एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल क्या है और इसे कैसे लिखा जाता है?

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एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल

प्रिंसिपल को एप्लीकेशन लिखना स्कूल में हिंदी और इंग्लिश सिलेबस का एक अभिन्न अंग है। चाहे वह छुट्टी, फ़ीस में छूट, या स्ट्रीम ट्रांसफर के लिए हो, छात्रों को फॉर्मल एप्लीकेशन को प्रिंसिपल के लिए उचित फॉर्मेट और कम्पोज़िशन से परिचित कराने के इरादे से एप्लीकेशन लेखन सिखाया जाता है। एक सम्मानजनक भाषा का उपयोग करते हुए एक संक्षिप्त और अच्छी तरह से उद्देश्यपूर्ण फॉर्मल एप्लीकेशन लिखने की कला एक कौशल है जिसे इसके फॉर्मेट, स्ट्रक्चर और कम्पोज़िशन को समझकर सीखा जा सकता है। यह ब्लॉग आपको एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल, उसके फॉर्मेट और लेखन की शैली के साथ-साथ एप्लीकेशनके कुछ सैम्पल्स के बारे में जानकारी देगा। 

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल क्या है?

एप्लीकेशन को हिंदी में प्रार्थना  पत्र कहा जाता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल स्कूल के प्रिंसिपल को लिखी जाने वाली एक फॉर्मल रिक्वेस्ट है। इस एप्लीकेशन में एक स्टूडेंट अपनी स्थिति से प्रिंसिपल को अवगत कराते हुए अपेक्षित सहायता या अनुकूल कार्यवाही की प्रार्थना करता है। 

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल के प्रकार

एप्लीकेशन के कई प्रकार होते हैं। कुछ मुख्य प्रकार यहाँ दिए गए हैं –

  • बीमारी के लिए अवकाश 
  • फ़ीस में छूट के लिए 
  • सेक्शन बदलने के लिए 
  • स्ट्रीम बदलने के लिए 
  • एडमिशन सम्बन्धी सवालों के लिए 

एप्लीकेशन में क्या शामिल होना चाहिए?

नीचे बताई गई बातों का ध्यान रखें और एक अच्छी एप्लीकेशन लिख सकते हैं-

  • एप्लीकेशन लिखने का कारण स्पष्ट होना चाहिए। 
  • एप्लीकेशन में सम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए। 
  • एप्लीकेशन ज़रूरत से ज़्यादा लम्बी न लिखें। 
  • एप्लीकेशन में व्याकरण और स्ट्रक्चर सही रखें। 
  • फॉर्मल भाषा का इस्तेमाल करें। 

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल का फॉर्मेट 

प्रिंसिपल को एप्लिकेशन लिखते समय फॉर्मेट का विशेष ध्यान दें। नीचे एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल का स्टैण्डर्ड फॉर्मेट बताया जा रहा है –

रिसीवर का पता

जिसे एप्लीकेशन सम्बोधित की जा रही है, उसे मेंशन करें यानि की प्रिंसिपल। इसके बाद स्कूल का पता लिखें। 

तारीख़ 

सब्जेक्ट

एप्लीकेशन के उद्देश्य को रिफ्लेक्ट करता हुआ संक्षिप्त विवरण।

कंटेंट की बॉडी 

अपना नाम और क्लास मेंशन करें, एप्लीकेशन लिखने का कारण स्पष्ट करें, प्रिंसिपल को आभार व्यक्त करें

क्लोजिंग लाइन 

आपका/ आपकी आज्ञाकारी

एप्लीकेशन लिखने वाले का नाम और डिटेल्स 

अपना नाम और डिटेल्स जैसे क्लास, सेक्शन, रोल नंबर आदि लिखें

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल के सैम्पल्स 

फॉर्मेट से परिचित होने के बाद, आईये एप्लीकेशन के सैम्पल्स देखें-

कैज़ुअल लीव के लिए एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल

सेवा में 

प्रधानचार्य 

XYZ स्कूल 

राज्य का नाम 

सब्जेक्ट- छुट्टी के लिए एप्लीकेशन 

महोदय/ महोदया,

सविनय निवेदन है कि मैं [अपना नाम], [अपनी कक्षा] का छात्र हूँ। मैं आपसे [दिनांक से दिनांक] तक छुट्टी के लिए प्रार्थना  कर रहा हूँ। मेरी [रिश्तेदार का नाम] [आवश्यकता का कारण] के लिए [स्थान] जा रहे हैं। इसलिए, मुझे भी उनके साथ जाना होगा।

इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि कृपया मेरा प्रार्थना  स्वीकार करें और मुझे [दिनांक से दिनांक] तक छुट्टी प्रदान करें।

मैं इस छुट्टी के दौरान अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने की पूरी कोशिश करूँगा। मैं घर पर अपने शिक्षकों के साथ संपर्क में रहूँगा और उन्हें अपनी प्रगति के बारे में सूचित करूँगा।

आपकी कृपा के लिए मैं सदा आभारी रहूँगा।

धन्यवाद,

आपका छात्र,

[आपका नाम]

मेडिकल लीव के लिए एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल

सेवा में 

प्रधानचार्य 

XYZ स्कूल 

सब्जेक्ट- मेडिकल छुट्टी के लिए एप्लीकेशन 

महोदय/ महोदया,

मैं [आपका पूरा नाम], इस स्कूल/कॉलेज के [कक्षा/कोर्स का नाम और सेक्शन] का एक छात्र/छात्रा हूँ। मैं इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित करना चाहता/चाहती हूँ कि मैं अपनी स्वास्थ्य स्थिति के कारण [लीव की तारीख] से [लीव की अवधि] तक स्कूल/कॉलेज में अनुपस्थित रहूँगा/रहूँगी।

[यहाँ आपको अपने चिकित्सक द्वारा दी गई आवश्यक चिकित्सा प्रमाणपत्र का उल्लेख करें, यदि आवश्यक हो।]

मैं चाहता/चाहती हूँ कि आप मेरी इस स्थिति को समझें और मुझे इस समय के दौरान स्कूल/कॉलेज से छुट्टी लेने की अनुमति दें। मैं विशेषज्ञ की सिफारिश या और किसी भी आवश्यक दस्तावेज को संलग्न कर रहा/रही हूँ, जो मेरे अस्पताल में रहते वक्त मिले।

धन्यवाद,

[आपका पूरा नाम]


[आपका पता]


[सिटी, राज्य, पिनकोड]


[आपका ईमेल पता]


[आपका फ़ोन नंबर]


[तारीख]

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल लिखने के लिए टिप्स

यहां कुछ टिप्स हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए आप एप्लीकेशन लिखते समय ध्यान में रखें-

  1. अपने एप्लीकेशन को संक्षिप्त और स्पष्ट रखें। अनावश्यक शब्दों और वाक्यों का उपयोग न करें। महत्वपूर्ण विवरणों से जुड़े रहें।
  2. प्रार्थना  पत्र को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रूप से लिखें। प्रार्थना  पत्र में कोई गलतियाँ न हों।
  3. प्रार्थना  पत्र में सभी आवश्यक जानकारी शामिल करें। जैसे कि आपका नाम, कक्षा, प्रार्थना  का विषय, और प्रार्थना  का कारण।
  4. प्रार्थना  पत्र में अपनी बात को स्पष्ट रूप से लिखें। ताकि प्रधानाचार्य को आपकी बात समझने में कोई परेशानी न हो।
  5. प्रार्थना  पत्र में अपनी विनम्रता और शिष्टाचार को बनाए रखें।
  6. प्रार्थना  पत्र में अपने अनुरोध के लिए एक मजबूत कारण दें।
  7. अपनी छुट्टी का कारण, आपकी अनुपस्थिति की अवधि और किसी भी संबंधित तिथियों जैसे दिनांक के साथ सभी आवश्यक विवरणों को शामिल करें।
  8. अपने एप्लीकेशन लिखते समय हमेशा ईमानदार रहें। झूठे दावों से बचें और गलत जानकारी प्रदान न करें।
  9. त्रुटियों की जांच करें। 

FAQs

एप्लीकेशन को किस फॉर्मेट में लिखा जाना चाहिए?

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल जो भी फॉर्मेट में लिखा जाए, उसमें समझदारी और संवेदनशीलता होनी चाहिए। लेटर के फॉर्मेट का उपयोग किया जा सकता है।

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल में कितनी जानकारी होनी चाहिए?

एप्लीकेशन में आपकी पर्सनल जानकारी, जैसे नाम, श्रेणी, विषय, तारीख, लीव की अवधि और कारण शामिल होनी चाहिए। इसके अलावा, आपको वह सभी दस्तावेज भी अटैच करने चाहिए, जो आपकी अनुमति के लिए आवश्यक हो सकते हैं।

एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल कितने दिनों की छुट्टी के लिए लिखा जा सकता है?

एप्लीकेशन में आप जितनी दिनों की छुट्टी के लिए प्रार्थना  करना चाहते हैं, उतनी अवधि लिख सकते हैं। लेकिन, संभवतः स्कूल या कॉलेज की नियमावली के अनुसार, आपको कुछ निर्धारित अवधि के लिए ही छुट्टी मिल सकती है।

एप्लीकेशन में भाषा का चयन किस आधार पर करें?

आपको एप्लीकेशन में भाषा का चयन उस भाषा के आधार पर करना चाहिए, जो आपको सबसे अच्छी तरह समझ में आती है। अधिकतर स्कूलों या कॉलेजों में आपको हिंदी, अंग्रेजी, या दोनों भाषाओं में प्रार्थना  करने का अधिकार होता है।

आशा करते हैं कि आपको एप्लीकेशन टू द प्रिंसिपल पर आधारित यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा। यदि आप हिंदी के इसी तरह के और भी आकर्षक ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो आप Leverage Edu Hindi Blogs इस लिंक के द्वारा पढ़ सकते हैं।

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