Karan Karak ki Paribhasha: हिंदी व्याकरण में कारक एक महत्वपूर्ण विषय है, जिससे परीक्षाओं में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं। ये प्रश्न कभी एक अंक में होते हैं तो कभी तीन या पाँच अंकों में, इसलिए इस विषय की गहरी समझ आवश्यक होती है। हिंदी में कुल आठ प्रकार के कारक हैं, जिनमें से एक है करण कारक। करण कारक वह होता है जो यह बताता है कि कोई क्रिया किस साधन, उपकरण या माध्यम से की जा रही है। यह क्रिया के ‘साधन’ को दर्शाता है। उदाहरण के तौर पर, जब हम कहते हैं ‘राम ने कलम से लिखा’, तो यहाँ ‘कलम’ वह साधन है जिससे क्रिया (लिखना) संपन्न हो रही है- यही करण कारक है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि करण कारक क्या होता है, इसे कैसे पहचाना जाता है, और इसके सही प्रयोग क्या होते हैं।
कारक किसे कहते हैं?
करण कारक को समझने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि कारक क्या होता है। संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से वाक्य का सम्बन्ध किसी दूसरे शब्द के साथ जाना जाए, उसे कारक (Karak) कहते हैं। सरल शब्दों में, कारक वह रूप होता है जो यह दर्शाता है कि संज्ञा या सर्वनाम का वाक्य में क्या कार्य है और उसका क्रिया से किस प्रकार का संबंध है। किसी क्रिया को करने में जो संज्ञा या सर्वनाम मुख्य भूमिका निभाता है, वह कारक के रूप में कार्य करता है। हिंदी में कुल आठ प्रकार के कारक होते हैं, जो अलग-अलग कार्य या संबंध को दर्शाते हैं। अब हम इनमें से एक-करण कारक को हम विस्तार से समझेंगे।
कारक | विभक्तियाँ |
कर्ता | ने |
कर्म | को |
करण | से, द्वारा |
सम्प्रदान | को, के लिये, हेतु |
अपादान | से (अलग होने के अर्थ में) |
सम्बन्ध | का, की, के, रा, री, रे |
अधिकरण | में, पर |
सम्बोधन | हे! अरे! ऐ! ओ! हाय! |
करण कारक की परिभाषा और चिन्ह
करण कारक वह कारक होता है, जिससे कोई कार्य (क्रिया) किया जाता है या क्रिया के संपादन में जो साधन, माध्यम या उपकरण सहायक होता है, उसे करण कारक कहते हैं। सरल शब्दों में, जिस साधन से अथवा जिसके द्वारा क्रिया पूरी की जाती है, उस संज्ञा को करण कारक कहते हैं। इसका मुख्य चिन्ह ’से’ अथवा ’द्वारा’ है।
करण कारक के मुख्य उदाहरण
करण कारक (Karan Karak) के मुख्य उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
- उस लड़के को गर्मी की वजह से लू लग गई।
- अर्जुन ने कर्ण को बाण से मारा था।
- अजित ने अपनी पत्नी के द्वारा खाना बनवाया।
- मुकुल ने सारा काम बच्चों से करवाया।
- तनुज के पास हिमांशु से ज्यादा पैसे हैं।
- बच्चे मिट्टी से खेल रहे हैं।
- पत्र को पेन्सिल से लिखा गया है।
- अंकिता ने अपने भाई से काम करवाया है।
- करण सारा ज्ञान इंटरनेट से लेता है।
- संजना ने प्रियंका को स्केल से मारा।
- मैं रोज़ गाड़ी से अपने ऑफिस जाता हूँ।
- रजत के द्वारा वह काम इतनी जल्दी हुआ।
- आयुष से ज्यादा तो पंकज के क्लास 12 में ज्यादा अंक थे।
- मनुष्य कान से सुनते हैं।
- गेहूं को पीसने से आटा बनता है।
आशा है कि इस ब्लॉग से करण कारक (Karan Karak) की जानकारी मिली होगी। हिंदी व्याकरण के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।