छाती उमड़ना मुहावरे का अर्थ (Chaati Umadna Muhavare Ka Arth) होता है प्रसन्नता से फूले न समाना, तो उसके लिए छाती उमड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप छाती उमड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
छाती उमड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
छाती उमड़ना मुहावरे का अर्थ (Chaati Umadna Muhavare Ka Arth) होता है, प्रसन्नता से फूले न समाना।
छाती उमड़ना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “छाती उमड़ना मुहावरे का अर्थ” है की जब रमेश को पता चला कि उसके बेटे ने IAS की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है तो वह फूला नहीं समाया।
छाती उमड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
छाती उमड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- जब रमेश को पता चला कि उसके बेटे ने IAS की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है तो वह फूला नहीं समाया।
- साक्षी की नौकरी लगने से उसके माता पिता फूले नहीं समाए।
- आज रोहन का जन्मदिन है, इसलिए वह फूले नहीं समा रहा है।
- मुकेश को परेशान करके उसके ऑफिस के दोस्त फूले नहीं समाते हैं।
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आशा है कि छाती उमड़ना मुहावरे का अर्थ (Chaati Umadna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।