ग्राम विकास अधिकारी कैसे बनें: योग्यता, प्रोसेस, स्किल्स और कोर्स

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ग्राम विकास अधिकारी कैसे बनें

ग्रामीण क्षेत्रों को भारत की आत्मा कहा जाता है, ऐसे में शहर के आधुनिकरण के साथ-साथ आवश्यक होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों तक विकास पहुंचाने में ग्राम विकास अधिकारी की मुख्य भूमिका होती है। यह एक जिम्मेदारी वाला पद है, जिस पर आसीन व्यक्ति सही मायनों में भारत की विकास यात्रा को गति देने का काम करता है। VDO की नौकरी न सिर्फ सरकारी क्षेत्र में एक सुरक्षित करियर देती है, बल्कि समाज सेवा का भी अवसर प्रदान करती है। इस लेख में ग्राम विकास अधिकारी बनने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई है।

ग्राम विकास अधिकारी कौन होता है?

ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भारत की ग्रामीण प्रशासन व्यवस्था में महत्वपूर्ण पद है। यह अधिकारी गांवों में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, ग्रामीण रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के विकास की देखरेख करता है।

VDO पद के लिए कोर्स ऑप्शन

ध्यान दें कि ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए कोई अनिवार्य कोर्स निर्धारित नहीं है। सामान्यतः कैंडिडेट रूरल डेवलपमेंट, एग्रीकल्चर या सोशल वर्क जैसे क्षेत्रों में ग्रेजुएशन डिग्री कर सकते हैं। इसके अलावा, किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन होने पर भी कैंडिडेट VDO भर्ती परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की सूची दी गई है, जिन्हें स्टूडेंट अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार चुन सकते हैं:-

  • B.R.S. (Bachelor of Rural Studies)
  • Bachelor of Social Work
  • B.A. (Bachelor of Arts) in Rural Development
  • B.Sc. (Bachelor of Science) in Agriculture
  • B.A. (Bachelor of Arts) in Development Studies

ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए आवश्यक योग्यता

VDO बनने के लिए कैंडिडेट्स में नीचे दी गई सामान्य योग्यताएं होना जरूरी है:-

  • कैंडिडेट के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होना अनिवार्य है।
  • कैंडिडेट के पास NIELIT से मान्यता प्राप्त संस्थान से CCC का सर्टिफिकेट या COPA व DPCS सर्टिफिकेट होना चाहिए। ध्यान दें कि यह मानक राज्य के अनुसार भिन्न हो सकता है। इसलिए आवेदन करने से पहले संबंधित राज्य की ऑफिशियल वेबसाइट से एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया जरूर चेक कर लें।
  • कैंडिडेट की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट्स को आयु सीमा में सरकारी नियमों के अनुसार छूट दी जाती है।

ग्राम विकास अधिकारी बनने का सिलेक्शन प्रोसेस

VDO बनने की चयन प्रक्रिया राज्य के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है। इसलिए कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि आवेदन करने से पहले वे अपने संबंधित राज्य की चयन प्रक्रिया अवश्य जांच लें। नीचे एक सामान्य भर्ती प्रक्रिया दी गई है, जो अधिकांश राज्यों में लगभग समान होती है:-

  • स्टेप 1: संबंधित ‘राज्य कर्मचारी चयन आयोग’ (जैसे RSMSSB, UPSSSC आदि) द्वारा आयोजित VDO रिक्रूटमेंट फॉर्म फिल करें। इसमें ऑनलाइन अप्लाई करना होता है।
  • स्टेप 2: इसके बाद कैंडिडेट को निर्धारित सिलेबस के अनुसार लिखित परीक्षा पास करनी होती है।
  • स्टेप 3: कैंडिडेट की शारीरिक क्षमता की जांच की जाती है। इसमें दौड़, ऊंचाई-वजन और शारीरिक फिटनेस से जुड़े टेस्ट शामिल होते हैं। हालांकि यह टेस्ट हर राज्य में लागू नहीं होता।
  • स्टेप 4: फिजिकल टेस्ट क्लियर होने पर कैंडिडेट के सभी डाक्यूमेंट्स को वेरिफाई किया जाता है। जैसे- मार्कशीट (10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन), कंप्यूटर सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट (यदि लागू हो), एड्रेस प्रूफ, फोटो आईडी प्रूफ व अन्य आवश्यक सर्टिफिकेट आदि। 
  • स्टेप 5: सिलेक्टेड कैंडिडेट का मेडिकल टेस्ट किया जाता है। यह जांच सुनिश्चित करती है कि कैंडिडेट शारीरिक रूप से इस पोस्ट के लिए एलिजिबल है।
  • स्टेप 6: सभी चरणों के बाद फाइनल मेरिट लिस्ट जारी होती है। सिलेक्टेड कैंडिडेट्स को ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित किया जाता है।

ग्राम विकास अधिकारी के लिए आयोजित परीक्षा पैटर्न

ग्राम विकास अधिकारी के लिए आयोजित परीक्षा पैटर्न हर राज्य में वहां के निर्धारित नियम और शर्तों के आधार पर भिन्न हो सकता है, हालांकि यहां UPSSSC द्वारा आयोजित VDO का परीक्षा पैटर्न दिया गया है, जिसमें परीक्षा का समय 2 घंटे निर्धारित किया जाता है और परीक्षा में 100 प्रश्नों को पूछा जाता है:-

विषय प्रश्नों की संख्याअंक 
पंचायती राज व्यवस्था का इतिहास और उनसे संबंधित संवैधानिक प्रावधान1010
पंचायतों का वर्तमान स्वरूप (उत्तर प्रदेश राज्य के संदर्भ में) 1010
पंचायतों के वित्तीय स्रोत और कार्य योजना 1010
पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने के उपाय 
उत्तर प्रदेश राज्य के संदर्भ में ग्रामीण विकास योजनाएँ और कार्यक्रम 20 20 
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में ग्राम पंचायत अधिकारियों की भूमिका1010
कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणाओं और इस क्षेत्र में समकालीन प्रौद्योगिकी विकास और नवाचार का ज्ञान15 15 
उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी20 20 

ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा का सिलेबस

इस परीक्षा का सिलेबस लगभग कॉमन होता है, हालांकि राज्य के आधार पर इतिहास और भूगोल के विषय में भिन्नता देखी जा सकती है। इसलिए कैंडिडेट्स को यह सलाह दी जाती है कि वे संबंधित राज्य में अप्लाई करने से पहले ऑफिशियल वेबसाइट जरूर चेक कर लें।

खंड का नामविषय / टॉपिक्स
हिंदी ज्ञान और लेखनसमास, सन्धि, विलोम/पर्यायवाची, अलंकार, तत्सम/तद्भव, वाक्य संशोधन–लिंग/वचन, वर्तनी, मुहावरे-लोकोक्तियाँ
सामान्य बुद्धिकोडिंग-डिकोडिंग, दिशा-परीक्षण, पजल, कथन-निष्कर्ष, वेन आरेख, संख्या-क्रम, समय-क्रम
सामान्य ज्ञानकरंट अफेयर्स (राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय), विज्ञान (आविष्कार/खोज), इतिहास, भूगोल, संविधान, पुरस्कार-सम्मान, राज्य और मुद्रा, पुस्तकें-लेखक आदि
भूगोल और प्राकृतिक संसाधनभारत और उत्तर प्रदेश का भूगोल, संसाधन
इतिहास और संस्कृतिभारत और उत्तर प्रदेश का इतिहास, जनजातियाँ
गणितप्रतिशत, अनुपात, औसत

नोट – यह सिलेबस उत्तर प्रदेश सबऑर्डिनेट सर्विस सलेक्‍शन कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट द्वारा लिया गया है।

VDO बनने के लिए आवश्यक स्किल्स

ग्राम विकास अधिकारी बनने हेतु निम्नलिखित क्षमताएं और स्किल्स होना अनिवार्य हैं:-

  • ग्रामीण विकास नीतियों का ज्ञान
  • वित्तीय प्रबंधन
  • पर्यावरणीय स्थिरता
  • कृषि और आजीविका विकास 
  • संचार और पारस्परिक कौशल
  • सहानुभूति और सांस्कृतिक संवेदनशीलता
  • नेतृत्व और टीम प्रबंधन
  • समस्या को सुलझाना
  • नेटवर्किंग और सामुदायिक जुड़ाव

ग्राम विकास अधिकारी बनने की तैयारी कैसे करें?

VDO बनने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:-

  • सबसे पहले अपने राज्य के VDO एग्जाम का पूरा सिलेबस और परीक्षा पैटर्न समझें। इसमें सामान्य ज्ञान, रीजनिंग, मैथ्स, कंप्यूटर और ग्रामीण विकास से जुड़े सब्जेक्ट आते हैं।
  • दैनिक रूप से मैथ्स, रीजनिंग और सामान्य अध्ययन (GS) की प्रैक्टिस करें। साथ ही ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सरकारी योजनाओं और लोक प्रशासन जैसे सब्जेक्ट्स पर विशेष ध्यान दें।
  • पिछले वर्षों के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें और हफ्ते में कम से कम 1–2 मॉक टेस्ट जरूर दें। इससे स्पीड, एक्यूरेसी और टाइम मैनेजमेंट बेहतर होता है।
  • समाचार, सरकारी पोर्टल और मासिक करंट अफेयर्स पढ़ें। विशेष रूप से ग्रामीण विकास, कृषि, रोजगार और पंचायत से जुड़ी योजनाएं जरूर पढ़ें।
  • VDO रिक्रूटमेंट में कंप्यूटर योग्यता आवश्यक होती है, इसलिए बेसिक कंप्यूटर, MS Office और इंटरनेट से जुड़े टॉपिक अच्छे से पढ़ें।
  • लिखित परीक्षा के साथ फिजिकल टेस्ट भी होता है। इसलिए कम्युनिकेशन स्किल बढ़ाएं और नियमित व्यायाम कर फिटनेस बनाए रखें।

ग्राम विकास अधिकारी को मिलने वाला अनुमानित वेतन

VDO की सैलरी राज्य के अनुसार अलग होती है। उदाहरण के लिए राजस्थान में RSMSSB के जरिए रिक्रूट होने पर कैंडिडेट्स को पे मैट्रिक्स लेवल 6 के तहत रखा जाता है, जो 7वें पे कमीशन पर आधारित है। इसमें अनुमानित 20,800 की बेसिक सैलरी के साथ DA, HRA और हार्ड ड्यूटी अलाउंस शामिल हैं। वहीं इन-हैंड सैलरी, ग्रॉस सैलरी से अलग होती है क्योंकि NPS, प्रोफेशनल टैक्स, इनकम टैक्स और PF जैसी डिडक्शन के बाद अनुमानित इन-हेंड सैलरी लगभग 24,380 प्रति माह होती है।

नोट: ग्राम विकास अधिकारी की सैलरी की जानकारी अन्य स्रोतों से ली गई है और भिन्न हो सकती है।

FAQs 

ग्राम विकास अधिकारी को कैसे पदोन्नत किया जा सकता है?

अनुभव और सेवा अवधि के आधार पर ग्राम विकास अधिकारी को उच्च पदों जैसे ब्लॉक विकास अधिकारी तक प्रमोशन मिलता है।

ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में कौन-कौन से विषय पूछे जाते हैं?

ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में सामान्य ज्ञान, हिंदी, गणित, तार्किक क्षमता और ग्रामीण विकास से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती प्रक्रिया में कितने चरण होते हैं?

सामान्यतः VDO की भर्ती प्रक्रिया में रिटेन एग्जाम, इंटरव्यू और फिजिकल टेस्ट जैसे चरण शामिल होते हैं।

ग्राम विकास अधिकारी कौन होता है?

VDO वह सरकारी अधिकारी होता है जो ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन, निगरानी और प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है।

वीडीओ के लिए कौन सी परीक्षा है?

VDO बनने के लिए राज्य स्तर की राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा देनी होती है।

आशा है कि इस लेख में आपको ग्राम विकास अधिकारी बनने की सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही करियर से संबंधित अन्य लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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