Tehri Dam in Hindi: जानिए भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में 

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Tehri dam in Hindi

टिहरी बांध टिहरी बांध विकास प्रयोजना का एक प्राथमिक बांध है। यह भारत के उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले में स्थित है। इसे स्वामी रामतीर्थ बाँध भी कहा जाता है। यह बांध हिमालय की दो प्रमुख नदियों गंगा की सहायक नदियों भागीरथी और भीलांगना के संगम पर इसे बनाया गया है।  यहाँ tehri dam in Hindi के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है।  

Tehri Dam in Hindi 

Tehri Dam in Hindi परियोजना के लिए प्राथमिक जांच से सम्बंधित कार्य 1961 में पूरा कर लिया गया था। इसके बाद इसका मसौदा तैयार करने का काम 1992 में हुआ।  इसके लिए 600मेगा वाट का बिजली संयंत्र लगाया गया। इसके निर्माण का कार्य 1978 में पूरा हो गया था लेकिन कुछ पर्यावरणीय कारणों से इसके निर्माण में देर हो गई और इसका निर्माण कार्य 2006 में पूरा हो पाया 

बिजली परियोजना से लाभ मे आने वाले राज्य और इसकी क्षमता

  • इस बाँध से 2400 मेगावाट विद्युत उत्पादन, 270,000 हेक्टर क्षेत्र की सिंचाई और प्रतिदिन 102.20 करोड़ लीटर पेयजल दिल्ली, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड को उपलब्ध कराना है।
  • टिहरी बांध परियोजना हेतु प्राथमिक जांच का काम 1961 में पूर्ण हो गया था। इसके बाद इसकी रूपरेखा तय करने का कार्य 1972 में हुआ। इसके लिए 600 एमडबल्यू का बिजली संयंत्र लगाया गया। इसके निर्माण का कार्य 1978 में शुरू हुआ, लेकिन आर्थिक, पर्यावरणीय आदि प्रभाव के कारण इसमें देरी हुई। इसके निर्माण का कार्य 2006 में पूरा हो गया।
  • इस बांध से पूरी तरह से डूबे टिहरी शहर और 23 गांवों, जबकि 72 अन्य गांवों को आंशिक रूप से लाभ होगा, यद्यपि भविष्य में भारत सरकार द्वारा चलाए गए कार्यक्रम ग्रिड जोडो परियोजना के तहत इसे जोड़ा जाएगा, जिस से विधुत का प्रवाह अन्य राज्यों में भी होगा।

टिहरी बांध पर शुरू की गई परियोजनाएं 

टिहरी बांध पर मुख्य रूप से तीन परियोजनाएं शुरू की गई हैं: 

  1. कोटेशवर जल विद्युत परियोजना – 400 मेगावाट
  2. टिहरी पम्प स्टोरेज परियोजना – 1000 मेगावाट
  • वर्तमान में इसकी स्थापित क्षमता 2400 मेगावाट है। ‘भारत सरकार’ ने यहाँ अतिरिक्त 1000 मेगावाट की इकाई लगाने की मंज़ूरी दे दी है।
  • टिहरी बाँध परियोजना पर केंद्र सरकार ने 75 प्रतिशत व राज्य सरकार ने 25 प्रतिशत धन व्यय किया है।
  • यह परियोजना हिमालय के केंद्रीय क्षेत्र में स्थित है। यहाँ आस-पास 6.8 से 8.5 तीव्रता के भूकंप आने का अनुमान लगाया गया है। इस कारण इस बाँध का भारी विरोध भी हो रहा है।

टिहरी बांध के टूट जाने पर संभावित खतरे 

यदि टिहरी बांध टूट जाता है तो यह निम्नलिखित कारणों से खतरनाक साबित हो सकता है : 

  • संसद की समिति ने अपने द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट में बताया है कि टिहरी बांध के कारन टिहरी क्षेत्र में वृक्षारोपण करना संभव नहीं हो पा रहा है जिसके कारण इस क्षेत्र में भूस्खलन का ख़तरा पैदा हो गया है। 
  • कुछ वैज्ञानिकों का ऐसा अनुमान है कि यदि किसी दुर्घटना के कारण टिहरी बांध टूट जाता है तो इससे उत्तराखंड के दो प्रमुख नगर ऋषिकेश और हरिद्वार पूरी तरह से डूब जाएंगे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मेरठ और बुलंदशहर जिले भी पूर्ण रूप से जलमग्न हो जाएंगे।  

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Tehri Dam in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। जनरल नॉलेज से जुड़े इसी प्रकार के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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