Daya Prakash Sinha Ka Jivan Parichay : दया प्रकाश सिन्हा आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित नाटककार, लेखक, नाट्यकर्मी, निर्देशक व चर्चित इतिहासकार हैं। वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी भी रह चुके हैं। वर्ष 2021 में दया प्रकाश सिन्हा को उनके बहुचर्चित नाटक ‘सम्राट अशोक’ के लिए ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। वहीं कला और साहित्य के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देने के लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी के ‘अकादमी पुरस्कार’, हिंदी अकादमी, दिल्ली के ‘साहित्यकार सम्मान’ व उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के ‘लोहिया सम्मान’ एवं ‘साहित्य भूषण’ से पुरस्कृत किया जा चुका है।
आइए अब वरिष्ठ नाटककार दया प्रकाश सिन्हा का जीवन परिचय (Daya Prakash Sinha Ka Jivan Parichay) और उनकी की साहित्यिक रचनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
नाम | दया प्रकाश सिन्हा (Daya Prakash Sinha) |
जन्म | 2 मई, 1935 |
जन्म स्थान | कासगंज जिला, उत्तर प्रदेश |
शिक्षा | एम.ए (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) |
पिता का नाम | अयोध्यानाथ सिन्हा |
माता का नाम | स्नेहलता |
पत्नी का नाम | प्रतिभा भारतीय |
पेशा | नाटककार, नाट्यकर्मी, निर्देशक, लेखक व इतिहासकार |
शैली | गद्य |
विधाएँ | नाटक, बाल नाटक |
मुख्य रचनाएँ | सम्राट अशोक, मन के भँवर, इतिहास चक्र, ओह अमेरिका, मेरे भाई: मेरे दोस्त और कथा एक कंस की आदि। |
पुरस्कार एवं सम्मान | साहित्य अकादमी पुरस्कार, फ़िदा हुसैन नरसी पुरस्कार, ‘डॉ. लक्ष्मीनारायण लाल स्मृति सम्मान’ व ‘भवभूति पुरस्कार’ आदि। |
This Blog Includes:
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में हुआ था जन्म – Daya Prakash Sinha Ka Jivan Parichay
हिंदी भाषा के प्रतिष्ठित नाटककार दया प्रकाश सिन्हा (D. P. Sinha) का जन्म 2 मई, 1935 को उत्तर प्रदेश के कांसगज जिले में हुआ था। दया प्रकाश सिन्हा के पिता का नाम ‘अयोध्यानाथ सिन्हा’ था जो कि पेशे से सरकारी नौकरी में थे। जबकि माता ‘स्नेहलता’ एक गृहणी थीं। इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से इण्टरमीडिएट व बीएससी परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने प्राच्य इतिहास, पुरातत्व व संस्कृति विषय से एम.ए की डिग्री हासिल की थी।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहे
शिक्षा के उपरांत दया प्रकाश सिन्हा ने प्रयागराज के ‘सीएमपी डिग्री कालेज’ (C.M.P. Degree College, Prayagraj) में इतिहास विभाग के प्रवक्ता पद पर नियुक्ति पा ली। लेकिन इसके साथ ही वह प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) की तैयारी करने लगे। प्रथम प्रयास में ही उन्होंने ‘उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग’ की पीसीएस परीक्षा पास कर ली थी।
वहीं विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहते हुए दया प्रकाश सिन्हा ने साहित्य कला परिषद, दिल्ली प्रशासन के सचिव, फिजी के प्रथम सांस्कृतिक सचिव, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी तथा ललित कला अकादमी के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के निदेशक व भारतीय उच्चायुक्त जैसे अनेकानेक उच्च पदों पर अपनी सेवाएँ दी। फिर वर्ष 1993 में भोपाल स्थित भारत भवन के निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद वह पूर्ण रूप से साहित्य सृजन में जुट गए।
दया प्रकाश सिन्हा की रचनाएँ – Daya Prakash Sinha Ki Rachnaye
दया प्रकाश सिन्हा ने लगभग चार दशकों से नाटककार, अभिनेता, निर्देशक व नाट्य-अध्येता के रूप में भारतीय रंगविधा को विशिष्ट योगदान दिया है। मुख्यत उन्होंने गद्य शैली में अनुपम रचनाओं का सृजन किया है। यहाँ दया प्रकाश सिन्हा की प्रमुख रचनाओं के बारे में बताया गया हैं:-
प्रकाशित नाटक
- मन के भँवर
- इतिहास चक्र
- ओह अमेरिका
- मेरे भाई: मेरे दोस्त,
- कथा एक कंस की
- सादर आपका
- सीढ़ियाँ
- अपने अपने दाँव
- साँझ-सवेरा
- पंचतंत्र लघुनाटक
हास्य एकांकी संग्रह
- सम्राट अशोक
- इतिहास
- दुस्मन
- रक्त-अभिषेक
पुरस्कार एवं सम्मान
दया प्रकाश सिन्हा (Daya Prakash Sinha Ka Jivan Parichay) को कला और साहित्य में विशेष योगदान देने के लिए सरकारी और ग़ैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कारों व सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है, जो कि इस प्रकार हैं :-
- केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली का राष्ट्रीय ‘अकादमी अवार्ड’
- उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी का ‘अकादमी पुरस्कार’
- हिंदी अकादमी, दिल्ली का ‘साहित्य सम्मान’
- उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का ‘साहित्य भूषण’ एवं ‘लोहिया सम्मान’
- भुवनेश्वर शोध संस्थान का ‘भुवनेश्वर सम्मान’
- आदर्श कला संगम, मुरादाबाद का ‘फ़िदा हुसैन नरसी पुरस्कार’
- डॉ. लक्ष्मीनारायण लाल स्मृति फाउंडेशन का ‘डॉ. लक्ष्मीनारायण लाल स्मृति सम्मान’
- नाट्यायन, ग्वालियर का ‘भवभूति पुरस्कार’
- वर्ष 2021 में दया प्रकाश सिन्हा को उनके नाटक ‘सम्राट अशोक’ के लिए प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था।
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ प्रख्यात नाटककार दया प्रकाश सिन्हा का जीवन परिचय (Daya Prakash Sinha in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-
FAQs
उनका जन्म 2 मई, 1935 को उत्तर प्रदेश के कांसगज जिले में हुआ था।
‘सम्राट अशोक’ नाटक के लिए उन्हें वर्ष 2021 में प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था।
उनकी माता का नाम स्नेहलता जबकि पिता का नाम अयोध्यानाथ सिन्हा था।
कथा एक कंस की, दया प्रकाश सिन्हा का बहुचर्चित नाटक है।
आशा है कि आपको वरिष्ठ नाटककार दया प्रकाश सिन्हा का जीवन परिचय (Daya Prakash Sinha Ka Jivan Parichay) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।