रामवृक्ष बेनीपुरी हिंदी साहित्य के उन प्रमुख साहित्यकारों में से थे, जिनकी रचनाओं ने समाज, स्वतंत्रता संग्राम, और भारतीय संस्कृति को गहरे से प्रभावित किया। रामवृक्ष बेनीपुरी को ‘शुक्लोत्तर युग’ के प्रसिद्ध साहित्यकार होने का सम्मान प्राप्त है। रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाओं में उनके साहित्य का व्यापक और विविध रूप देखने को मिलता है। रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं वास्तविकता में कई लोकप्रिय नाटक, उपन्यास, कहानियों, निबंध और आत्मकथाओं का नेतृत्व करती हैं। रामवृक्ष बेनीपुरी की भाषा शैली ने जनचेतना का स्वर बनकर समाज का मार्गदर्शन किया। इस ब्लॉग के माध्यम से आप रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं पढ़कर अपने जीवन को सही दिशा प्रदान कर पाएंगे।
This Blog Includes:
- रामवृक्ष बेनीपुरी के बारे में
- रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं
- रामवृक्ष बेनीपुरी के लोकप्रिय उपन्यास
- रामवृक्ष बेनीपुरी का कहानी संग्रह
- रामवृक्ष बेनीपुरी के लोकप्रिय नाटक
- रामवृक्ष बेनीपुरी का रेखाचित्र
- रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा की गई आलोचना
- रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा संपादित पत्र-पत्रिकाएं
- रामवृक्ष बेनीपुरी का यात्रा वृत्तांत
- रामवृक्ष बेनीपुरी के निबंध
- रामवृक्ष बेनीपुरी के संस्मरण
- FAQs
रामवृक्ष बेनीपुरी के बारे में
हिन्दी साहित्य की अनमोल मणियों में से एक बहुमूल्य मणि रामवृक्ष बेनीपुरी थे, जिन्होंने अपना सारा जीवन हिंदी साहित्य को समर्पित किया था। रामवृक्ष बेनीपुरी ‘शुक्लोत्तर युग’ के एक महान विचारक, चिन्तक, मनन करने वाले क्रान्तिकारी, साहित्यकार, पत्रकार और संपादक थे। रामवृक्ष बेनीपुरी का जन्म 23 दिसंबर 1902 को बिहार के मुजफ्फरपुर के बेनीपुर गाँव में हुआ था।
रामवृक्ष बेनीपुरी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव बेनीपुर से ही प्राप्त की थी, इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई अपने ननिहाल में की। मैट्रिक परीक्षा को पास करने के पूर्व ही उन्होंने वर्ष 1920 में अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी, जिसके बाद उन्होंने हिंदी साहित्य से ‘विशारद ‘ की परीक्षा भी पास की। रामवृक्ष बेनीपुरी ने उपन्यास, नाटक, कहानी, स्मरण, निबंध, गद्य और रेखा चित्र आदि विधाओं में अपनी लेखनी का लोहा मनवाया।
रामवृक्ष बेनीपुरी की भाषा शैली में संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू के प्रचलित शब्दों का प्रयोग देखने को मिल जाता है। जीवन भर हिंदी साहित्य के प्रति स्वयं को समर्पित करने वाले रामवृक्ष बेनीपुरी का निधन 7 सितंबर 1968 को हुआ था।
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रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं
रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं निम्नलिखित हैं, जिनमें कुछ लोकप्रिय कविताएं भी शामिल हैं –
- पतितो के देश में
- आम्रपाली
- माटी की मूरत (रेखा चित्र)
- नया समाज (नाटक)
- विजेता (नाटक)
- किसान मित्र (पत्र-पत्रिकाएं)
- कैदी (पत्र-पत्रिकाएं)
- उड़ते चलें (यात्रा वर्णन) इत्यादि।
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रामवृक्ष बेनीपुरी के लोकप्रिय उपन्यास
रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं, उनके द्वारा लिखित लोकप्रिय उपन्यासों का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। रामवृक्ष बेनीपुरी के लोकप्रिय उपन्यास कुछ इस प्रकार हैं –
- पतितों के देश में
- लाल तारा इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी का कहानी संग्रह
- चिता के फूल
- माटी की मूरतें इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी के लोकप्रिय नाटक
- अंब पाली
- सीता की मां
- आओ पेड़ लगाएं
- नेताजी की बातें
- गौरा
- संघमित्रा
- अमर ज्योति
- तथागत
- शकुंतला
- रामराज्य
- नेत्रदान
- गाँवों के देवता
- नया समाज
- विजेता
- बैजू मामा इत्यादि।
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रामवृक्ष बेनीपुरी का रेखाचित्र
- रज़िया
- बालगोबिन भगत
- सुभान खाँ इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा की गई आलोचना
- विद्यापति की पदावली
- बिहारी सतसई की सुबोध टीका इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा संपादित पत्र-पत्रिकाएं
- बालक
- तरुण भारती
- युवक
- किसान मित्र
- हिमालय
- नई धारा
- चुन्नू मुन्नू
- कैदी
- योगी
- जनता इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी का यात्रा वृत्तांत
- श्मशानभूमि और रंगभूमि
- उड़ता जा रहा हूँ!
- दाँते के नगर में
- पैरों में पंख बांधकर इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी के निबंध
- गेहूं बनाम गुलाब
- वंदे वाणी विनाय को
- मशाल इत्यादि।
रामवृक्ष बेनीपुरी के संस्मरण
- जंजीरें और दीवारें
- मील के पत्थर इत्यादि।
FAQs
रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं पतितों के देश में, अंब पाली, गेहूं बनाम गुलाब, विद्यापति की पदावली, किसान मित्र, कैदी, योगी इत्यादि हैं।
किसान मित्र पत्रिका के संपादक “रामवृक्ष बेनीपुरी” थे।
रामवृक्ष बेनीपुरी हिंदी साहित्य के छायावादी और प्रगतिवादी काल (शुक्लोत्तर युग) के एक महान लेखक थे।
कैदी की पत्नी “रामवृक्ष बेनीपुरी” की एक लोकप्रिय रचना है।
रामवृक्ष बेनीपुरी का निधन 7 सितंबर 1968 को हुआ था।
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आशा है कि आपको रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं और उनके जीवनगाथा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी, साथ ही यह पोस्ट आपको इंफॉर्मेटिव और इंट्रस्टिंग लगी होगी। इसी प्रकार साहित्य से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।