BDO का फुल फॉर्म ‘ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर’ होता है, जिसे हिंदी में ‘विकास खंड अधिकारी’ कहा जाता है। यह एक प्रतिष्ठित और सम्मानजनक सरकारी पद है, जो किसी ब्लॉक के विकास कार्यों की निगरानी और क्रियान्वयन का दायित्व निभाता है। भारत के प्रत्येक राज्य के जिले को कई ब्लॉकों में बांटा जाता है और हर ब्लॉक के लिए एक BDO अधिकारी नियुक्त किया जाता है। यह अधिकारी सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बताना चाहेंगे BDO पद के लिए प्रत्येक राज्य का लोक सेवा आयोग अपनी-अपनी प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करता है। इसलिए इस पद का नाम और भर्ती प्रक्रिया राज्य के आधार पर भिन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए, राजस्थान में यह परीक्षा राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। बीडीओ बनना उन कैंडिडेट्स के लिए बेस्ट करियर ऑप्शन है, जो समाज सेवा और प्रशासनिक क्षेत्र में रुचि रखते हैं। इस लेख में बीडीओ बनने की प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी गई है।
| मानदंड | विवरण |
| परीक्षा संचालन संस्था | राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) |
| शैक्षणिक योग्यता | मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री |
| आयु सीमा | सामान्यतः 21-35 वर्ष (राज्य के अनुसार भिन्न-भिन्न) |
| चयन प्रक्रिया | 1. प्रारंभिक परीक्षा – वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न 2. मुख्य परीक्षा – राज्य के आधार पर वर्णनात्मक/वस्तुनिष्ठ 3. साक्षात्कार – मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों के लिए |
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बीडीओ कौन होता है?
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) एक सरकारी अधिकारी होता है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की योजना, निगरानी और क्रियान्वयन का दायित्व निभाता है। बीडीओ का कार्यक्षेत्र उस ब्लॉक तक सीमित होता है, जहां उसकी नियुक्ति होती है। उसका मुख्य कार्य सड़क, नाली, जल निकासी, सार्वजनिक सुविधाओं और अन्य विकास परियोजनाओं का प्रबंधन करना होता है। वह सरकार की योजनाओं जैसे मनरेगा, वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग सहायता, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, निर्धन आवास और कृषि योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू करता है।
बीडीओ लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें इन योजनाओं से जोड़ता है और लोक शिकायतों का समाधान भी करता है। उसे सामाजिक-आर्थिक आवश्यकताओं का मूल्यांकन करना, विकास कार्यों की योजना बनाना, स्थानीय संसाधनों का प्रभावी उपयोग करना तथा अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों का समुचित प्रबंधन करना होता है। यह पद ग्रामीण विकास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली भूमिका निभाता है।
बीडीओ बनने के लिए योग्यता
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक योग्यता इस प्रकार है:-
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- चयन प्रक्रिया: बीडीओ पद के लिए राज्य सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा पास करनी होती है।
- आयु सीमा: आवेदन के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम 35 वर्ष निर्धारित है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन से पहले संबंधित राज्य/केंद्र की ऑफिशियल नोटिफिकेशन जरूर चेक करें।
- आरक्षण लाभ: हालांकि SC, ST, OBC और अन्य आरक्षित वर्गों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट मिलती है।
- अन्य योग्यताएं: प्रशासनिक क्षमता, नेतृत्व कौशल और ग्रामीण विकास की समझ आवश्यक है।
यह भी पढ़ें: ग्राम विकास अधिकारी कैसे बनें?
बीडीओ के लिए चयन प्रक्रिया
BDO पद के लिए चयन प्रक्रिया राज्य लोक सेवा आयोग या संबंधित प्रशासनिक बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है। सबसे पहले आयोग द्वारा अधिसूचना जारी की जाती है, जिसमें पदों की संख्या, योग्यता, चयन प्रक्रिया और आवेदन की अंतिम तिथि जैसी जानकारी होती है। योग्य उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। बता दें कि चयन प्रक्रिया में मुख्यतः तीन चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और साक्षात्कार।
प्रारंभिक परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा सामान्यतः क्वालीफाइंग होती है और इसमें राज्य के अनुसार अलग-अलग प्रश्न प्रारूप होते हैं।
| पेपर | समयावधि | अंक | नेगेटिव मार्किंग |
| जनरल स्टडीज – 1 | 2 घंटे | 200 | प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाते हैं। |
| जनरल स्टडीज – 2 | 2 घंटे | 200 | प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाते हैं। |
मुख्य परीक्षा
जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, वे अगले चरण यानी मुख्य परीक्षा के लिए चुने जाते हैं।
| पेपर | अंक | समय |
| अंग्रेजी | 100 | 3 घंटे |
| हिंदी | 100 | 3 घंटे |
| जनरल स्टडीज – 1 | 250 | 3 घंटे |
| जनरल स्टडीज – 2 | 250 | 3 घंटे |
| जनरल स्टडीज – 3 | 250 | 3 घंटे |
| जनरल स्टडीज – 4 | 250 | 3 घंटे |
साक्षात्कार
मुख्य परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाता है। साक्षात्कार में उम्मीदवार की समझ, ग्रामीण विकास के प्रति दृष्टिकोण, संचार कौशल और कार्यक्षमता का मूल्यांकन किया जाता है। अंततः लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाई जाती है, जिसके अनुसार योग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाती है। राज्य अनुसार प्रक्रिया में अंतर हो सकता है, इसलिए स्थानीय आयोग की वेबसाइट देखना आवश्यक है।
BDO परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
नीचे दिए गए बिंदुओं की सहायता से आप तैयारी की स्पष्ट योजना बना सकते हैं:-
- सबसे पहले अपने राज्य के लोक सेवा आयोग (PSC) की आधिकारिक वेबसाइट से BDO परीक्षा का विस्तृत सिलेबस और पैटर्न देखें।
- विश्वसनीय पुस्तकों और स्रोतों से पढ़ाई करें।
- नोट्स बनाएं और रिवीजन करें।
- मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें
- यदि आप मुख्य परीक्षा के बाद शॉर्टलिस्ट हो जाते हैं, तो साक्षात्कार की तैयारी करें।
BDO की अनुमानित सैलरी
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर की सैलरी राज्य के अनुसार अलग होती है। BDO की सैलरी पे कमीशन के अनुसार लगभग 18,500 से 45,500 रुपये के बीच शुरू होती है, जो प्रमोशन के साथ 1,21,600 रुपये तक बढ़ सकती है। इसके साथ DA, HRA, यात्रा भत्ता, अन्य भत्ते तथा पेंशन जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।
नोट: BDO की सैलरी की जानकारी अन्य स्रोतों से ली गई है और भिन्न हो सकती है।
बीडीओ बनने के बाद करियर विकल्प
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के करियर में प्रमोशन के विभिन्न चरण हो सकते हैं। नीचे कुछ सामान्य प्रमोशन स्तर दिए गए हैं:-
- प्रारंभिक स्तर: प्रारंभ में आपकी नियुक्ति एग्जीक्यूटिव डेवलपमेंट ऑफिसर (SDO) के रूप में हो सकती है। इस स्तर पर आपकी मुख्य जिम्मेदारियों में विकास परियोजनाओं की निगरानी, सामाजिक कल्याण योजनाओं के प्रबंधन में सहयोग और सामुदायिक सेवाओं का संचालन शामिल होता है।
- सहायक खंड विकास अधिकारी (ADO): इस पद पर आपकी जिम्मेदारियों में विकास योजनाओं का प्रबंधन, सामाजिक कल्याण योजनाओं की समीक्षा और खंड विकास अधिकारी के कार्यों में सहयोग करना शामिल होता है।
- उपायुक्त खंड विकास अधिकारी (DO): इस पद पर पदोन्नति मिलने के बाद अधिकारी को अनेक विकास परियोजनाओं का प्रबंधन, विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाना व क्रियान्वयन करना तथा स्थानीय सामाजिक कल्याण गतिविधियों को बढ़ावा देना जैसे दायित्व निभाने होते हैं।
- प्रमुख खंड विकास अधिकारी: इस पद पर प्रमोशन मिलने के बाद अधिकारी को खंड विकास अधिकारियों के प्रशासनिक कार्यों का समन्वय, राज्य सरकार के साथ संवाद और क्षेत्रीय विकास कार्यों के लिए जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ तालमेल बनाए रखने की जिम्मेदारी मिलती है।
FAQs
BDO बनने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
बीडीओ पद के लिए राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है।
BDO का फुल फॉर्म ‘ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर’ है।
सामान्य वर्ग के लिए 21 वर्ष से 35 वर्ष तक, जबकि आरक्षित वर्गों को नियमानुसार छूट मिलती है।
BDO का मुख्य कार्य ब्लॉक स्तर पर सरकारी विकास योजनाओं की निगरानी करना और उन्हें प्रभावी रूप से लागू करवाना होता है।
हमें उम्मीद है कि बीडीओ कैसे बनें इसकी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होगी। ऐसे ही अन्य करियर से संबंधित लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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9 comments
bahut bahut dhanyavaad aisi jankaari dene ke liye
BDO banne ke liye 12 me kon sa stream le
प्रिया जी, आप BDO बनने के लिए 12th में कोई भी स्ट्रीम ले सकते हैं।
Thanks for the best information job
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