Kshatriya kaun Si Sangya Hai, इस प्रश्न का उत्तर यहाँ दिया गया है। जहाँ पर किसी विशेष क्षत्रिय की बात न होकर केवल क्षत्रिय का प्रयोग एक जाति के रूप में किया गया हो, तो वहाँ ‘जातिवाचक संज्ञा’ होगी।
वर्तमान समय में सभी स्कूल, कॉलेजों और प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी व्याकरण से संबंधित प्रश्न जरूर पूछे जाते हैं। जिसमें मुख्य रूप से संज्ञा और अलंकार हर प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते है। यहां उन्हीं में से एक जातिवाचक संज्ञा से संबंधित Kshatriya kaun Si Sangya Hai के बारे में उदाहरण सहित बताया जा रहा है। जो आपकी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।
Kshatriya Kaun Si Sangya Hai?
क्षत्रिय शब्द में ‘जातिवाचक संज्ञा’ होगी क्योंकि यहाँ पर किसी विशेष क्षत्रिय की बात न होकर केवल क्षत्रिय का प्रयोग एक जाति के रूप में किया गया है।
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा
जो शब्द किसी व्यक्ति, जीव, वस्तु या स्थान की संपूर्ण जाति का बोध कराते हैं, उन शब्दों को ‘जातिवाचक संज्ञा’ कहते हैं। जैसे नदी, सोना, लड़की, पहाड़, झील, सड़क, बाजार आदि।
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण
यहाँ जातिवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण दिए जा रहे हैं, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
- नदी से गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी आदि सभी नदियों का बोध होता है।
- वस्तु से सभी प्रकार की वस्तुओं का बोध होता है। जैसे टेबल, कुर्सी, पेन, बुक, साइकिल आदि।
- पहाड़ कहने से संसार के सभी पहाड़ों का बोध होता है।
- मनुष्य कहने से संसार की संपूर्ण मनुष्य जाति का बोध होता है।
- झील कहने से संसार की सभी झीलों का बोध होता है।
जातिवाचक संज्ञा के अन्य उदाहरण
जातिवाचक संज्ञा के अन्य उदाहरण नीचे दिए गए बिंदुओं में बताएं गए हैं:-
- पेड़-पौधों के नाम – पीपल, नीम, आम, जामुन, अशोक
- पेशों के नाम – डॉक्टर, वकील, पुलिस, इंजीनियर, जज
- धातुओं के नाम – सोना, चाँदी, लोहा, तांबा, हीरा
- पशु-पक्षियों के नाम – कुत्ता, बिल्ली, खरगोश, हिरण, चीता
- स्थानों के नाम – चौराहा, गली, बाजार, गांव, नगर
जानिए अन्य संज्ञा शब्द
यहाँ अन्य संज्ञा शब्दों को नीचे दिए बिंदुओं में बताया गया हैं:-
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