Judge Advocate General in Hindi: जज जनरल एडवोकेट कौन होते हैं और कैसे बनते हैं?

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Judge Advocate General in Hindi

जिन कैंडिडेट्स ने अपनी LLB की स्टडी सफलतापूर्वक पूरी कर ली है और उन्होंने बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया से अपना एडवोकेट का रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। वह कैंडिडेट्स भारतीय सेना में जज एडवोकेट जनरल के पद कार्य करके अपना सुनहरा करियर बना सकते है। वर्तमान समय में लॉ प्रमुख करियर ऑप्शंस में से एक माना जाता है क्योंकि लॉ की हर एक कार्य क्षेत्र में बहुत डिमांड होती है। भारतीय सेना में भी एडवोकेट की आवश्यक जरुरत होती है जो सेना के व सेना के जवानों के मामलों में लीगल एडवाइस देने का प्रमुख कार्य करते है। आज भारत में बहुत से लॉ कैंडिडेट्स जज एडवोकेट जनरल के रूप में कार्य करना का सपना देखते है। इस ब्लॉग में हम Judge Advocate General in hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे। 

This Blog Includes:
  1. जज एडवोकेट जनरल कौन होते हैं?
  2. जज एडवोकेट जनरल के कार्य क्या रहते हैं?
  3. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए बहुमूल्य स्किल्स कौनसी हैं?
  4. जज एडवोकेट जनरल की कार्य अवधि
  5. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
  6. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए कोर्सेज की लिस्ट 
    1. बैचलर्स लेवल 
    2. मास्टर्स लेवल 
    3. डॉक्टरल लेवल 
  7. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  8. जज एडवोकेट जनरल का सिलेक्शन प्रोसेस
    1. आर्मी 
    2. नेवी 
    3. एयरफोर्स 
  9. जज एडवोकेट जनरल की ट्रेनिंग
  10. जज एडवोकेट जनरल के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या रहती है?
  11. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
  12. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए प्रवेश परीक्षा के नाम क्या हैं?
  13. जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए बेस्ट बुक्स के नाम जानिए
  14. जज एडवोकेट जनरल की सैलरी
  15. FAQs

जज एडवोकेट जनरल कौन होते हैं?

जज एडवोकेट जनरल भारतीय सेना प्रमुख सहित अन्य सेना के जवानों के मामलों में लीगल एडवाइस देने का कार्य किया करते है। इसके साथ ही ये भारतीय अधिकारी सैन्य कानून पर कोर्ट-मार्शल के प्रेसीडिंग अधिकारियों को कानूनी मामले से संबंधित एडवाइस देने का कार्य भी करते है। जज एडवोकेट जनरल को मिलिट्री कोर्ट  व मिलिट्री ट्रिब्यूनल्स  के समक्ष  लीगल ड्राफ्टिंग तैयार करने से लेकर सभी कानूनी प्रक्रियाओं का संचालन करने का अहम कार्य करते है।

Judge Advocate General in Hindi कानूनी व न्यायिक प्रमुख होते है। यह भारतीय सेना की वह ब्रांच है जिसमें कानूनी रूप से योग्य सेना अधिकारी शामिल होते है। भारतीय सेना के इस ऑफिसर्स को सीधा जज एडवोकेट जनरल की ब्रांच में रखा जाता है। 

जज एडवोकेट जनरल के कार्य क्या रहते हैं?

यहां Judge Advocate General in Hindi के प्रमुख कार्यों के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं में बताया गया हैं :

  1. भारतीय सेना में आपराधिक अधिकार क्षेत्र में प्रेसीडिंग जज के रूप में और क्षेत्राधिकार की निगरानी करने वाले जज के प्रमुख के रूप में अपनी सेवा देना।
  2. सभी SJS स्टेकहोल्डर्स को प्रक्टिसेस और प्रोसीजर, डेवलपमेंट और रिफॉर्म्स पर एडवाइस देना।
  3. सर्विस कोर्ट के ऑपरेशन को मॉनिटर करना और आवश्यकतानुसार उनकी एफिशिएंसी और इफेक्टिवनेस पर एडवाइस देना।
  4. सर्विस कोर्ट प्रैक्टिस डायरेक्टिव जारी करना। 
  5. अनुशासनात्मक अपराधों के लिए सेवा न्यायालयों के लिए सजा संबंधी दिशा-निर्देश जारी करना और जहां उचित हो (सशस्त्र बल एक्ट 2006 की सेक्शन 259 द्वारा परमिटेड) सेन्टेन्सिंग कॉउन्सिल गाइडलाइन्स से विचलित होने के लिए सर्विस रीज़न  पर मार्गदर्शन प्रदान करना।
  6. सर्विस कोर्ट को प्रोसीज़रल गाइडलाइन्स प्रदान करना। 
  7. सर्विस जस्टिस एग्जीक्यूटिव ग्रुप और सर्विस जस्टिस बोर्ड पर एक पर्यवेक्षक के रूप में सेवा करने के साथ-साथ सर्विस कोर्ट रूल्स समीक्षा समिति की अध्यक्षता करना। 
  8. समरी अपील कोर्ट और सर्विस सिविलियन कोर्ट में जजों की नियुक्ति के साथ-साथ हिरासत, तलाशी और गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदनों की सुनवाई करना।
  9. ट्रायल जज के रूप में जज एडवोकेट जनरलकोर्ट मार्शल को हत्या के लिए कुछ सबसे गंभीर, संवेदनशील, या विवादास्पद परीक्षणों की अध्यक्षता करने का कार्य होता है। 
  10. कोर्ट मार्शल अपील को कोर्ट के मामलों में संदर्भित करने के लिए जिसमें कानून का एक अत्यंत महत्वपूर्ण बिंदु शामिल होता है। 

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए बहुमूल्य स्किल्स कौनसी हैं?

भारत सरकार में जज एडवोकेट जनरल (JAG) अधिकारी नियुक्त करने से पहले कुछ आवश्यक विशेषताओं और स्किल्स पर ध्यान दिया जाता है, जो इस प्रकार हैं :

  1. पॉजिटिव मेंटालिटी 
  2. एनालिटिकल माइंड 
  3. टीमवर्क 
  4. सेल्फ अशुरन्स 
  5. अच्छी कम्युनिकेशन एंड रिटन स्किल्स 
  6. लीड करने के क्षमता 

जज एडवोकेट जनरल की कार्य अवधि

सभी अधिकारियों को छह महीने का प्रोबेशनरी पीरियड की सर्विस देना आवश्यक है। जज एडवोकेट जनरल का कुल कार्यकाल 14 वर्ष होता है। हालाँकि इस कार्य में कई प्रतिबंध भी होते हैं। दस साल की सेवा के बाद, एक SSC अधिकारी को और चार साल के लिए फिर से काम पर रखा जा सकता है, अगर वह फिट और उपयुक्त है।

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड

यहां भारतीय सेना में Judge Advocate General in Hindi बनने के लिए कुछ प्रमुख बिंदुओं के बारे में बताया जा रहा हैं :

  1. किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड या इंस्टिट्यूट से 10+2 पास करना। 
  2. भारत की किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट से LLB करना। 
  3. LLB कंप्लीट करने के बाद कैंडिडेट को भारत की बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया से अपना रजिस्ट्रेशन करना कम्पल्सरी होगा। 
  4. भारतीय सेना जज एडवोकेट जनरल (JAG) पोस्ट के लिए एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करती है। जिसमें पास होने के बाद ही आप जज एडवोकेट जनरल के पद पर कार्य कर सकते है। 

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए कोर्सेज की लिस्ट 

यहां कुछ प्रमुख कोर्सेज की सूची नीचे दिए गए बिंदुओं में दी जा रही है:

बैचलर्स लेवल 

  • Bachelor of Commerce and Bachelor of Laws
  • LLB Hons Law
  • BBA LLB
  • Bachelor of Biomedical Science/Bachelor of Laws (Honors)
  • Bachelor of Biomedical Science/Bachelor of Laws (Honors)
  • LLB (Hons) Law With Legal Placement (Reed Smith)
  • LLB (Hons) Law With International Study

मास्टर्स लेवल 

  • LLM
  • LLM International Human Rights Law 
  • Master of International Relations and Master of International Trade
  • and Commerce Law
  • LLM General Pathway
  • Master of Laws and Master of Security and Strategic Studies
  • LLM in Commercial and Corporate Law
  • LLM Law – International Commercial Law
  • Master of Business Law
  • LLM in Comparative and International Dispute Resolution

डॉक्टरल लेवल 

  • Doctorate in Law: Legal Protection and Social Cohesion
  • Doctor of Philosophy (Law)
  • PhD in Law
  • PhD in Civil Law and Constitutional Legality

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

यहां कुछ प्रमुख लॉ यूनिवर्सिटीज की सूची दी जा रही है, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं :

  1. नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया (NLSIU)
  2. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली 
  3. नलसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ 
  4. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर 
  5. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर 
  6. द वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जुरिडिकल साइंसेज 
  7. गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी 
  8. जामिया मिलिया इस्लामिया 
  9. द राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ 
  10. सिम्बायोसिस लॉ स्कूल 

जज एडवोकेट जनरल का सिलेक्शन प्रोसेस

जज एडवोकेट जनरल (JAG) पद पर रिक्रूटमेंट के लिए कैंडिडेट्स को आवेदन के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। जिसके बाद उन्हें मेडिकल एग्जामिनेशन और एसएसबी इंटरव्यू से गुजरना होगा। यहां जज एडवोकेट जनरल की सिलेक्शन प्रक्रिया के बारे में बताया गया है, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं :

  1. Psychological Aptitude Test
  2. Physical Examination
  3. Ground Tasks
  4. Interview 

आर्मी 

  1. ऑनलाइन एप्लीकेशन की प्रारंभिक शॉर्टलिस्टिंग सेना मुख्यालय भर्ती निदेशालय में होगी, और डीजी रिक्रूटिंग का निर्णय अंतिम होगा। इस संबंध में किसी शिकायत पर विचार नहीं किया जाएगा।
  2. शॉर्टलिस्टिंग प्रोसेस में पास करने वाले कैंडिड्ट्स SSB के लिए एलिजिबल होते है। इसके दो उपचरण हैं, दोनों चरण चार दिनों तक चलेंगे और इसमें साइकोलॉजिकल एप्टीटुड टेस्ट, ग्रुप टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट और एक इंटरव्यू शामिल होगा। जो कैंडिडेट्स इन क्राइटेरिया को पूरा करते हैं उनका अंत में फिजिकल टेस्ट किया जाएगा।

नेवी 

1. अधिकारियों को जज एडवोकेट जनरल (JAG) द्वारा नौसेना विभाग में नियुक्त किया जाता है। 

2. सभी एलिजिबिलिटी आवश्यकताओं की पहचान सेना के रूप में की जाती है। 

एयरफोर्स 

1. एयरफोर्स में 3 से 13 साल की वायु सेना सेवा और कानून की डिग्री वाले अधिकारी  जज एडवोकेट जनरल (JAG) विभाग के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

जज एडवोकेट जनरल की ट्रेनिंग

जज एडवोकेट जनरल के पद पर सिलेक्ट होने के लिए SSB इंटरव्यू व मेडिकली फिट घोषित होने के बाद कैंडिडेट को ज्वाइनिंग लेटर जारी कर दिया जाता है। इसके बाद सिलेक्टेड कैंडिडेट्स को ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी, चेन्नई या केरल में ट्रेनिंग के लिए आना होता है। 

  1. जज एडवोकेट जनरल के पद पर सिलेक्टड कैंडिडेट्स की ट्रेनिंग की ड्यूरेशन 49 सप्ताह की होगी लगभग 11 महीने। इस 49 सप्ताह की ट्रेनिंग को जो कैंडिडेट्स सफलतापूर्वक ट्रेनिंग कंप्लीट करता है। उन कैंडिडेट्स को लेफ्टिनेंट रैंक में कमीशन दिया जाता है। 
  2. कैंडिडेट्स को उनकी ट्रेनिंग के दौरान शादी करने की अनुमति नहीं है, और यदि वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। 
  3. जज एडवोकेट जनरल के पर सिलेक्टड सभी कैंडिडेट्स जो सफलतापूर्वक प्री-कमीशन ट्रेनिंग पूरा करते है, ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी, चेन्नई से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिफेन्स मैनेजमेंट एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मद्रास द्वारा सम्मानित किये जाते है। 

जज एडवोकेट जनरल के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या रहती है?

यहां जज एडवोकेट जनरल पोस्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं में विस्तार से बताया जा रहा हैं:-

  1. कैंडिडेट्स को ऑफिशियल वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। 
  2. निर्देशों को ध्यान से पढ़ने के बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें। 
  3. विभिन्न खंडों में आवश्यक जानकारी फिल करें। 
  4. ऑनलाइन आवेदन कंप्लीट होने के कुछ समय बाद कैंडिडेट्स को अपने रोल नंबर के साथ अपने आवेदन की दो कॉपी  प्रिंट करनी होंगी।

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट

जज एडवोकेट जनरल की रिक्रूटमेंट के लिए शॉर्टलिस्टेड कैंडिडेट्स द्वारा SSB इंटरव्यू के समय सिलेक्शन बोर्ड में साथ ले जाने वाले प्रमुख दस्तावेजों की लिस्ट इस प्रकार है :-

  1. कैंडिडेट्स को जज एडवोकेट जनरल रिक्रूटमेंट के लिए एप्लीकेशन लेटर का प्रिंटआउट जिसमें  कैंडिडेट्स के हस्ताक्षर व फोटो होनी चाहिए। 
  2. मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा जारी मैट्रिकुलेशन या समकक्ष प्रमाण पत्र की एक कॉपी और आयु  प्रमाण के लिए दसवीं की मार्कशीट। 
  3. बाहरवीं कक्षा की मार्कशीट व् प्रमाण पत्र की कॉपी। 
  4. ग्रेजुएशन के बाद 3 वर्ष LLB  करने वाले कैंडिडेट्स ग्रेजुएशन की डिग्री या प्रोविज़नल डिग्री की एक कॉपी होना जरुरी है। 
  5. LLB की डिग्री / प्रोविज़नल डिग्री की कॉपी। 
  6. LLB की सभी वर्षों के समेस्टर की मार्कशीट की कॉपी। 
  7. कैंडिडेट्स  पास बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया या स्टेट बार कौंसिल के साथ एडवोकेट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट लेटर होना कम्पलसरी है। 

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए प्रवेश परीक्षा के नाम क्या हैं?

यहां जज एडवोकेट जनरल (JAG) की प्रवेश परीक्षा के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं में बताया जा रहा हैं :

1. Indian Army JAG Entrance Exam 

जज एडवोकेट जनरल बनने के लिए बेस्ट बुक्स के नाम जानिए

यहां कुछ इंपोर्टेंट बुक्स की सूची नीचे बनी टेबल में दी जा रही है, जिससे आप जज एडवोकेट जनरल (JAG) कोर्स की तैयारी आसानी से कर सकते है-

बुक्सपब्लिकेशन-ऑथरयहां से खरीदें
OIR Test & PPDT SSBCrack यहां से खरीदें 
Breaking The Code of SSB Psychological TestsShaurya Publications LLPयहां से खरीदें 
SSB InterviewJaico Publishing Houseयहां से खरीदें 
How to Win Friend and Influence PeoplePushpak Publicationsयहां से खरीदें 
Attitude Is EverythingPushpak Publicationsयहां से खरीदें 

जज एडवोकेट जनरल की सैलरी

जज एडवोकेट जनरल की अनुमानित सैलरी 1,056000 से 1,77500 तक होती है जिसके बाद कार्य अनुभव प्राप्त होने के साथ साथ बाद सैलरी में भी इजाफा होता है। 

FAQs

जज एडवोकेट जनरल का मतलब क्या होता है?

जज एडवोकेट जनरल (JAG) विभाग भारतीय सेना की कानूनी शाखा है। यह सैन्य संबंधित अनुशासनात्मक मामलों और मुकदमेबाजी से संबंधित है। JAG का अन्य कार्य मानव अधिकारों के मामलों में सेना को कानूनी सहायता प्रदान करने और अन्य मामलों के अलावा कानून के शासन में सहायता प्रदान करना है।

JAG पद के लिए आवेदन करने की क्या एलिजिबिलिटी क्या है?

हर साल भारतीय सेना 21 से 27 वर्ष के बीच कानून स्नातकों के लिए JAG विभाग को शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए एक नोटिफिकेशन जारी करती है। जिसमें कैंडिडेट्स के पास LLB डिग्री और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य माना जाता है। 

जज एडवोकेट जनरल पद के लिए कौन सा एग्जाम देना होता है?

इस पद के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स को (Indian Army JAG Entrance Exam) एग्जाम देना होता है। 

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