बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ (Baal Ki Khaal Nikalna Muhavare Ka Arth) होता है, जब किसी व्यक्ति से किसी काम या किसी बात पर गलती हो जाएं और दूसरा व्यक्ति उसमें बहुत मीन-मेख निकालना शुरू कर दे। तो उसके लिए हम बाल की खाल निकालना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के जरिये हम बाल की खाल निकालना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और व्याख्या जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है। इसे हम किस तरह से प्रयोग कर सकते हैं नीचे देखें। हम इस लेख में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण मुहावरों को हिंदी वर्णमाला के क्रम में आपको बताएंगे।
बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ (Baal Ki Khaal Nikalna Muhavare Ka Arth) होता है- बहुत मीन-मेख निकालना, छोटी बात पर तर्क करना आदि।
बाल की खाल निकालना पर व्याख्या
दीपक और शिवम तो हर बात पर बाल की खाल निकालते हैं, उन्हें कहीं भी ले जाने में डर लगता है। क्योंकि वे हमें कोई भी समान नहीं खरीदने देते हैं।
बाल की खाल निकालना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
- हर बात पर बाल की खाल निकालना अच्छी बात नही होती।
- ऑफिस में कुछ लोगों को बाल की खाल निकालने का मौका चाहिए।
- सूरज टीचर से एक ही प्रश्न बार-बार पूछ-पूछ कर बाल की खाल ही निकाल देता है।
- दिनेश बाहर कहीं घूमने गया और खाने में जरा सी गड़बड़ क्या हो गई उसने बाल की खाल निकलना शुरू कर दिया।
उम्मीद है, बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ (Baal Ki Khaal Nikalna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।