एक अच्छा निबंध लेखन के लिए दो बातों की विशेष आवश्यकता है एक तो विषय का सम्यक ज्ञान तथा दूसरा भाषा पर अधिकार। फिर भी हर व्यक्ति की लेखन शैली की अपनी विशेषता होती है, जिसके कारण एक ही विषय पर लिखे निबंधों की प्रकृति में अंतर आ जाता है। निबंध लेखन आईईएलटीएस, टीओईएफएल, यूपीएससी परीक्षा, एसएटी परीक्षा आदि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, हालांकि, अच्छा स्कोर करने के लिए लेखन का नियमित अभ्यास करना बेहद जरूरी होता है। इस ब्लॉग में हम लिखना सीखेंगे डिजिटल इंडिया पर निबंध कैसे लिखना है I
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अच्छे निबंध की प्रमुख विशेषताएं
- निबंध की भाषा विषय अनुरूप होनी चाहिए।
- विषय से संबंधित समस्त तथ्यों की चर्चा की जानी चाहिए।
- विचारों में क्रमबद्धता एवं तारतम्यता होनी चाहिए।
- वाक्यों की पुनरावृति से बचना चाहिए।
- वर्तनी की अशुद्धियां नहीं होनी चाहिए।
- निबंध के अंतिम अनुच्छेद या उप संहार के अंतर्गत पूरे निबंध का सारांश दिया होना चाहिए।
- निर्धारित शब्द सीमा का ध्यान रखते हुए निबंध लिखा जाना चाहिए।
इसलिए, इस विषय की तैयारी में आपकी मदद करने के लिए, हमने डिजिटल इंडिया पर निबंध के कुछ नमूने एकत्र किए हैं।
डिजिटल इंडिया का उद्देश्य
डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है, जिसके तहत सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिना काग़ज़ के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंच सकें। इस योजना का एक उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है। डिजिटल इंडिया के तीन कोर घटक हैं- डिजिटल आधारभूत ढाँचे का निर्माण करना, इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेवाओं को जनता तक पहुंचाना और डिजिटल साक्षरता।
इस योजना को 2019 तक कार्यान्वित करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमे एक टू-वे प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जाएगा, जहाँ सरकार और जनता दोनों को लाभ होगा। यह एक अंतर-मंत्रालयी पहल होगी, जहाँ सभी मंत्रालय तथा विभाग अपनी सेवाएं जनता तक पहुंचाएंगे, जैसे कि स्वास्थ्य, शिक्षा और न्यायिक सेवा आदि।
डिजिटल इंडिया में चयनित रूप से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल को अपनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय सूचना केंद्र के पुनर्निर्माण की भी योजना बनाई गई है। यह योजना मोदी प्रशासन की टॉप प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक है। यह एक सराहनीय और सभी साझेदारों की पूर्ण समर्थन वाली परियोजना है। जबकि इसमें लीगल फ्रेमवर्क, गोपनीयता का अभाव, डाटा सुरक्षा नियमों की कमी, नागरिक स्वायत्तता हनन, तथा भारतीय ई-सर्विलांस के लिए संसदीय निगरानी की कमी तथा भारतीय साइबर असुरक्षा जैसी कई महत्वपूर्ण कमियाँ भी हैं। डिजिटल इंडिया को कार्यान्वित करने से पहले इन सभी कमियों को दूर करना होगा।
डिजिटल इंडिया के 9 स्तंभ
- ब्रॉडबैंड हाईवे
- सब को फोन की उपलब्धता
- इंटरनेट तक सब की पहुंच
- ई-शासन (टेक्नालॉजी की मदद से शासन)
- ई-क्रांति (इलेक्ट्रॉनिक सेवाएं)
- सभी के लिए सूचना
- इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग
- आई.टी. के जरिए रोजगार
- भविष्य की तैयारी के कार्यक्रम
डिजिटल इंडिया पर निबंध – Sample 1
डिजिटल इंडिया सरकार की नई मुहिम
डिजिटल इंडिया योजना भारत में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए शुरू की गई एक मुहिम है, भारत को एक संपूर्ण डिजिटल देश में बदलने के लिए 1 जुलाई 2015 को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में डिजिटल इंडिया की शुरुआत की गई थी। डिजिटल इंडिया का उद्देश्य भारत के सभी इलाकों और लोगों तक टेक्नोलॉजी और सुविधाओं को डिजिटल माध्यम से पहुंचाना है हम रोजमर्रा की जिंदगी में डिजिटल उपकरणों का उपयोग करते हैं | डिजिटल इसका कोई शाब्दिक अर्थ नहीं है परंतु जो भी उपकरण टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक और इंटरनेट से जुड़ा होता है उसे हम डिजिटल उपकरण कह देते हैं।
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से सभी गांवों को जोड़ने का उद्देश्य है गांव को इंटरनेट से जोड़ने की मुहिम शुरू की जा चुकी है। अपने पड़ोसी देशों से ज्यादा वृद्धि और भविष्य में विकास के लिए भारत में डीजल डिजिटलीकरण की बहुत अधिक आवश्यकता है। यह भ्रष्टाचार को कम करने के साथ-साथ भारतीय लोगों को डिजिटल लेनदेन की ओर भी बढ़ावा दे रहा है, डिजिटल इंडिया मुहिम के माध्यम से हर विभाग और भारतीय जनता को एक कड़ी के रूप में जोड़ना है यह वह कड़ी है जो देश को इलेक्ट्रॉनिक डाटा सिस्टम की गति को बढ़ाने में मदद करेगा। डिजिटल इंडिया अभियान के माध्यम से देश के सभी नौजवानों को तथा सभी भारतीय लोगों को काफी मदद मिलेगी यह नई तकनीकों और सरलता को जन्म देगा प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा कहा गया है कि वह दिन दूर नहीं जब डिजिटल इंडिया के कारण पूरे विश्व में भारत की एक अलग पहचान होगी। इसके साथ ही डिजिटल इंडिया के माध्यम से हमारे भारत की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा!
लॉन्च | 01 जुलाई 2015 |
किसने लॉन्च किया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
सिद्धांत | पावर टू एम्पॉवर |
लक्ष्य | भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में डिजिटलाइजेशन |
मंत्रालय | इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, वित्त मंत्रालय |
प्रमुख व्यक्ति | रविशंकर प्रसाद, एसएस अहलूवालिया |
डिजिटल इंडिया के तहत योजनाएं | भारतनेट, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया, इन्डस्ट्रियल कॉरिडोर्स , भारतमाला, सागरमाला |
समर्थन | अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, सिंगापुर, उज्बेकिस्तान और वियतनाम। |
वेबसाइट | digitalindia.gov.in |
डिजिटल इंडिया के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाएं
- आधार कार्ड पैन कार्ड आदि का आवेदन ऑनलाइन जैसी सुविधाएं
- ब्रॉडबैंड हाईवे
- मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए यूनिवर्सल एक्सेसरीज
- सार्वजनिक इंटरनेट सेवा पर सबकी पहुंच
- ई गवर्नेंस
- ई क्रांति
- पंचायतों को हाई स्पीड डिजिटल हाईवे से जोड़कर सुविधा देना
- नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल की सुविधा
- शहरों में वाई-फाई की सुविधा
- सभी सरकारी सुविधा पर जनता की पहुंच होगी
- जनता को ई लॉकर की सुविधा मिलेगी
- किसान मंडियों ऑनलाइन सुविधा दी जाएगी
नोट- 2.5ग्राम पंचायतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाई स्पीड डिजिटल हाईवे द्वारा इंटरनेट से जोड़ने का आवाहन किया गया है।
मुकेश अंबानी:
“5 लाख से ज्यादा नौकरियां होंगी”|
पीएम नरेंद्र मोदी:
“देश के भविष्य को बदलने की शुरुआत “
“करीब 4:30 लाख करोड़ का निवेश होगा “
“आधुनिक तकनीक को विरासत से जोड़ना जरूरी है”
डिजिटल इंडिया के लाभ
- भ्रष्टाचार में कमी आएगी
- कालाबाजारी कम होगी
- ग्रामीण विद्यार्थियों को शिक्षा
- सरकारी विभागों में लाइनों से छुटकारा
- देश का विकास तेजी से होगा ग्रामीण लोग ठगी के शिकार नहीं होंगे
- बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिलेगा
- सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा
डिजिटल इंडिया की हानि
- डिजिटलीकरण ने हम मनुष्यों को मशीनों पर निर्भर कर दिया है।
- हम किसी अपने से बात करने के लिए भी किसी मशीन का प्रयोग करेंगे।
- डिजिटलीकरण ने हमें एक दूसरे से सामाजिक रूप से दूर किया है।
- इंटरनेट के इस्तेमाल ने साइबर क्राइम को बहुत बढ़ावा दिया है।
- भारत में इसके प्रति कोई विशेष सावधानी नहीं बरती जाती है, जिस कारण साइबर क्राइम का खतरा बढ़ जाता है।
- डिजिटल इंडिया की सफलता के लिए इंटरनेट का प्रयोग करना ज़रूरी होता है।
- उच्च कीमत और धीमी गति की वजह से, ये सभी के लिए प्रयोग करना मुश्किल हो जाता है, विशेषकर गरीब लोगों के लिए।
उपसंहार
हमारे भारत देश के लिए डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं की बहुत जरूरत है क्योंकि पिछड़े हुए हैं क्षेत्रों को अगर उभारना है तो वहां पर शिक्षा और इंटरनेट का पहुंचना बहुत जरूरी है। तभी जाकर वहां के लोग भारत के विकास में भागीदार बन सकेंगे। डिजिटल इंडिया के माध्यम से सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी सरकारी सुविधा से भारतीय लोगों को वंचित ना होना पड़े और सरलता से वह सुविधा प्राप्त कर सके और भारतीय लोग पड़ोसी देशों के लोगों से आगे बढ़ सके। डिजिटल इंडिया के द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी जी की यह मुहिम है की सभी को इंटरनेट सुविधा प्रदान की जाए
Check Out – कहानी-लेखन
डिजिटल इंडिया पर निबंध – Sample 2
1 जुलाई 2015 को हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया नामक एक अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के शुभारंभ का मुख्य कारण सरकारी योजनाओं को डिजिटली उपलब्ध कराना था ताकि नागरिक बिना बिचौलिया के भी आवेदन कर सकें। जिससे विभिन्न क्षेत्रों में पारदर्शिता और जवाबदेही में बढ़ोतरी हो। इस अभियान के आदर्श वाक्य ” पॉवर टू एम्पॉवर” के साथ इस अभियान ने न सिर्फ ई-गवर्नेंस के लाभों को बताया गया है बल्कि भारतवासियों को एक मजबूत डिजिटल टूल से लेस भी किया गया है। इस अभियान के माध्यम से बना मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सभी देशवासियों के बीच डिजिटल जागरूकता पैदा करेगा।
मुख्य रूप से डिजिटल इंडिया अभियान के 9 स्तंभ हैं जिनमें से कुछ आईटी नौकरियां, ई-क्रांति, ई-गवर्नेंस, इंटरनेट की देशव्यापी पहुंच आदि हैं। इसके अलावा, वित्तीय लेनदेन को मजबूत करने और डिजिटल बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से भुगतान करने पर ज्यादा जोर दिया गया है। भीम, पेटीएम , फ़ोनपे जैसे कई ऐप हैं जो यूपीआई का उपयोग कर रहे हैं और इसका निजी और सरकारी एजेंसियों / बैंकों में भी उपयोग हो रहा है। इससे पूरे डोमेन में पारदर्शिता और जवाबदेही आई है।
देश भर में 18 लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान कर के पीएम की इस पहल ने बहुत बड़ा काम किया है। डिजिटल जागरूकता पैदा करने और देश के हर लेन-देन की पारदर्शिता को बढ़ावा देने से डिजिटल इंडिया देश के एक बड़े वर्ग के लिए एक वरदान साबित हुआ है।
डिजिटल इंडिया पर निबंध – Sample 3
भारत जैसे देश में जहां लगभग 1.4 बिलियन लोग रहते हैं वहां भ्रष्टाचार को कम करना मुश्किल काम तो जरूर है पर असंभव नहीं है। इसी उद्देश्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया नामक एक पहल का आगाज किया। 1 जुलाई 2015 को डिजिटल इंडिया अभियान द्वारा हर गांव में एक मजबूत आधारभूत ढांचा स्थापित किया और दूरदराज के स्थानों में इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा दिया जिससे देश को डिजिटल बनाने के काम को गति मिल सके। ये अभियान ई-शिक्षा, ई-स्वास्थ्य, डिजिटल लॉकर, डिजिटल इंडिया ऐप, ई-साइन, आदि जैसी सुविधाओं के साथ भारत को डिजिटल बनाता है और बिचौलियों की भूमिका को कम करता है। इससे भ्रष्टाचार तो कम हुआ ही है, साथ ही नौकरी के अवसरों में भी वृद्धि हुई है। डिजिटल टेक्नोलॉजी की इस लहर को देश में एक बदलाव माना जा सकता है, क्योकि इससे कागजी काम कम होने, नौकरियों के बढ़ने के साथ-साथ पैसे के लेनदेन में पारदर्शिता आई है। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत मिले तेज इंटरनेट कनेक्शन से देश के दूरस्थ क्षेत्र सरकार और निजी क्षेत्रों से जुड़ गए हैं। स्कीम के आदर्श वाक्य- पावर टू एम्पॉवर ने अब इस देश को बेहतर और समृद्ध भविष्य के लिए डिजिटली तैयार कर दिया है।
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FAQs
भारत का पहला डिजिटल राज्य कौन सा है?
भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने केरल के कोझीकोड में डिजिटल सशक्तिकरण अभियान के शुभारंभ के दौरान केरल को भारत का पहला डिजिटल राज्य घोषित किया था।
डिजिटल इंडिया का महत्व क्या है?
इस अभियान का उद्देश्य इंटरनेट के माध्यम से देश में डिजिटल क्रांति लाना है, साथ ही इंटरनेट को सशक्त करके भारत के तकनीकी पक्ष को मजबूत करना है।
डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक पहल है। यह सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ता है। इसका उद्देश्य इस बात को सुनिश्चित करना है कि बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुँच सकें। इस योजना का अहम उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है।
डिजिटल इंडिया का मोटो क्या है?
इस प्रोग्राम के तहत भारत के सभी गॉवो में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी लाना व ई -गवर्नेंस को मजबूत करना है।
आसान शब्दों में डिजिटल इंडिया क्या है?
भारत सरकार ने ऑनलाइन बुनियादी ढांचे में सुधार और इंटरनेट कनेक्टिविटी को बढ़ाकर नागरिकों को सरकारी सेवाएं इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपलब्ध कराने के लिए डिजिटल इंडिया अभियान शुरू किया। इसका उद्देश्य देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में डिजिटल रूप से सशक्त बनाना भी है।
डिजिटल इंडिया ने भारत की कैसे मदद की है?
डिजिटल इंडिया ने सरकार और नागरिकों के बीच की दूरी को काफी कम कर दिया है । इसने पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से लाभार्थी को सीधे महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करने में भी मदद की है।
डिजिटल इंडिया भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलना है। यह कार्यक्रम 1 जुलाई 2015 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था।
उम्मीद है आपको डिजिटल इंडिया पर निबंध को पढ़कर सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। डिजिटल इंडिया पर निबंध के नमूने देखकर अब आप इस पर एक प्रभावशाली निबंध लिख सकेंगे। ऐसे ही अन्य ज्ञानवर्धक ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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5 comments
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