‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम आतंकी हमले के प्रत्युत्तर के रूप में 7 मई, 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किया गया एक समन्वित एयर स्ट्राइक ऑपरेशन था। जिसमें पाकिस्तान तथा PoK में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसे भारतीय भू-भाग से सेना, नौसेना और वायु सेना के समन्वित प्रयासों द्वारा कार्यान्वित किया गया था। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्यवाई की है। भारत ने पहले भी पाकिस्तान पर कई बड़े सैन्य ऑपरेशन जैसे- ‘ऑपरेशन मेघदूत’, ‘ऑपरेशन विजय’, ‘2016 की सर्जिकल स्ट्राइक’ और ‘ऑपरेशन बंदर’ आदि को अंजाम दिया है। इस ब्लॉग में आपको ऑपरेशन सिंदूर पर निबंध के ऐसे सैंपल मिलेंगे, जो सरल भाषा में हैं और परीक्षा में अच्छे अंक लाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
This Blog Includes:
ऑपरेशन सिंदूर पर 100 शब्दों में निबंध
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की एक महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई है, जिसे 7 मई, 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर अंजाम दिया गया। इस एयर स्ट्राइक का उद्देश्य भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाने में इस्तेमाल किए गए आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना था।
यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के प्रत्युत्तर में किया गया, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी। इस हमले में अधिकांश मृतक विवाहित पुरुष थे, जिनके परिवारों का सुहाग उजड़ गया था, इसी कारण इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के सौभाग्य और समर्पण का प्रतीक है।
ऑपरेशन सिंदूर पर 200 शब्दों में निबंध
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम आतंकी हमले के प्रत्युत्तर में 7 मई, 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा लॉन्च किया गया एक समन्वित एयर स्ट्राइक ऑपरेशन है। भारतीय सशस्त्र बलों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद 14 दिन के भीतर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इस ऑपरेशन को भारतीय भू-भाग से सेना, नौसेना और वायु सेना की संयुक्त ताकत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूर्ण रूप से ध्वस्त किया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल आतंकवादियों के ठिकानों पर एक सटीक हमला था, बल्कि यह भारत की ओर से सीमा पार के दहशतगर्दों और उनके संरक्षकों के लिए एक स्पष्ट और शक्तिशाली चेतावनी भी थी। सरकार ने बताया कि इस हमले का उद्देश्य उन आतंकवादियों और उनके अभियानों को नष्ट करना था, जो भारत के विरोधी हमलों को अंजाम देते थे।
वहीं भारत ने पिछले अभियानों के आक्रामक और शक्ति प्रदर्शन पर केंद्रित नामों के विपरीत, इस अभियान का नाम पीड़ितों, विशेषकर पहलगाम हमले की विधवाओं, के प्रति व्यक्तिगत श्रद्धांजलि स्वरूप चुना था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपेरशन का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं दिया था। यह ऑपरेशन न केवल रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष भारत की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का स्पष्ट संकेत भी था।
यह भी पढ़ें – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निबंध
ऑपरेशन सिंदूर पर 500 शब्दों में निबंध
यहाँ आपके लिए ऑपरेशन सिंदूर पर 500 शब्दों में निबंध का सैंपल दिया गया है –
प्रस्तावना
भारत ने 7 मई, 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से आतंकवाद के विरुद्ध अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर सशक्त रूप में प्रदर्शित किया। यह सैन्य कार्रवाई जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में क्रूर आतंकी हमले की प्रतिक्रिया थी। भारत की तीनों सेनाओं (थल, वायु और नौसेना) ने मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया था। भारतीय वायु सेना (IAF) ने इन अभियानों को अत्यधिक सटीकता और न्यूनतम सहायक क्षति के साथ अंजाम देने के लिए उच्च परिशुद्धता वाले हथियारों (हाई प्रीसिजन वेपंस) का प्रयोग किया गया था।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और PoK के 100 किलोमीटर तक अंदर आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस ऑपरेशन में 9 आतंकी ठिकानों को जो मुरिदके, कोटली, मुजफ्फराबाद, शकरगढ़ और बहावलपुर जैसे स्थानों पर थे उनको निशाना बनाया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद पाकिस्तानी सेना पर हमला करना नहीं था। वहीं भारतीय अधिकारियों ने अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और UAE जैसे प्रमुख देशों को इस सैन्य कार्रवाई की पूरी जानकारी दी है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों रखा गया?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी ने व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) नाम दिया, ताकि उन महिलाओं को सम्मान दिया जा सके जिनके पति 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए थे।
यह भी पढ़ें – सोशल मीडिया पर निबंध
ऑपरेशन सिंदूर की विशेषताएं
ऑपरेशन सिंदूर की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:-
- सटीकता और गोपनीयता: ऑपरेशन को अत्याधुनिक तकनीक और गोपनीयता के साथ अंजाम दिया गया, जिससे पाकिस्तान को कोई पूर्व सूचना नहीं मिली।
- संयुक्त बलों का समन्वय: भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर इस ऑपरेशन को सफल बनाया, जो संयुक्त बलों के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- नागरिकों की सुरक्षा: ऑपरेशन के दौरान नागरिक क्षेत्रों को न्यूनतम नुकसान पहुँचाने के लिए विशेष सावधानियाँ बरती गईं।
- संदेश और प्रभाव: इस ऑपरेशन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा।
यह भी पढ़ें – प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध
उपसंहार
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों की तत्परता, साहस और रणनीतिक क्षमता का प्रतीक है। यह ऑपरेशन न केवल पाकिस्तान को एक मजबूत संदेश देता है, बल्कि भारत के नागरिकों में भी सुरक्षा और आत्मविश्वास की भावना को बढ़ाता है। भविष्य में भी इस प्रकार के ऑपरेशन यह सिद्ध करेंगे कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई समझौता नहीं करेगा और अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
FAQs
भारत ने 22 अप्रैल, 2025 में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के प्रत्युत्तर में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, जिसमें पाकिस्तान तथा PoK में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्ध 7 मई, 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा लॉन्च किया गया एक समन्वित एयर स्ट्राइक ऑपरेशन है।
भारत और पाकिस्तान ने 10 मई, 2025 को शाम 5 बजे से पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम लागू करने पर सहमति व्यक्त की है।
भारतीय सशस्त्र बलों (थल, वायु और नौसेना) ने मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
आशा है कि इस लेख में दिए गए ऑपरेशन सिंदूर पर निबंध के सैंपल आपको पसंद आए होंगे। अन्य निबंध के लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
One app for all your study abroad needs






60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!
