देशभर में 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियां धूम धाम से चल रही हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों से आग्रह किया गया है कि वह हर घर तिरंगा अभियान में ज़ोर- शोर से भाग लें। आइये जानते हैं कि Har Ghar Tiranga Abhiyaan आखिर है क्या? क्या है इसके पीछे का उद्देश्य, आदि अन्य जानकरी।
क्या है Har Ghar Tiranga अभियान?
भारत सरकार का Har Ghar Tiranga 13 अगस्त से शुरू हुआ और 15 अगस्त को देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस तक जारी रहेगा। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए, पीएम मोदी ने सभी से अपने सोशल मीडिया डिस्प्ले चित्र को राष्ट्रीय ध्वज में बदलने का आग्रह किया था।
देशवासियों से की गयी अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में देशवासियों से ‘हर घर तिरंगा आंदोलन’ में हिस्सा लेने को कहा। उन्होंने लिखा, ”तिरंगा स्वतंत्रता और राष्ट्रीय एकता की भावना का प्रतीक है। प्रत्येक भारतीय का तिरंगे से भावनात्मक जुड़ाव है और यह हमें राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है। मैं आप सभी से 13 से 15 अगस्त के बीच #हरघरतिरंगा आंदोलन में भाग लेने का आग्रह करता हूं। तिरंगे के साथ अपनी तस्वीरें यहां अपलोड करें – https://hargarhtiranga.com
क्या है हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य?
Har Ghar Tiranga अभियान नागरिकों के बीच देशभक्ति की भावना को मजबूत करने और सहयोगात्मक भागीदारी और बढ़ी हुई ‘जनभागीदारी’ के सार के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
कैसे मनाया जा रहा है हर घर तिरंगा?
केंद्र सरकार की वेबसाइट के अनुसार, हर घर तिरंगा वेबसाइट को देश के लोगों से 40 मिलियन से अधिक सेल्फी प्राप्त हुई हैं।
पीटीआई के हवाले से एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, हर घर तिरंगा पहल के हिस्से के रूप में, डाक विभाग जनता को उच्च गुणवत्ता वाले राष्ट्रीय झंडे बेचने और वितरित करने के लिए नामित निकाय है ।
केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने शनिवार को बताया कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत डाकघरों को लगभग 2.5 करोड़ झंडे की आपूर्ति की गई है। वरिष्ठ नौकरशाह ने कहा कि इस समय देश में काफी उत्साह है और इस अवसर को पिछले साल की तरह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में ‘बड़े पैमाने’ पर मनाया जाएगा।
“हमने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को झंडों की आपूर्ति सुनिश्चित की है। और इस साल, लगभग 2.5 करोड़ झंडे डाकघरों को आपूर्ति किए गए हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा एक करोड़ था” संस्कृति सचिव ने पीटीआई के हवाले से कहा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि “डाक विभाग ने इस साल 2.5 करोड़ झंडों की मांग रखी है और 55 लाख झंडे पहले ही डाकघरों के माध्यम से भेजे जा चुके हैं। कपड़ा मंत्रालय पहले ही 1.3 करोड़ झंडे राज्यों को भेज चुका है।”
अभी हमने जाना Har Ghar Tiranga के बारे में। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।