जातिवाचक संज्ञा, क्रिया, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय में ता, आस, पा, अ, पन, ई, आव, वट, य, हट, त्व आदि वर्ण लगाकर इन्हें भाववाचक संज्ञा में बदला जा सकता हैं। आज के इस ब्लॉग में हम आपको सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना बताएंगे।
सर्वनाम की परिभाषा
संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्दों को सर्वनाम कहा जाता हैं। जैसे: तुम, हम, आप, उसका, आदिI सर्वनाम 2 शब्दों का योग करके बनता है: सर्व+नाम, इसका यह अर्थ है कि जो नाम शब्द के स्थान पर उपयुक्त होता है उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण: वह मोहन है।
इस वाक्य में शब्द वह ‘सर्वनाम’ है। जो व्यक्ति के नाम की जगह पर मौजूद है।
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा
जिन शब्दों से किसी प्राणी या पदार्थ के गुण भाव स्वभाव के अवस्था का बोध होता है, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं जैसे: मिठास, बुढ़ापा, गरीबी, आजादी, साहस, वीरता, आदि।
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाने के उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
सर्वनाम | भाववाचक संज्ञा |
अपना | अपनत्व/अपनापन |
अहं | अहंकार |
आप | आपा |
निज | निजत्व/निजता |
पराया | परायापन |
मम | ममता/ममत्व |
सर्व | सर्वस्व |
स्व | स्वत्व |
माँ | ममता |
उम्मीद है कि आपको सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाने का ब्लॉग इंफॉर्मेटिव लगा होगा। हिंदी व्याकरण से जुड़े अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।