काले तिल चबाना मुहावरे का अर्थ (Kaale Til Chabana Muhavare Ka Arth) होता है, किसी के अधीन होना या पराधीन होना या किसी के दबाव में होना। जब कोई व्यक्ति किसी की अधीनता (गुलामी) को स्वीकार करके जीवनयापन करता है तो उस स्थिति को दर्शाने के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप काले तिल चबाना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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काले तिल चबाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
काले तिल चबाना मुहावरे का अर्थ (Kaale Til Chabana Muhavare Ka Arth) होता है- किसी के अधीन होना या पराधीन होना या किसी के दबाव में होना। आसान शब्दों में समझें तो यह मुहावरा उस स्थिति का वर्णन करता है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी का गुलाम बन जाता है।
काले तिल चबाना पर व्याख्या
“काले तिल चबाना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- किसी के अधीन होना या पराधीन होना या किसी के दबाव में होना। गुलामी को स्वीकार करने वाले व्यक्ति की स्थिति को परिभाषित करने के लिए काले तिल चबाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है।
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काले तिल चबाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
काले तिल चबाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- देवांग ने बाहरी लोगों को सिर पर चढ़ाकर काले तिल चबाए।
- ऑफिस में कुछ लोगों ने काले तिल चबाने को बहुत प्राथमिकता दी।
- मोहित ने काले तिल चबाने के बजाय कठिन परिश्रम करके खुद को आज़ाद रखने का निर्णय लिया।
- स्वतंत्रता का सही अर्थ जानने वाले काले तिल चबाने को अपना कर्तव्य नहीं समझते हैं।
- काले तिल चबाना कोई अच्छी आदत नहीं है, ये आपके विचारों को खोखला कर देती है।
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आशा है कि आपको काले तिल चबाना मुहावरे का अर्थ (Kaale Til Chabana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।