हिंदी व्याकरण में अलंकारों से जुड़े प्रश्न अक्सर स्कूल, कॉलेज और प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। उपमा, रूपक, अनुप्रास, यमक, अतिश्योक्ति, मानवीकरण आदि के साथ-साथ वीप्सा अलंकार भी एक महत्वपूर्ण अलंकार है। जब किसी अचानक उत्पन्न हुए भाव या भावना को ज्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए किसी शब्द को बार-बार दोहराया जाता है, तो वहाँ वीप्सा अलंकार होता है। इस लेख में हमने वीप्सा अलंकार को उसकी सबसे आसान परिभाषा, विशेषताएँ को उदाहरणों के साथ समझाया है, ताकि आप इसे परीक्षा में तुरंत पहचान सकें।
This Blog Includes:
अलंकार क्या होता है?
अलंकार को काव्य का आभूषण या गहना माना गया है अर्थात यह काव्य में प्रस्तुत होकर उसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं साथ ही काव्य में चमत्कार उत्पन्न करने की क्षमता भी रखते हैं। जिस प्रकार स्त्री अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए गहनों का प्रयोग करती है, ठीक उसी प्रकार एक कवि या लेखक अपनी कविता या काव्य की शोभा और सुंदरता को बढ़ाने के लिए अलंकारों का प्रयोग करते है। अलंकार साहित्य को रुचिकर बनाने में भी योगदान देते हैं।
वीप्सा अलंकार की परिभाषा
जब किसी भाव जैसे खुशी, दुख, आश्चर्य या गुस्सा को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए किसी शब्द को बार-बार दोहराया जाता है, तो वहाँ वीप्सा अलंकार होता है। यानि किसी भाव को गहराई से महसूस करवाने के लिए शब्दों की पुनरावृत्ति वीप्सा अलंकार कहलाती है। जैसे; “ओह! ओह! यह क्या हो गया?” इसमें “ओह” का दो बार इस्तेमाल कर दुख प्रकट किया जा रहा है
वीप्सा अलंकार का कहां प्रयोग होता है?
वीप्सा अलंकार का प्रयोग निम्नलिखित स्थितियों में सबसे ज़्यादा होता है-
1. खुशी, दुख, गुस्सा, दर्द, आश्चर्य जैसे तुरंत पैदा हुए भावों को ज़्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए शब्दों को दोहराए जाते हैं।
2. किसी भी भावना को और अधिक गहरा, जोरदार या तीखा दिखाने के लिए एक ही शब्द को बार बारा बोला जाता है।
3. नाटक, कहानी, संवाद या कविता में पात्र की भावनाओं को प्राकृतिक और शक्तिशाली दिखाने के लिए इशका उपयोग होता है।
4. इसका उपयोग कवियों द्वारा किसी भाव को उभारने, उसकी गति या लय को मजबूत करने के लिए भी किया जाता है।
5. इसका उपयोग अधिकतर आश्चर्य या शोक व्यक्त करने के लिए होता है।
वीप्सा अलंकार को कैसे पहचानें?
वीप्सा अलंकार को पहचानने के कई तरीके है-
1. यह अलंकार तब होता है जब किसी भाव की अचानक उपस्थिति दिखे।
2. जब किसी वाक्य में किसी शब्द को बार-बार दोहराया गया है।
3. जिससे पाठक या श्रोता भांवो को गहराई से समझे।
4. ये कोई जटिल शब्द नहीं होते हैं, बल्कि साधारण शब्द ही होते हैं जिन्हें दोहराए जाते हैं।
5. दोहराए गए शब्द अकसर उच्चारण या लय में भी फर्क दिखाते हैं, जिससे भाव और स्पष्ट होता है।
वीप्सा अलंकार के उदाहरण और अर्थ
जब दुख, आश्चर्य, आदर, शोक, हर्ष इत्यादि जैसे विस्मयादिबोधक भावों को व्यक्त करने के लिए शब्दों की पुनरावृति की जाए तब उसे ही वीप्सा अलंकार कहते है। वीप्सा अलंकार द्वारा मन का आकस्मिक भाव स्पष्ट होता है।
वीप्सा अलंकार का एक उदाहरण देखें;-
‘बहू तनिक अक्षत रोली तिलक लगा दूं, माँ बोली
जियो, जियो, बेटा आओ, पूजा का प्रसाद पाओ।’
स्पष्टीकरण – उपर्युक्त उदाहरण में जियो-जियो आदरसूचक भाव आकस्मिक रूप से प्रकट हुआ है। अतः शब्दों की आवृत्ति द्वारा वीप्सा अलंकार है।
वीप्सा अलंकार का दूसरा उदाहरण देखें;-
‘शिव शिव शिव! कहते हो यह क्या, ऐसा फिर मत कहना।
राम राम! यह बाट भूलकर मित्र कभी मत कहना।’
स्पष्टीकरण – यहाँ पर शिव शिव शिव अथवा राम राम शब्दों के द्वारा घृणा आकस्मिक भाव के आने से शब्दों की आवृत्ति हुई है अतः यहाँ वीप्सा अलंकार है।
यह भी पढ़ें – विरोधाभास अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित
वीप्सा अलंकार के कुछ अन्य उदाहरण
यहाँ वीप्सा अलंकार के आसान उदाहरण दिए गए हैं:-
- मोहि-मोहि मोहन को मन भयो राधामय।
राधा मन मोहि-मोहि मोहन मयी-मयी।। - “हा! हा!! इन्हें रोकन को टोक न लगावो तुम।”
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल। - “वर्ण-वर्ण है उर के कंपन
शब्द-शब्द है सुधि के दंशन
चरण-चरण है आह!” - राम राम यह कैसी दुनिया?
कैसी तेरी माया?
जिसने पाया उसने खोया,
जिसने खोया पाया।। - चिता जलाकर पिता की,
हाय-हाय मैं दीन।
नहा नर्मदा में हुआ,
यादों में तल्लीन। - विहग-विहग
फिर चहक उठे ये पुंज-पुंज
कल कूजित कर उर का निकुंज
चिर सुभग-सुभग।
यह भी पढ़ें – अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित
वीप्सा अलंकार से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न
यहाँ वीप्सा अलंकार से जुड़े कुछ MCQs दिए गए हैं, जिनसे आप अपनी परीक्षा की तैयारी जांच सकते हैं:-
1. पत्थर कुछ और मुलायम हो गया। में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है?
(A) श्लेष अलंकार
(B) मानवीकरण अलंकार
(C) वीप्सा अलंकार
(D) विरोधाभास अलंकार
उत्तर- विरोधाभास अलंकार
2. मधुर-मधुर मेरे दीपक जल। में कौनसा अलंकार है?
(A) दीपक अलंकार
(B) वीप्सा अलंकार
(C) वक्रोक्ति अलंकार
(D) परिसंख्या अलंकार
उत्तर- वीप्सा अलंकार
3. मेघमय आसमान से उतर रही है संध्या सुंदरी परी सी धीरे धीरे धीरे। में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है?
(A) उपमा अलंकार
(B) मानवीकरण अलंकार
(C) रूपक अलंकार
(D) संदेह अलंकार
उत्तर- मानवीकरण अलंकार
4. अलंकार को कितने वर्गों में बांटा जा सकता है?
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
उत्तर- तीन
5. राम-राम कही बारंबारा, चक्र सुदर्शन है रखवारा। में कौनसा अलंकार है?
(A) पुनरुक्ति अलंकार
(B) विभावना अलंकार
(C) यमक अलंकार
(D) संदेह अलंकार
उत्तर- पुनरुक्ति अलंकार
यह भी पढ़ें – अनुप्रास अलंकार किसे कहते है?
FAQs
जब आदर, हर्ष, शोक, विस्मयादिबोधक भावों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करने के लिए शब्दों की पुनरावृत्ति की जाती है तो उसे वीप्सा अलंकार कहते हैं।
पुनरुक्ति अलंकार द्वारा वक्तव्य की पुष्टि होती है और वीप्सा अलंकार द्वारा मन का आकस्मिक भाव स्पष्ट होता है। यही पुनरुक्ति अलंकार और वीप्सा अलंकार में अंतर होता है।
वीप्सा अलंकार का मुख्य उद्देश्य काव्य की लय को सुंदर बनाना और शब्दों की पुनरावृत्ति से काव्य में गहरी भावनाएँ और अर्थ को अभिव्यक्त करना है।
वीप्सा अलंकार का प्रयोग मुख्य रूप से संस्कृत काव्य, हिंदी काव्य, और अन्य भाषाओं के काव्यशास्त्र में होता है।
वीप्सा अलंकार में शब्दों या ध्वनियों की पुनरावृत्ति होती है, जबकि अनुप्रास अलंकार में ध्वनियों या स्वर की समानता होती है।
नहीं, वीप्सा अलंकार केवल कविता तक सीमित नहीं है। यह गीत, शेर, और निबंध में भी पाया जा सकता है, जहाँ ध्वनियों की पुनरावृत्ति का उपयोग किया जाता है।
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में वीप्सा अलंकार से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही हिंदी व्याकरण से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
One app for all your study abroad needs






60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!
