Ratan Tata Biography in Hindi: टाटा समूह के चेयरमैन और वरिष्ठ उद्योगपति ‘रतन टाटा’ (Ratan Tata) का 9 अक्टूबर, 2024 को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। रतन टाटा दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में से एक थे। रतन टाटा को देश-विदेश के कई सर्वोच्च पुरस्करों जिनमें पद्म विभूषण (2008), पद्म भूषण (2000) ओरिएंटल रिपब्लिक ऑफ उरुग्वे का पदक (उरुग्वे सरकार) ‘नाइट कमांडर ऑफ़ द मोस्ट एक्सेलेंट ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर’ (महारानी एलिजाबेथ द्वितीय) व ‘ग्रैंड कॉर्डन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द राइजिंग सन’ (जापान सरकार) आदि से सम्मानित किया जा चुका हैं।
बता दें कि रतन टाटा प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल (शिमला), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड के पूर्व छात्र थे। इस लेख में हम सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का जीवन परिचय (Ratan Tata Biography in Hindi) और उनकी उपलब्धियों के बारे में जानेंगे।
मूल नाम | रतन नवल टाटा (Ratan Naval Tata) |
जन्म | 28 दिसंबर, 1937 |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र |
पिता का नाम | नवल टाटा (Naval Tata) |
माता का नाम | सूनी टाटा (Sooni Tata) |
शिक्षा | हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (1975) कॉर्नेल विश्वविद्यालय (1959) |
पेशा | टाटा संस और टाटा समूह की पूर्व अध्यक्षपरोपकारीनिवेशक |
पुरस्कार | पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) |
पुस्तकें | The Wit & Wisdom of Ratan Tata, From Steel To Cellular |
निधन | 9 अक्टूबर, 2024 |
जीवनकाल | 86 वर्ष |
प्रसिद्ध उद्धरण | “मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं रखता। मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही बनाता हूं।” |
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रतन टाटा की जीवनी – Ratan Tata Biography in Hindi
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बंबई, ब्रिटिश भारत (अब मुंबई) में हुआ था। उनका मूल नाम ‘रतन नवल टाटा’ (Ratan Naval Tata) था। इनके पिता का नाम ‘नवल टाटा’ जबकि माता का नाम ‘सूनी टाटा’ था। रतन टाटा ने प्रारंभिक शिक्षा कैंपियन स्कूल, कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, मुंबई, बिशप कॉटन स्कूल, शिमला और रिवरडेल कंट्री स्कूल, न्यूयॉर्क शहर से प्राप्त की थी। इसके बाद वे उच्च अध्यन्न के लिए वर्ष 1959 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय गए। वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र थे।
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टाटा संस के अध्यक्ष बने
वर्ष 1991 में जब ‘जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा’ (JRD Tata) ने ‘टाटा संस’ (Tata Sons) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, तब उन्होंने रतन टाटा (Ratan Tata) को अपना अपना उत्तराधिकारी बनाया। उनके कार्यकाल के दौरान टाटा समूह ने नए कीर्तिमान स्थापित किए। उन्होंने दिग्गज कार निर्माता कंपनी जगुआर, लैंड रोवर, टेटली चाय और टाटा स्टील में कोरस स्टील जैसी कंपनी का अधिग्रहण करने में मदद की, जिससे ये संगठन मुख्यतः भारत-केंद्रित समूह से ग्लोबल बिजनेस में परिवर्तित हो गया। बताया जाता है कि ‘टाटा नैनो कार’ रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसे वर्ष 2008 में लॉन्च किया गया था। यह दुनिया की सबसे सस्ती कार थी, जो विशेष रूप से मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी।
एक लंबे कार्यकाल के बाद उन्होंने 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर टाटा संस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ‘साइरस मिस्त्री’ को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया। हालांकि बाद में उनकी जगह रतन टाटा को समूह का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद टाटा संस की चयन समिति ने 12 जनवरी 2017 को ‘नटराजन चंद्रशेखरन’ (Natarajan Chandrasekaran) को टाटा संस का अध्यक्ष नामित किया। जो कि वर्ष 2017 से वर्तमान अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
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पुरस्कार एवं सम्मान – Ratan Tata Awards
रतन टाटा (Ratan Tata Biography in Hindi) को अपने जीवनकाल में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान से सम्मानित किया गया। उनके से कुछ का उल्लेख नीचे किया गया है:-
वर्ष | नाम | पुरस्कार देने वाला देश व संगठन |
2000 | पद्म भूषण | भारत सरकार |
2001 | ओरिएंटल रिपब्लिक ऑफ उरुग्वे का पदक | उरुग्वे सरकार |
2008 | पद्म विभूषण | भारत सरकार |
2008 | मानद नागरिक पुरस्कार | सिंगापुर सरकार |
2009 | नाइट कमांडर ऑफ़ द मोस्ट एक्सेलेंट ऑर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर | महारानी एलिजाबेथ द्वितीय |
2009 | इतालवी गणराज्य का ऑर्डर ऑफ मेरिट | इटली सरकार |
2016 | लीजन ऑफ ऑनर | फ़्रांस सरकार |
2021 | असम बैभव | असम सरकार |
मुंबई में ली अंतिम सांस
रतन टाटा बीते कुछ दिनों से स्वास्य्थ संबंधी बीमारियों के कारण मुंबई के ब्रीच कैंड अस्पताल में भर्ती थे और 9 अक्टूबर, 2024 को 86 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। वह हमेशा अपने परोपकारी कार्यों के लिए याद किए जाएगे।
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रतन टाटा की पुस्तकें – Ratan Tata Books
रतन टाटा एक दिग्गज भारतीय व्यापारी, निवेशक, परोपकारी और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष होने के साथ ही एक लेखक भी थे। उन्होंने दो पुस्तकें भी लिखी थी जिनके नाम इस प्रकार है:-
- The Wit & Wisdom of Ratan Tata
- From Steel To Cellular
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का जीवन परिचय (Ratan Tata Biography in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-
FAQs
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बंबई, ब्रिटिश भारत (अब मुंबई) में हुआ था।
रतन टाटा ने शादी नहीं की थी और उनकी कोई संतान नहीं है।
नकी माता का नाम सूनी टाटा जबकि पिता का नाम नवल टाटा था।
रतन टाटा का निधन मुंबई के मशहूर ब्रीच कैंड अस्पताल में हुआ था।
रतन टाटा पारसी समुदाय से आते हैं।
रतन टाटा को कई पुरस्कारों से सम्मानित गया है, जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया गया ‘पद्म भूषण’ (2000) और ‘पद्म विभूषण’ (2008) प्रमुख हैं।
रतन टाटा ने वर्ष 1991 में टाटा समूह के अध्यक्ष का पद संभाला और 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर उन्होंने 28 दिसंबर 2012 को टाटा समूह के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए जिनमें जगुआर, लैंड रोवर, टेटली चाय और कोरस स्टील जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं।
रतन टाटा के बाद, टाटा संस का नेतृत्व सायरस मिस्त्री और फिर नटराजन चंद्रशेखरन ने संभाला।
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