एकल उपयोग प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ाकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक मुख्य रूप से पारिस्थितिकी तंत्र और वन्यजीवों को नुकसान पहुँचाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक से होने वाले नकारात्मक प्रभावों को जानने से छात्रों को हमारे पर्यावरण की रक्षा करने और प्लास्टिक कचरे दुष्प्रभाव को समझने में मदद मिलती है। एकल उपयोग प्लास्टिक एक विश्वव्यापी समस्या है क्योंकि यह पूरे विश्व में प्लास्टिक के प्रदूषण में बड़ी भूमिका निभाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक बारे में जानने से छात्रों को वैश्विक चुनौतियों और समाधानों के बारे में जानकारी मिलती है। छात्रों को अक्सर एकल उपयोग प्लास्टिक पर निबंध लिखने को दिया जाता है। इस ब्लॉग में एकल उपयोग प्लास्टिक पर निबंध के कुछ सैंपल दिए गए हैं।
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एकल उपयोग प्लास्टिक पर 100 शब्दों में निबंध
एकल उपयोग प्लास्टिक, प्लास्टिक के कचरे को बढ़ाकर पर्यावरणीय प्रदूषण को बढ़ावा देता है। एकल उपयोग प्लास्टिक उपयोग पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ा है। एकल उपयोग प्लास्टिक वन्यजीवों, पर्यावरण और पूरे ग्रह नकारात्मक प्रभाव पैदा करता है। जब एकल उपयोग प्लास्टिक का उत्पादन होता है तब जीवाश्म ईंधन का बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है। जीवाश्म ईंधन का यह प्रयोग वातावरण में ग्रीन हाउस जैसे छोड़ता है। इस कारण से जलवायु परिवर्तन और अधिक तेजी से होता है। एकल उपयोग प्लास्टिक को फेंकने के बाद में उसे विघटित होने में कई सालों का समय लग जाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक की वजह से समुद्र में प्लास्टिक का कचरा इकट्ठा हो रहा है। एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण वन्यजीवों, पक्षियों, मछलियों और मनुष्यों के साथ सभी जीवों को नुकसान होता है। वर्तमान समय में एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करना अत्यंत आवश्यक है।
एकल उपयोग प्लास्टिक पर 200 शब्दों में निबंध
एकल उपयोग प्लास्टिक पर निबंध 200 शब्दों में निबंध नीचे दिया गया है:
प्लास्टिक का उपयोग दुनिया भर में बहुत बड़े स्तर पर किया जाता है। वर्तमान समय में प्लास्टिक लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है। प्लास्टिक के इतने अधिक उपयोग के कारण प्लास्टिक से होने वाला कचरा पर्यावरण के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गया है। एकल उपयोग प्लास्टिक सर्वाधिक हानिकारक होती है क्योंकि इसका केवल एक ही बार प्रयोग किया जाता है। स्नैक्स के लिए उपयोग की जाने वाली प्लास्टिक, बोतलें, प्लास्टिक स्ट्रॉ और पैकेजिंग के सामान ये सभी एकल उपयोग प्लास्टिक के कुछ उदाहरण हैं। ये एकल उपयोग प्लास्टिक के उत्पाद हमारे लिए सुविधाजनक तो हैं लेकिन इनसे पर्यावरण को बहुत अधिक खतरा होता है।
दुनिया भर में इस एकल उपयोग प्लास्टिक से बहुत बड़ी मात्रा में प्रदूषण होता है। इस प्लास्टिक का एक बार उपयोग करके फेंक दिए जाने के बाद इसे विघटित होने में कई सालों का समय लग जाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक से लैंडफिल और समुद्र में भी बड़ी मात्रा में कचरा बनता है। इस एकल उपयोग प्लास्टिक से हानिकारक रसायन निकलते हैं जिनसे मिट्टी, पानी और हवा प्रदूषित होती है। जब इस एकल उपयोग प्लास्टिक का उत्पादन किया जाता है तब जीवाश्म ईंधन को बड़ी मात्रा में प्रयोग में लिया जाता है। जीवाश्म ईंधन के इस प्रयोग के कारण ग्रीनहाउस गैस से निकलते हैं और जलवायु परिवर्तन होता है। एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करने के लिए सरकारों और व्यवसायों को साथ मिलकर काम करना चाहिए। लोगों को प्लास्टिक की जगह उन उत्पादों का उपयोग करना चाहिए जो कपड़े ये किसी अन्य पदार्थ से बनें हैं।
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एकल उपयोग प्लास्टिक पर 500 शब्दों में निबंध
एकल उपयोग प्लास्टिक पर निबंध 500 शब्दों में नीचे दिया गया है :
प्रस्तावना
दुनिया भर में एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग बड़ी मात्रा में किया जाता है। एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग के कारण कचरे और प्रदूषण में भी बहुत तेजी से वृद्धि हुई है। पर्यावरण पर एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण गंभीर दुष्प्रभाव पड़ता है। एकल उपयोग प्लास्टिक से समुद्र और लैंडफिल में इक्कठा होकर इसे दूषित करता है। इसकी वजह से मिट्टी, पानी और हवा भी प्रदूषित हो जाती है। एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण ज़हरीले रसायन वातावरण में फैल जाते हैं जिससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कई समुद्री जीवों के पेट में प्लास्टिक का कचरा पाया जाता है जिससे यह पता चलता है कि यह दुनिया के हर कोने में पहुंच चुका है।
एकल उपयोग प्लास्टिक क्या है?
एकल उपयोग प्लास्टिक वह प्लास्टिक सामग्री है जिसे केवल एक बार उपयोग करने के बाद में फेंक दिया जाता है। यह प्लास्टिक जल्दी नष्ट नहीं होती है, यह लंबे समय तक पर्यावरण में बनी रहती है। इसकी वजह से प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती हैं। किराने की दुकानों में इस्तेमाल किए जाने वाले पतले प्लास्टिक के बैग, पानी, सॉफ्ट ड्रिंक, पेय पदार्थ पीने के लिए उपयोग में आने वाली प्लास्टिक की स्ट्रॉ और पार्टियों और इवेंट्स में उपयोग होने वाले डिस्पोजेबल कप, प्लेटें और चम्मच एकल उपयोग प्लास्टिक के कुछ प्रमुख उदाहरण हैं।
एकल उपयोग प्लास्टिक का इतिहास
एकल उपयोग प्लास्टिक का इतिहास 20वीं सदी की शुरुआत से जुड़ा है। तब के समय में ही प्लास्टिक का उत्पादन बढ़ने लगा था। प्लास्टिक का विकास 19वीं सदी के अंत में हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध में भी उपयोग लिए जाने के बाद में 1950-1960 के दशक में इसका उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाने लगा। तब के समय में ही ऐसी बोतलों और थैलियों का निर्माण किया जाता था जो केवल एक बार उपयोग की जाती थी। 1970 के बाद में प्लास्टिक के बैग, स्ट्रॉ, कप, प्लेट, और कटलरी का उत्पादन और उपयोग काफी बढ़ गया था। क्योंकि प्लास्टिक बहुत अधिक सस्ती होती है इसलिए लोग भी इसका बड़ी मात्रा में उपयोग करते थे।
एकल उपयोग प्लास्टिक से होने वाले नकारात्मक प्रभाव
एकल उपयोग प्लास्टिक के जीवों और पर्यावरण पर कईं सारे नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। एकल उपयोग प्लास्टिक से होने वाले नकारात्मक प्रभाव निम्न प्रकार हैं :
- एकल उपयोग प्लास्टिक नष्ट नहीं होती है। यह विघटित होने में सैकड़ों वर्षों का समय ले लेती है। प्लास्टिक बैग, बोतलें, और अन्य वस्तुएं भूमि और जल स्रोतों को प्रदूषित करती हैं।
- प्लास्टिक कचरा नदियों और महासागरों में पहुँचकर समुद्री जीवों के लिए बड़ा खतरा बन जाता है। मछलियाँ, कछुए, और पक्षी इसे गलती से खा लेते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है।
- प्लास्टिक धीरे-धीरे छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है, इसे माइक्रोप्लास्टिक कहा जाता है। यह जल और मिट्टी में मिलकर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है।
- एकल उपयोग प्लास्टिक में हानिकारक रसायन होते हैं। ये रसायन मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। ये रसायन प्लास्टिक के टूटने या जलने पर निकलते हैं।
- कई बार लोग माइक्रोप्लास्टिक के जल, भोजन और हवा में मिलने से लोग अनजाने में इसका सेवन कर लेते हैं जिससे स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।
- प्लास्टिक कचरे के जलने से हानिकारक गैसें निकलती हैं। ये गैसें फेफड़ों और त्वचा के लिए नुकसानदायक हैं।
- प्लास्टिक के टुकड़ों को कई बार जंतु खाना समझ लेते हैं। यह उनके पेट में यह भर जाता है और उन्हें भूख महसूस नहीं होती है।
- प्लास्टिक के निर्माण में बड़ी मात्रा में पेट्रोलियम और ऊर्जा का उपयोग होता है। इस कारण से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है और जलवायु परिवर्तन की समस्या बढ़ती है।
एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करने प्रयास और पहल
एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करने के लिए पूरी दुनिया में कई प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारें, कई संगठन, और आम जनता इस समस्या के समाधान में योगदान दे रहे हैं।
- कई देशों ने एकल उपयोग प्लास्टिक उत्पादों पर प्रतिबंध लगाए हैं। इनमें प्लास्टिक बैग, स्ट्रॉ, कप, और कटलरी आदि आते हैं। भारत, कनाडा, फ्रांस, और केन्या जैसे देशों ने अलग-अलग प्रकार के एकल उपयोग प्लास्टिक उत्पादों पर प्रतिबंध लगाए हैं।
- कुछ देशों में प्लास्टिक बैग के उपयोग को कम करने के लिए इन पर कर या शुल्क लगाया जाता है। ये आयरलैंड और ब्रिटेन प्रमुख हैं।
- सरकारें प्लास्टिक के पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नीतियाँ बना रही हैं। इनका उद्देश्य एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को कम करना है।
- स्कूलों, कॉलेजों और अन्य जगहों पर प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों पर जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं। इन सभी अभियानों में एकल उपयोग प्लास्टिक के स्थान पर स्थायी विकल्पों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाता है।
उपसंहार
एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को कम करना बहुत अधिक महत्वपूर्ण है। एकल उपयोग प्लास्टिक के नकारात्मक प्रभाव से पर्यावरण, मानव, जंतु जीवन को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रहे हैं। सही लोगों के द्वारा मिलकर किया जाने वाले प्रयासों से ही हम इस दिशा में बदलाव ला सकते हैं। एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में भी सचेत और जिम्मेदार होना होगा। हम सभी को एकल उपयोग प्लास्टिक से मुक्त जीवन शैली अपनानी चाहिए और अपने जीवन में प्लास्टिक के उपयोग को कम करना चाहिए।
एकल उपयोग प्लास्टिक पर 10 लाइन
एकल उपयोग प्लास्टिक पर 10 लाइन नीचे दी गई हैं :
- एकल उपयोग प्लास्टिक प्लास्टिक उत्पाद हैं, जो केवल एक बार उपयोग के बाद फेंक दिए जाते हैं। इनमें प्लास्टिक बैग, बोतलें, स्ट्रॉ आदि प्रमुख हैं।
- यह प्लास्टिक सैकड़ों वर्षों तक पर्यावरण में बनी रहती है। इससे भूमि और जल स्रोत प्रदूषित होते हैं।
- समुद्रों में प्लास्टिक का कचरा समुद्री जीवों के लिए गंभीर खतरा बनता है। वे इसे गलती से खा लेते हैं।
- एकल उपयोग प्लास्टिक में मौजूद हानिकारक रसायन मानव स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
- प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण, जिन्हें माइक्रोप्लास्टिक कहते हैं। यह कण जल, भोजन और वायु में मिलकर मानव जीवन को प्रभावित करते हैं।
- कई देशों ने एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
- कपड़े, जूट, और पुनः उपयोग योग्य धातु के उत्पाद एकल उपयोग प्लास्टिक का बेहतर विकल्प हैं।
- प्लास्टिक के पुनर्चक्रण और अपशिष्ट प्रबंधन के उपायों से इसके नकारात्मक प्रभावों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
- प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में जागरूकता और जिम्मेदारी से काम लेना होगा।
- एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग कम करके हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।
FAQs
सिंगल-यूज प्लास्टिक उत्पाद (SUP) एक बार या थोड़े समय के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, उसके बाद उन्हें फेंक दिया जाता है। पर्यावरण और हमारे स्वास्थ्य पर इस प्लास्टिक कचरे का प्रभाव वैश्विक है और यह बहुत बड़ा हो सकता है। सिंगल-यूज प्लास्टिक उत्पादों के हमारे समुद्रों में फिर से इस्तेमाल किए जाने वाले विकल्पों की तुलना में खत्म होने की संभावना अधिक है।
इस प्रदूषण का जलीय और स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। प्लास्टिक का मलबा वन्यजीवों को घायल करता है और मारता है, या तो उलझने से या निगलने से। इसके अलावा, जैसे-जैसे प्लास्टिक सड़ता है, यह जहरीले रसायन छोड़ता है जो मनुष्यों और जानवरों दोनों को समान रूप से नुकसान पहुँचा सकते हैं।
यह सभी जीवित चीजों के साथ-साथ उनके आवासों के लिए अविश्वसनीय रूप से हानिकारक है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि प्लास्टिक पर्यावरण में सदियों तक रहता है, वन्यजीवों को खतरे में डालता है और विषाक्त पदार्थ फैलाता है। हर साल हमारे महासागरों में 12 मिलियन टन प्लास्टिक डाला जाता है।
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