आइन प्रत्यय से शब्द- ठकुराइन, पंडिताइन आदि होते हैं। सामान्य भाषा में प्रत्यय वे शब्द हैं जो अव्यय के बाद में लग कर उसे नया रूप और नया अर्थ प्रदान करते हैं।
प्रत्यय किसे कहते है?
प्रत्यय = प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला)। यानी की प्रत्यय शब्द का अर्थ है पीछे चलना। जो शब्दांश शब्दों के अंत में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
जैसे- दयालु= दया शब्द के अंत में आलु जुड़ने से अर्थ में विशेषता आ गई है। अतः यहाँ ‘आलू’ शब्दांश प्रत्यय है। प्रत्ययों का अपना अर्थ कुछ भी नहीं होता और न ही इनका प्रयोग स्वतंत्र रूप से किया जाता है।
आइन प्रत्यय से शब्द
आइन प्रत्यय से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- मुंशियाइन
- मिश्राइन
- वर्माइन
- नाइन
- चौधराइन
- राजपुरोहिताइन
- औझाइन
आइन प्रत्यय से बनने वाले शब्दों का वाक्य में प्रयोग
आइन प्रत्यय से बनने बाले शब्दों का वाक्य प्रयोग नीचे दिया गया है:
- आज मैं नाइन के पास बाल कटवाने जाउंगी।
- चौधराइन जी आज मेले में जाएंगी।
- पंडिताइन ने पूजा की थाली राम को देदी।
- राजपुरोहिताइन के घर में आज पार्टी है।
- ठकुराइन दो दिन से घर पर नहीं है।
उम्मीद है कि आइन प्रत्यय से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य प्रत्यय के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।