CMLT कोर्स: पात्रता, फीस, एडमिशन, स्कोप और जॉब ऑप्शंस

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CMLT कोर्स

सर्टिफिकेट इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (CMLT) एक सर्टिफिकेट कोर्स है जिसे 12वीं कक्षा के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स की अवधि 6 महीने से 1 वर्ष तक होती है। इसमें छात्रों को मेडिकल लैब से जुड़ी तकनीकी और प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है, जैसे सैंपल कलेक्शन, प्रोसेसिंग और जांच। बताना चाहेंगे कोर्स में हेमटोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, इम्यूनोलॉजी और पैथोलॉजी की पढ़ाई कराई जाती है। साथ ही प्रयोगशाला नैतिकता, सुरक्षा प्रोटोकॉल और आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो चिकित्सा क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यदि आप भी इस कोर्स को करना चाहते हैं तो ये गाइड आपके लिए मददगार साबित हो सकती है, जिसमें सीएमएलटी कोर्स, आवश्यक योग्यता, प्रवेश प्रक्रिया और संस्थानों जैसे मुख्य विषयों को कवर किया गया है।

CMLT कोर्स का ओवरव्यू

यहाँ आपके लिए CMLT कोर्स का ओवरव्यू दिया गया है, जिसके जरिए आप इस कोर्स के बारे में संक्षिप्त में जान सकेंगे –

विशेषताविवरण
कोर्स सर्टिफिकेट इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (CMLT) 
कोर्स लेवल सर्टिफिकेट
कोर्स ड्यूरेशन6 महीने से 1 वर्ष तक
एलिजिबिलिटी क्राइटेरियाज्यादातर संस्थानों में CMLT के लिए 12वीं (PCB) आवश्यक है, लेकिन कुछ संस्थान 10वीं पास को भी प्रवेश देते हैं।
जॉब प्रोफाइलरिसर्च एसोसिएट, लेबोरेटरी मैनेजर, लेबोरेटरी टेक्नीशियन, चिकित्सा अधिकारी, लेबोरेटरी टेस्टिंग मैनेजर, टेक्नोलॉजी मैनेजर आदि 

सीएमएलटी कोर्स क्या है?

CMLT एक प्रोफेशनल स्किल्स आधारित कोर्स है जो मेडिकल क्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करता है। यह कोर्स 12वीं साइंस स्ट्रीम के बाद किया जा सकता है, जबकि कुछ संस्थानों में 10वीं के छात्रों को योग्य माना जाता है। इस कोर्स को रेगुलर और डिस्टेंस लर्निंग दोनों माध्यमों से किया जा सकता है, जिससे छात्रों को अपनी सुविधा अनुसार विकल्प चुनने का अवसर मिलता है। रेगुलर कोर्स में छात्रों को क्लासरूम टीचिंग और प्रायोगिक प्रशिक्षण अधिक मिलता है, जबकि डिस्टेंस लर्निंग में थ्योरी पर अधिक ध्यान दिया जाता है। कोर्स में थ्योरी और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का संतुलित मिश्रण होता है, जिससे छात्रों को लेबोरेटरी में काम करने का प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस प्राप्त होता है।

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CMLT कोर्स क्यों करें?

CMLT कोर्स करने के बाद आपके सामने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में तत्काल प्रवेश के अवसर खुल जाते हैं। CMLT कोर्स को क्यों चुनना चाहिए, इसके लिए निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यानपूर्वक पढ़ें –

  • यह एक सर्टिफिकेट कोर्स है, जिसकी अवधि कम होती है। इसे पूरा करने के बाद आप कम समय में अपने करियर की अच्छी शुरुआत कर सकते हैं।
  • यह कोर्स मुख्य रूप से प्रैक्टिकल ज्ञान पर केंद्रित होता है। इसमें आप सीधे तौर पर रक्त संग्रह (blood collection), ऊतक प्रसंस्करण (tissue processing), विभिन्न पैथोलॉजिकल परीक्षणों और प्रयोगशाला उपकरणों के संचालन जैसे आवश्यक कौशल सीख पाते हैं।
  • स्वास्थ्य सेवा उद्योग हमेशा डिमांड में रहता है, इसलिए इस कोर्स को करने के बाद आपके सामने नौकरी के अवसर सदैव खुल जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप पैथोलॉजी लैब, अस्पताल और क्लिनिक या योग्य लैब में लैब तकनीशियनों के रूप में भी अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं।
  • इस कोर्स की फीस डिप्लोमा या डिग्री कोर्स की तुलना में काफी कम होती है। इसलिए इसमें कम निवेश के साथ भी आपको जल्दी रोजगार मिलने की संभावना होती है।
  • CMLT के बाद, आप MLT में डिप्लोमा (DMLT) या बैचलर डिग्री (BMLT) करके अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं और पैथोलॉजी लैब में सुपरवाइज़र या मैनेजर के पदों तक पहुँच सकते हैं।
  • इसके साथ ही अनुभव प्राप्त करने के बाद, कई CMLT पेशेवर अपनी खुद की छोटी पैथोलॉजी लैब या कलेक्शन सेंटर शुरू कर सकते हैं। स्वरोजगार के लिए भी CMLT की एक महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

सीएमएलटी कोर्स के लिए योग्यता 

CMLT कोर्स करने के लिए उम्मीदवार को कुछ आवश्यक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करना होता है, जो इस प्रकार हैं: 

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) के साथ पास की हो।
  • न्यूनतम अंक: सामान्यतः CMLT कोर्स में एडमिशन के लिए कम से कम 50% से 65% अंकों की आवश्यकता होती है। हालांकि यह प्रतिशत अलग-अलग कॉलेजों के अनुसार बदल सकता है।
  • आयु सीमा: उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। बता दें कि अधिकतर संस्थानों में कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं होती।
  • स्वास्थ्य स्थिति: चूंकि कोर्स में प्रयोगशाला में कार्य करना होता है, इसलिए उम्मीदवार का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। कुछ कॉलेज मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी मांग सकते हैं।

सीएमएलटी कोर्स की फीस और स्कॉलरशिप

सीएमएलटी कोर्स का फीस स्ट्रक्चर काफी हद तक कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है। सामान्यत: CMLT कोर्स की सालाना फीस सरकारी और प्राईवेट कॉलेज में भिन्न-भिन्न हो सकती है। कुछ प्राइवेट संस्थानों में यह फीस थोड़ी ज्यादा भी हो सकती है जबकि सरकारी संस्थानों में फीस अपेक्षाकृत कम रहती है। कई सरकारी कॉलेजों में इस कोर्स को करने पर छात्रों को स्कॉलरशिप उपलब्ध होती है। हालांकि निजी कॉलेजों में ये कम मिलती हैं, लेकिन कुछ में मेरिट पर आधारित या अन्य छात्रवृत्ति योजना होती है। इसके साथ ही, छात्र एजुकेशन लोन के माध्यम से भी इस कोर्स की फीस की व्यवस्था कर सकते हैं। यह विकल्प लगभग सभी संस्थानों में उपलब्ध होता है।

संस्थान का प्रकारफीस की अनुमानित न्यूनतम सीमा (प्रति वर्ष/कुल कोर्स)फीस की अनुमानित अधिकतम सीमा (प्रति वर्ष/कुल कोर्स)अतिरिक्त संभावित शुल्क
सरकारी संस्थानINR 5,000INR 20,000परीक्षा शुल्क, पंजीकरण शुल्क
निजी संस्थानINR 20,000INR 1,00,000लैब शुल्क, यूनिफॉर्म, अध्ययन सामग्री, परीक्षा शुल्क

सीएमएलटी कोर्स में पढ़ाए जाने वाले प्रमुख विषय

CMLT कोर्स में छात्रों को मेडिकल लैब से जुड़े जरूरी विषय पढ़ाए जाते हैं, जो उन्हें कुशल लैब तकनीशियन बनने में मदद करते हैं:

  • हेमेटोलॉजी
  • माइक्रोबायोलॉजी
  • क्लिनिकल पैथोलॉजी
  • बायोकेमिस्ट्री
  • लैब इंस्ट्रूमेंटेशन
  • सैंपल कलेक्शन और रिपोर्टिंग तकनीक

CMLT कोर्स का सिलेबस

CMLT कोर्स का सिलेबस राज्य और कॉलेज/यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन इसका सामान्य और बुनियादी सिलेबस कुछ इस प्रकार होता है –

प्रमुख विषयविषय का सार (Scope of the Subject)
मूलभूत शरीर रचना विज्ञान और शरीर क्रिया विज्ञान (Anatomy & Physiology)मानव शरीर की संरचना (Anatomy) और उसके विभिन्न अंगों के कार्य (Physiology) का परिचय। यह विषय पैथोलॉजिकल परिवर्तनों को समझने का आधार प्रदान करता है।
हेमेटोलॉजी (Hematology)रक्त, रक्त घटक, रक्त कोशिका विकारों (जैसे एनीमिया) का अध्ययन। इसमें CBC टेस्ट, हीमोग्लोबिन मापन, और ब्लड ग्रुपिंग की व्यावहारिक ट्रेनिंग शामिल है।
क्लीनिकल बायोकेमिस्ट्री (Clinical Biochemistry)रक्त, मूत्र और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों में रासायनिक परिवर्तनों का विश्लेषण। इसमें ग्लूकोज, कोलेस्ट्रॉल, किडनी और लिवर फंक्शन टेस्ट करना सिखाया जाता है।
माइक्रोबायोलॉजी (Microbiology)बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवियों जैसे सूक्ष्मजीवों का अध्ययन। संक्रमण की पहचान के लिए नमूना संग्रह, कल्चरिंग और स्टेनिंग तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
हिस्टोपैथोलॉजी और साइटोपैथोलॉजी (Histopathology & Cytopathology)रोगों के निदान के लिए ऊतकों (टिश्यू) और कोशिकाओं का अध्ययन। इसमें ऊतक प्रसंस्करण (tissue processing), सेक्शन कटिंग और स्लाइड तैयार करना शामिल है।
लैब सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण (Lab Safety & Quality Control)प्रयोगशाला के सुरक्षित संचालन के नियम, बायोमेडिकल कचरे का निपटान, संक्रमण नियंत्रण और परीक्षण परिणामों की सटीकता बनाए रखने के तरीके।
उपकरणों का संचालन (Instrumentation)प्रयोगशाला में उपयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों (जैसे माइक्रोस्कोप, सेंट्रीफ्यूज, ऑटोएनालाइज़र) के संचालन और बुनियादी रखरखाव का प्रशिक्षण।

सीएमएलटी कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया

सीएमएलटी कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया संस्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। कुछ कॉलेजों में डायरेक्ट एडमिशन मिलता है, जबकि कुछ संस्थान मेरिट लिस्ट या इंटरव्यू के आधार पर एडमिशन देते हैं। छात्रों को पहले उन कॉलेजों की जानकारी लेनी चाहिए जहां यह कोर्स उपलब्ध है और उनकी पात्रता शर्तों को समझना चाहिए।

वहीं अप्लाई करते समय ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म भरकर सभी आवश्यक डॉक्युमेंट्स जैसे 10वीं/12वीं की मार्कशीट, आयु प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट सबमिट करना होता है। हालांकि कुछ संस्थान एप्लीकेशन फीस भी लेते हैं।

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CMLT कोर्स ऑफर करने वाले प्रमुख संस्थान

नीचे भारत में सीएमएलटी कोर्स ऑफर करने वाले कुछ प्रमुख संस्थानों की सूची दी गई है :

  • दिल्ली पैरामेडिकल एवं प्रबंधन संस्थान (डीपीएमआई)
  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश
  • सुशीला इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसआईएमएस)
  • जामिया मिलिया इस्लामिया
  • अखिल भारतीय स्वच्छता एवं जन स्वास्थ्य संस्थान
  • IASE विश्वविद्यालय
  • जीएमआर वरलक्ष्मी सामुदायिक महाविद्यालय
  • बीदर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
  • जया कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस
  • एडीएन इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल्स, नागपुर

सीएमएलटी कोर्स करने के बाद करियर स्कोप

CMLT कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में नौकरी के अनेक अवसर मिलते हैं। नीचे कुछ प्रमुख क्षेत्रों की जानकारी दी गई है जहां वे आसानी से कार्य कर सकते हैं:

  • अस्पताल (सार्वजनिक और निजी)
  • क्लीनिक 
  • डायग्नोस्टिक सेंटर 
  • रिसर्च लैब्स
  • नर्सिंग होम
  • पैथोलॉजी लैब
  • फार्मा कंपनियां 
  • बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट 
  • ब्लड बैंक्स 
  • एक्स-रे लैब
  • मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी
  • हेल्थ सेंटर्स 

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जॉब प्रोफाइल

सीएमएलटी कोर्स पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं, जैसे:-

  • मेडिकल लैब टेक्नीशियन
  • लैब असिस्टेंट
  • फ्लेबोटोमिस्ट
  • लैब सुपरवाइज़र
  • डायग्नोस्टिक लैब एक्जीक्यूटिव
  • रिसर्च असिस्टेंट
  • फोरेंसिक लैब असिस्टेंट
  • क्वालिटी कंट्रोल टेक्नीशियन
  • इम्यूनोलॉजी लैब टेक्नीशियन
  • लेबोरेटरी टेस्टिंग मैनेजर 
  • टेक्नोलॉजी मैनेजर

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सीएमएलटी कोर्स के बाद हायर स्टडी 

CMLT कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा के रूप में ‘डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी’ (DMLT) या ‘बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी’ (BMLT) जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा, वे पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी जैसे विषयों में स्पेशलाइजेशन कोर्स भी चुन सकते हैं।

FAQs

CMLT कोर्स क्या है?

CMLT की फुलफॉर्म Certificate in Medical Laboratory Technology होती है। ये एक लैब-बेस्ड पैरा-मेडिकल कोर्स है जिसमें स्टूडेंट्स को ब्लड, यूरिन, टिश्यू सैंपल टेस्ट करना और मेडिकल डायग्नोसिस में हेल्प करना सिखाया जाता है।

CMLT कोर्स कितने साल का होता है?

सीएमएलटी कोर्स सामान्यतः 6 महीने से 1 साल तक का होता है।

सीएमएलटी कोर्स के लिए योग्यता क्या है?

ज्यादातर संस्थानों में CMLT के लिए 12वीं (PCB) आवश्यक है, लेकिन कुछ संस्थान 10वीं पास को भी प्रवेश देते हैं। इसके लिए छात्रों के पास न्यूनतम 50% अंक होना आवश्यक है।

CMLT कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है?

इस कोर्स में हेमटोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, इम्यूनोलॉजी और पैथोलॉजी जैसे विषयों की पढ़ाई कराई जाती है।

सीएमएलटी कोर्स का स्कोप क्या है?

सीएमएलटी कोर्स के बाद आप लैब टेक्नीशियन, सैंपल कलेक्शन असिस्टेंट, मेडिकल लैब असिस्टेंट, हॉस्पिटल लैब सुपरवाइजर या डायग्नोस्टिक सेंटर टेक्नीशियन जैसी पोस्ट पर काम कर सकते हैं।

हमें उम्मीद है कि इस लेख में आपको CMLT कोर्स की आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही अन्य कोर्स से संबंधित लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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