यदि आप एक विद्यार्थी हैं तो आपने कभी ना कभी CGPA शब्द का प्रयोग किया ही होगा तथा आपने यह पता लगाने कि कोशिश भी कि होगी कि यह क्या होता है। ज्यादातर सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के द्वारा इस सिस्टम की पालना की जाती है। CGPA को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है तथा इसकी सहायता से यह आसानी से समझा जा सकता है कि आपकी तुलना अपने बराबर के व्यक्तियों में कहां की जा सकती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करें।
This Blog Includes:
- इंजीनियरिंग में CGPA क्या होता है?
- इंजीनियरिंग में CGPA के फायदे
- इंजीनियरिंग में लिए CGPA कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
- भारतीय कॉलेज इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करते हैं?
- इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करें?
- इंजीनियरिंग के लिए CGPA और SGPA में अंतर
- इंजीनियरिंग के लिए CGPA से SGPA में कैसे पता लगाएं?
- विदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज CGPA कैसे कैलकुलेट करते हैं?
- SGPA निकालने का फॉर्मूला
- CGPA निकालने का फॉर्मूला
- इंजीनियरिंग कॉलेजों में CGPA कैलकुलेट करने के कुछ आसान नियम
- FAQs
इंजीनियरिंग में CGPA क्या होता है?
इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैलकुलेट करने से पहले आपके लिए यह जानना सबसे ज्यादा आवश्यक है कि सीजीपीए होता क्या है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CGPA का पूरा नाम कम्युलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज होता है। CGPA एक मूल्यांकन उपकरण (असेसमेंट टूल) है इसके प्रयोग की सहायता से आपके एकेडमिक प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है। इंजीनियरिंग के बैचलर डिग्री के कार्यक्रमों में, CGPA कि गणना किसी छात्र की वर्तमान स्थिति की निर्धारित करने के लिए करते हैं। इस प्रक्रिया में डिग्री से संबंधित सभी पाठ्यक्रम शामिल हो सकते हैं।
इंजीनियरिंग में CGPA के फायदे
CGPA की गणना करने से आपको कई सारे फायदे होते हैं तथा इंजिनियरिंग में तो आपको CGPA कि गणना करना आना ही चाहिए। यहां CGPA गणना के कुछ फायदे दिए हैं:
- यह स्कोर के प्रेशर को कम करने में सहायता करता है। शिक्षा के ग्रेडिंग मानक के कारण, स्कोरिंग का दबाव कम हो गया है, जिससे विद्यार्थी बिना किसी प्रेशर के सीखते हैं।
- ग्रेडिंग का पैटर्न पहले से एडवांस हो चुका है। शिक्षा का ग्रेडिंग स्टैंडर्ड अब एक एडवांस मार्किंग पैटर्न पर आधारित है।
- शिक्षा के ग्रेडिंग स्टैंडर्ड की वजह से छात्र अब अपनी कमजोरी और ताकत की पहचान आसानी से कर सकते हैं।
- पढ़ाई में आसानी होती है। इसकी वजह से छात्रों के परिणाम में शिक्षा के निम्न स्तर में कमी हुई है।
इंजीनियरिंग में लिए CGPA कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
CGPA कैलकुलेशन की प्रक्रिया में, एक (विशिष्ट) स्पेसिफिक ब्रैकेट ऑफ मार्क्स होता है एवं उसके लिए ग्रेड्स आवंटित कर दी जाती है। जैसे-
- 90-100% – O या A+ के लिए (आउटस्टैंडिंग)
- 70-89% – (प्रथम श्रेणी)
- 50-69% – (सेकंड क्लास)
- 40-49% – (पास)
- 36 से नीचे – (फेल)
CGPA की कैलकुलेशन करना ज्यादा कठिन नहीं होता है आपको सबसे पहले यह करना होता है कि जो भी विषय हैं उन सभी विषयों को जोड़कर कुल विषयों की जो संख्या होती है उसका भाग देना होता है प्राप्त हुए CGPA पॉइंट्स होते हैं।
इंजीनियरिंग में CGPA = सभी सेमेस्टरों के ग्रेड्स पॉइंट्स के योग (जोड़) में सेमेस्टर के सभी विषयों का योग का भाग देना
यदि आप यह जानना चाहते हैं की इंजीनियरिंग में कितना CGPA अच्छा माना जाता है तो आपको यह बता दें कि सामान्यतः 8 या उससे ऊपर का CGPA सबसे अच्छा माना जाता है। यदि आप ऐसे विद्यार्थी हैं जो विदेश में किसी विश्वविद्यालय से पढ़ने की योजना बना रहे हैं तो आपको उच्च सीजीपीए मानकों की आवश्यकता होगी। अन्य विद्यार्थियों से कॉम्पटीशन बहुत अधिक हो सकता है।
भारतीय कॉलेज इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करते हैं?
इंडिया में भी ग्रेड पॉइंट्स को कैलकुलेट करने का अलग तरीका है, CGPA से प्रतिशत में कन्वर्ट करने का तरीका थोड़ा अलग है तथा अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में भी यह भिन्न होता है। इंडिया में CGPA को कैलकुलेट करने का फॉर्मूला कुछ इस प्रकार से है:
CGPA = प्राप्त प्रतिशत में 9.5 संख्या का भाग देना
उदाहरण के लिए यदि आपकी प्रतिशत संख्या 60 है तो –
60/9.5 = 6.31 (प्राप्त CGPA)
इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करें?
इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करें हैं ये तो आप जान ही चुके होंगे। इसके अलावा SGPA भी होता है। SGPA भी एक प्रकार की ग्रेडिंग स्टैंडर्ड है एवं इसकी फुल फॉर्म सेमेस्टर ग्रेड प्वाइंट एवरेज होती है। इस ग्रेडिंग स्टैंडर्ड की सहायता से किसी भी विद्यार्थी के सेमेस्टर के प्रदर्शन को आंकने के लिए किया जाता है। इसकी गणना इस प्रकार की जाती है कि आपके किसी सेमेस्टर में जितने अंक हैं उन सभी को क्रेडिट पॉइंट्स से गुणा करने के बाद जोड़ा जाए तथा उसके बाद सभी विषयों के क्रेडिट अंको को जोड़कर प्राप्त अंको में उनका भाग दे दिया जाए।
उदाहरण के लिए मान लीजिए आपके पास 4 विषयों के प्राप्तांक हैं –
विषय 1 : 5
विषय 2 : 6
विषय 3 : 9
विषय 4 : 8
प्रत्येक विषय के लिए क्रेडिट 10 है।
अब आपको प्राप्त अंको को उनके क्रेडिट से गुणा करके उनका योग कर लेना है –
विषय 1 : 5*10 = 50
विषय 2 : 6*10 = 60
विषय 3 : 9*10 = 90
विषय 4 : 8*10 = 80
टोटल ग्रेड पॉइंट्स का योग
50+60+90+80 = 280
4 विषयों के टोटल क्रेडिट पॉइंट्स 10+10+10+10 = 40
SGPA निकालने के लिए हम ग्रेड टोटल ग्रेड पॉइंट्स में से डिवाइड कर देंगे
=280/40
= 7 (प्राप्त SGPA)
इंजीनियरिंग के लिए CGPA और SGPA में अंतर
- SGPA मे आपके इंजीनियरिंग के केवल एक सेमेस्टर के ग्रेड पॉइंट्स का एवरेज निकाला जाता है।
- वहीं पे CGPA आपकी पूरी इंजीनियरिंग डिग्री के ग्रेड पॉइंट्स का एवरेज होते हैं।
- CGPA को प्राप्त करने के लिए हम SGPA का प्रयोग कर सकते हैं।
- SGPA ग्रेडिंग का एक पुराना सिस्टम है।
- CGPA ग्रेडिंग का नया व एडवांस तरीका है।
इंजीनियरिंग के लिए CGPA से SGPA में कैसे पता लगाएं?
जैसा कि आपको पता है SGPA की सहायता से CGPA को निकाला जा सकता है निम्न फॉर्मूला का प्रयोग करना होगा जोकि इस प्रकार है –
CGPA = एकेडमिक डिग्री के सभी सेमेस्टर के SGPA के योग में, सभी सेमेस्टर की संख्या का भाग देना।
उदाहरण के लिए यदि आपके चार सेमेस्टर के SGPA का योग इस प्रकार है 6+7+8+5 = 26
इसमें सभी सेमेस्टर का योग 4 का भाग (डिवाइड) देना होगा
CGPA = 26/4
= 6.5 प्राप्त CGPA
विदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज CGPA कैसे कैलकुलेट करते हैं?
सामान्यतः विदेशी यूनिवर्सिटीज में SGPA को कैलकुलेट करने के लिए विद्यार्थियों को उनके क्रेडिट पॉइंट्स को 10 से गुणा करना होता है। वहीं CGPA को क्रेडिट पॉइंट्स की सहायता से निकाला जा सकता है।
SGPA निकालने का फॉर्मूला
- सबसे पहले आप अपने प्रत्येक विषय के क्रेडिट पॉइंट्स का पता लगाएं।
- जिस विषय में आपको जितने अंक प्राप्त हुए हैं उनको उस विषय के क्रेडिट पॉइंट्स से गुणा कीजिए।
- जो आंकड़े आपको प्राप्त हुए हैं उन सभी को जोड़ लीजिए।
- ग्रेड पॉइंट्स के जो आंकड़े आपको प्राप्त हुए हैं उनमें क्रेडिट पॉइंट के योग का भाग (डिवाइड) दे दीजिए। इस प्रकार आपको SGPA प्राप्त हो जाएगा।
एक उदाहरण की सहायता से आप आसानी से समझ सकते हैं –
मान लीजिए आपके तीन विषयों के क्रेडिट इस प्रकार हैं:
विषय 1 – 3
विषय 2 – 3
विषय 3 – 3
इन विषयों में आपके अंक इस प्रकार हैं –
विषय 1 – 9
विषय 2 – 8
विषय 3 – 8
प्रत्येक विषय के क्रेडिट को उस विषय के ग्रेड पॉइंट्स से गुणा कीजिए।
विषय 1 – 3*9 = 27
विषय 2 – 3*8 = 24
विषय 3 – 3*8 = 24
इस सभी को आपस में जोड़ लीजिए
27+24+24 = 75
सभी विषयों के क्रेडिट को जोड़ लीजिए
(विषय 1 +विषय 2 + विषय 3) = 3+3+3 = 9
SGPA = 75/9
= 8.33 (प्राप्त SGPA)
CGPA निकालने का फॉर्मूला
अब आपको CGPA निकालना है इसके लिए एक बहुत ही आसान सी प्रक्रिया है कि सभी सेमेस्टर के SGPA को जोड़ उनमें सेमेस्टर की संख्या का भाग दे दीजिए।
जैसे: टोटल सेमेस्टर 8 का SGPA निम्न प्रकार से है –
सेमेस्टर 1 = 5
सेमेस्टर 2 = 2
सेमेस्टर 3 = 6
सेमेस्टर 4 = 7
सेमेस्टर 5 = 3
सेमेस्टर 6 = 9
सेमेस्टर 7 = 6
सेमेस्टर 8 = 5
CGPA = (5+2+6+7+3+9+6+5)/ 8
= 43/8
= 537 (प्राप्त CGPA)
इंजीनियरिंग कॉलेजों में CGPA कैलकुलेट करने के कुछ आसान नियम
इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैलकुलेट करने के कुछ बहुत से आसान नियम इस प्रकार से हैं–
- आप अपनी इंजीनियरिंग डिग्री के प्रत्येक सेमेस्टर के विषयों की संख्या याद रखें।
- सभी सेमेस्टर में प्राप्त अंको के योग में सभी सेमेस्टर की संख्या भाग (डिवाइड) दे दीजिए।
- जो अंक आपको प्राप्त हुए हैं उनमें 9.5 का भाग दे दीजिए।
FAQs
हां, कई सारे कॉलेज ऐसे हैं जो अलग उनके अपने तरीके से CGPA निकालते हैं।
CGPA एक एडवांस स्टैंडर्ड ग्रेडिंग सिस्टम है जिससे विद्यार्थियों को उनकी कमियों तथा प्लस पॉइंट के बारे में जानकारी प्रदान होती है।
हां, CGPA से आसानी से परसेंटेज निकाला जा सकता है।
हमें उम्मीद है कि हमारे इस ब्लॉग इंजीनियरिंग के लिए CGPA कैसे कैलकुलेट करें के द्वारा आपको से CGPA के बारे में जानने में सहायता मिली होगी। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।