अनीय प्रत्यय से शब्द- पठनीय, पूजनीय, दर्शनीयआदि होते हैं। सामान्य भाषा में प्रत्यय वे शब्द हैं जो अव्यय के बाद में लग कर उसे नया रूप और नया अर्थ प्रदान करते हैं।
प्रत्यय किसे कहते है?
प्रत्यय = प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला)। यानी की प्रत्यय शब्द का अर्थ है पीछे चलना। जो शब्दांश शब्दों के अंत में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
जैसे- दयालु= दया शब्द के अंत में आलु जुड़ने से अर्थ में विशेषता आ गई है। अतः यहाँ ‘आलू’ शब्दांश प्रत्यय है। प्रत्ययों का अपना अर्थ कुछ भी नहीं होता और न ही इनका प्रयोग स्वतंत्र रूप से किया जाता है।
अनीय प्रत्यय से शब्द
अनीय प्रत्यय से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- स्मरणीय
- आदरणीय
- पठनीय
- पूजनीय
- उल्लेखनीय
- सम्माननीय
- रमणीय
- शोभनीय
- दयनीय
- माननीय
- वंदनीय
- अनुकरणीय
- विचारणीय
- निंदनीय
- प्रशंसनीय
- श्रवणीय
- दंडनीय
- अपमाननीय
- प्रयोजनीय
- अर्द्धाविसर्जनीय
- योजनीय
- परिवर्जनीय
अनीय प्रत्यय से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
अनीय प्रत्यय से बनने बाले शब्दों का वाक्य प्रयोग नीचे दिया गया है:
- सीता एक आदरणीय महिला है।
- आर्थिक बेरोजगारी के कारन वह दयनीय हालत में है।
- तुम बार-बार निंदनीय कार्य क्यों करते हो?
- डॉक्टर भीम राव अंबेडकर एक पूजनीय व्यक्ति थे।
- राम की कवितायें प्रशंसनीय थी।
उम्मीद है कि अनीय प्रत्यय से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य प्रत्यय के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।