सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का जीवन परिचय और उपलब्धियाँ

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Ratan Tata Biography in Hindi

रतन टाटा भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रेरणादायक उद्योगपतियों में से एक हैं। वे टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन हैं और अपनी व्यावसायिक कुशलता, दूरदर्शिता, सादगी तथा समाजसेवा के लिए देश-विदेश में सम्मानित किए गए हैं। रतन टाटा को भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से सम्मानित किया गया है।

इसके अतिरिक्त, उन्हें उरुग्वे सरकार द्वारा ‘ऑर्डर ऑफ द ओरिएंटल रिपब्लिक ऑफ उरुग्वे’, ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा ‘नाइट कमांडर ऑफ द मोस्ट एक्सेलेंट ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर’ तथा जापान सरकार द्वारा ‘ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ द राइजिंग सन’ से सम्मानित किया जा चुका है। रतन टाटा का जीवन परिचय और उनकी प्रेरणादायक उपलब्धियाँ जानने के लिए यह लेख पढ़ें।

मूल नाम रतन नवल टाटा
जन्म 28 दिसंबर, 1937
जन्म स्थान मुंबई, महाराष्ट्र 
पिता का नाम नवल टाटा  (Naval Tata)
माता का नाम सूनी टाटा (Sooni Tata)
शिक्षा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (1975) कॉर्नेल विश्वविद्यालय (1959) 
पेशा टाटा संस और टाटा समूह की पूर्व अध्यक्ष, परोपकारी निवेशक 
पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) 
पुस्तकें The Wit & Wisdom of Ratan Tata, From Steel To Cellular
निधन 9 अक्टूबर, 2024
जीवनकाल 86 वर्ष 
प्रसिद्ध उद्धरण“मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं रखता। मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही बनाता हूं।”

रतन टाटा की जीवनी

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बंबई, ब्रिटिश भारत (अब मुंबई) में हुआ था। उनका पूरा नाम ‘रतन नवल टाटा’ (Ratan Naval Tata) है। उनके पिता का नाम ‘नवल टाटा’ और माता का नाम ‘सूनी टाटा’ था। रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूल और कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने शिमला के बिशप कॉटन स्कूल और न्यूयॉर्क के रिवरडेल कंट्री स्कूल में भी अध्ययन किया।

वर्ष 1959 में वे उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका स्थित कॉर्नेल विश्वविद्यालय गए, जहाँ उन्होंने आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बाद में वे हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल से ‘एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम’ (AMP) के तहत भी जुड़े

टाटा संस के अध्यक्ष बने 

वर्ष 1991 में जब ‘जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा’ (J.R.D. Tata) ने ‘टाटा संस’ (Tata Sons) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, तब उन्होंने रतन टाटा (Ratan Tata) को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया। रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने नए कीर्तिमान स्थापित किए। उनके कार्यकाल के दौरान टाटा समूह ने जगुआर और लैंड रोवर (Jaguar–Land Rover), टेटली टी (Tetley Tea) तथा कोरस ग्रुप (Corus Group) जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिग्रहण किया।

इन रणनीतिक अधिग्रहणों के माध्यम से टाटा समूह एक भारत-केंद्रित संगठन से एक वैश्विक व्यापार समूह के रूप में परिवर्तित हो गया। बताया जाता है कि ‘टाटा नैनो’ कार रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसे वर्ष 2008 में लॉन्च किया गया था। यह दुनिया की सबसे सस्ती कार मानी जाती है, जिसे विशेष रूप से भारत के मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया था।

एक लंबे कार्यकाल के बाद रतन टाटा ने 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर टाटा संस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ‘साइरस मिस्त्री’ को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया। हालांकि, बाद में साइरस मिस्त्री को इस पद से हटा दिया गया और रतन टाटा को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया। तत्पश्चात, टाटा संस की चयन समिति ने 12 जनवरी 2017 को ‘नटराजन चंद्रशेखरन’ (Natarajan Chandrasekaran) को टाटा संस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया, जो वर्ष 2017 से अब तक इस पद पर कार्यरत हैं।

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पुरस्कार एवं सम्मान

अपने जीवनकाल में रतन टाटा को अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनमें से प्रमुख सम्मान नीचे दिए गए हैं:-

वर्ष नाम पुरस्कार देने वाला देश व संगठन 
2000पद्म भूषणभारत सरकार
2001 ओरिएंटल रिपब्लिक ऑफ उरुग्वे का पदकउरुग्वे सरकार 
2008पद्म विभूषणभारत सरकार
2008 मानद नागरिक पुरस्कारसिंगापुर सरकार
2009 नाइट कमांडर ऑफ़ द मोस्ट एक्सेलेंट ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायरमहारानी एलिजाबेथ द्वितीय
2009 इतालवी गणराज्य का ऑर्डर ऑफ मेरिट इटली सरकार
2016 लीजन ऑफ ऑनरफ़्रांस सरकार
2021 असम बैभवअसम सरकार
Image Source –  Wikipedia (तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल वर्ष 2008 में राष्ट्रपति भवन में रतन टाटा को पद्म विभूषण प्रदान करती हुईं।) 

मुंबई में ली अंतिम सांस 

रतन टाटा बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। 9 अक्टूबर 2024 को 86 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। वह हमेशा अपने परोपकारी कार्यों के लिए याद किए जाएंगे।

रतन टाटा की पुस्तकें

रतन टाटा एक दिग्गज भारतीय व्यापारी, निवेशक, परोपकारी और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक लेखक भी थे। उन्होंने दो पुस्तकें भी लिखी थीं, जिनके नाम इस प्रकार हैं:

  • The Wit & Wisdom of Ratan Tata
  • From Steel To Cellular

FAQs 

रतन टाटा का जन्म कहाँ हुआ था?

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बंबई, ब्रिटिश भारत (अब मुंबई) में हुआ था। 

रतन टाटा के कितने बच्चे हैं?

रतन टाटा ने शादी नहीं की थी और उनकी कोई संतान नहीं है। 

रतन टाटा के माता-पिता का नाम क्या था?

उनकी माता का नाम सूनी टाटा और पिता का नाम नवल टाटा था। 

रतन टाटा का निधन कहां हुआ था?

रतन टाटा का निधन मुंबई के मशहूर ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ था। 

रतन टाटा किस धर्म से है?

रतन टाटा पारसी समुदाय से आते हैं। 

रतन टाटा को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है? 

रतन टाटा को कई पुरस्कारों से सम्मानित गया है, जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया गया ‘पद्म भूषण’ (2000) और ‘पद्म विभूषण’ (2008) प्रमुख हैं।

रतन टाटा ने टाटा समूह का नेतृत्व कब संभाला?

रतन टाटा ने वर्ष 1991 में टाटा समूह के अध्यक्ष का पद संभाला और 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर उन्होंने 28 दिसंबर 2012 को टाटा समूह के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

रतन टाटा ने कौन-कौन सी महत्वपूर्ण कंपनियों का अधिग्रहण किया था?

रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए जिनमें जगुआर, लैंड रोवर, टेटली चाय और कोरस ग्रुप जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। 

रतन टाटा के बाद टाटा संस का नेतृत्व किसने संभाला? 

रतन टाटा के बाद, टाटा संस का नेतृत्व सायरस मिस्त्री और फिर नटराजन चंद्रशेखरन ने संभाला।

आशा है कि आपको परोपकारी उद्योगपति रतन टाटा का जीवन परिचय पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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