उत्तराखंड उत्तर भारत में बसा पहाड़ी राज्य है। यहां देश का दूसरा सबसे ऊंचा पहाड़ नंदा देवी है। इसी राज्य में कुमाऊं शहर भी है। उत्तराखंड राज्य में कुमाऊं एक एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीज़न है। यह पहाड़ी शहर काफी सुन्दर है। यहां घूमने के लिए कई सारे टूरिस्ट अट्रैक्शन हैं। इन पर्यटन स्थलों में घूमने के लिए दुनिया भर से सैलानी आते हैं। इस शहर में कई प्रसिद्द मंदिर भी हैं। क्या आपको पता है कि कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिर कौन-कौनसे हैं? चलिए, इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिर कौन-कौनसे हैं।
कुमाऊं के बारे में
कुमाऊं ऐतिहासिक रूप से केमाऊं के रूप में जाना जाता था। भारतीय प्रदेश उत्तराखंड में एक रेवेन्यू और एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीज़न है। यह राज्य के पूर्वी हिस्से में फैला है और उत्तर में तिब्बत से घिरा है, पूर्व में नेपाल, दक्षिण में उत्तर प्रदेश राज्य और पश्चिम में गढ़वाल है। कुमाऊं में कुमाउनी बोली जाती है। कुमाऊं में राज्य के छह जिले शामिल हैं, जिनके नाम इस प्रकार हैं:
- अल्मोडा
- बागेश्वर
- चंपावत
- नैनीताल
- पिथौरागढ
- उधम सिंह नगर
कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिर कौनसे हैं?
कुमाऊं में 125 से ऊपर मंदिर हैं, नीचे आपको कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिर कौनसे हैं इसकी लिस्ट दी गई है-
नंदा देवी मंदिर
यह मंदिर कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर लगभग 1500 वर्ष पुराना है। इस मंदिर में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस मंदिर में जाने से उनके अंदर की बुराई खत्म होती है और उन्हें एक नई शक्ति मिलती है।
कसारदेवी मंदिर
यह मंदिर समुद्र तल से 2100 मीटर की उचाई पर है। अल्मोड़ा में बसा इस मंदिर का अस्तित्व दूसरी सदी का माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस मंदिर में सच्चे मन और दिल से जाने से देवी उनकी दुआ सुनती हैं।
नैना देवी
नैनीताल में बसा नैना देवी मंदिर माता एक शक्तिपीठ है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर माता सती के चक्षु गिरे थे, इसी के चलते इस मंदिर को नैना देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है। वहीं यहां पर एक नैनी झील भी है जिसका नाम नैना देवी के नाम से रखा गया है।
हाटकालिका मंदिर
यह प्राचीन मंदिर पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट शहर में बसा है। इस मंदिर को देवी काली की शक्ति पीठों के लिए जाना जाता है। घने देवदार के जंगलों के बीच यह मंदिर बसा है। हाटकालिका मंदिर में कोने-कोने से भक्त आकर देवी काली माता के दर्शन करते है। हाटकालिका मंदिर का पुराणों में भी ज़िक्र है।
चितई गोलू मंदिर
अल्मोड़ा में स्थित के यह मंदिर काफी पुराना है। यह मंदिर गोलू देवता का माना जाता है। लोगों की मान्यता के अनुसार इस मंदिर में कोई भक्त सच्चे दिल से जाता है तो गोलू देवता उसकी मुराद सुन लेते हैं।
FAQs
कुमाऊं ऐतिहासिक रूप से केमाऊं के रूप में जाना जाता था। भारतीय प्रदेश उत्तराखंड में एक रेवेन्यू और एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीज़न है।
1. नंदा देवी मंदिर
2. कसारदेवी मंदिर
3. नैना देवी
4. हाटकालिका मंदिर
कुमाऊं में 6 जिले हैं।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको कुमाऊं के प्रसिद्ध मंदिर पता चला होगा। इसी तरह के अन्य जीके के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।