब्लॉग पसंद आया है तो इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करें। हिंदी व्याकरण के अन्य ज्ञानवर्धक ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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