ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ (Naa Rahega Baans Naa Bajegi Bansuri Muhavare Ka Arth) होता है, कारण न होने पर कार्य भी नहीं होता या मुसीबत को जड़ से खत्म कर देना है। जब किसी व्यक्ति के पास किसी काम को करने का कारण नहीं हो और उस व्यक्ति से काम न हो पाए, ऐसी स्थिति में इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ क्या है?
ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ (Naa Rahega Baans Naa Bajegi Bansuri Muhavare Ka Arth) होता है- कारण न होने पर कार्य भी नहीं होता। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें किसी व्यक्ति के द्वारा किसी कार्य को परिणाम तक न पहुँचाया जा सकता हो या मुसीबत को जड़ से खत्म कर देना है।
ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी पर व्याख्या
“ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- कारण न होने पर कार्य भी नहीं होता। जैसे – सुरेश और महेश के बीच के झगड़े को रोकने के लिए उनकी माँ ने उनसे टीवी का रिमोट छीन लिया, अब ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
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ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का वाक्य प्रयोग
ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- देवांग के लिए खतों को स्तुति ने जलाकर राख कर दिया, अब ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
- अपने लक्ष्य से भटकने पर पंकज ने अपने फोन से दूरी बनाकर इस बात को सिद्ध किया कि ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
- वीडियों गेम पर राकेश और उसके भाई के बीच झगड़ा होता देख, उसके पापा ने उसके वीडियो गेम को तोड़ दिया। अब ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
- रितिका ने विशाखा और मँछी की बातों को ध्यान से सुना और दोनों की लड़ाई के कारण फोन को उनसे दूर कर दिया, अब ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
- आशीष ने अपने व्यापार में लाभ अर्जित करने के लिए फिजूल के खर्चों पर कटौती की, अब लाभ ना होने का मुद्दा ही नहीं उठता क्योंकि अब ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी।
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आशा है कि आपको ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ (Naa Rahega Baans Naa Bajegi Bansuri Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।