USA दुनिया के सबसे बड़े रिसर्च हब्स में से एक है, जहाँ PhD प्रोग्राम्स को बेहद स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग, फैकल्टी मेंटरशिप और बड़े स्तर के फंडिंग अवसरों के लिए जाना जाता है। कई भारतीय छात्र USA इसलिए चुनते हैं क्योंकि यहाँ PhD अक्सर फुल्ली-फंडेड अस्सिस्टेंटशिप्स के साथ मिलती है और छात्रों को शुरुआती चरण से ही एक्टिव रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका मिलता है। यदि आपके मन में ये सवाल है कि USA में PhD कैसे करें, तो ये गाइड आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। इस गाइड में USA में PhD करने की योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, दस्तावेज़, स्कॉलरशिप्स और सही यूनिवर्सिटी आदि को कवर किया गया है।
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भारतीय छात्र USA में PhD कोर्स क्यों चुनें?
अमेरिका की यूनिवर्सिटीज़ रिसर्च और इनोवेशन के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती हैं। यहां भारतीय छात्रों को एडवांस्ड रिसर्च लैब्स, इंटरनेशनल फैकल्टी और स्कॉलरशिप के बेहतरीन अवसर मिलते हैं। साथ ही, यहाँ छात्रों को PhD के दौरान रिसर्च असिस्टेंट या टीचिंग असिस्टेंट के रूप में स्टाइपेंड कमाने का मौका भी मिलता है, जो पढ़ाई को और आसान बना देता है। यही एक ख़ास वजह है कि हर साल हजारों भारतीय छात्र USA को अपनी पीएचडी डेस्टिनेशन के रूप में चुनते हैं।
कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
USA की यूनिवर्सिटीज़ से PhD प्रोग्राम में एडमिशन पाने के लिए आपको निम्नलिखित योग्यताएं और शर्तें पूरी करनी होती हैं –
प्रवेश योग्यता
इस कोर्स को करने के लिए निम्नलिखित प्रवेश योग्यताएं अनिवार्य हैं –
- मास्टर डिग्री या कुछ मामलों में बैचलर डिग्री के बाद भी डायरेक्ट PhD के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- इसके लिए स्टूडेंट्स का अकेडमिक रिकॉर्ड मजबूत होना चाहिए।
- इसके लिए TOEFL या IELTS जैसे इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट देना जरूरी होते हैं।
- अब अधिकांश US यूनिवर्सिटीज़ में GRE ऑप्शनल या वेव्ड होता है और सिर्फ कुछ स्पेसिफिक प्रोग्राम्स में ही कई प्रोग्राम GRE मांगते हैं, लेकिन यह सभी यूनिवर्सिटीज़ में अनिवार्य नहीं है।
- इसके साथ ही इस कोर्स में एक मजबूत रिसर्च स्टेटमेंट या प्रपोज़ल बनाना अनिवार्य होता है।
- इस कोर्स के लिए प्रोफेसर्स या रिसर्च गाइड से रिकमेंडेशन लेटर्स की भी जरूरत पड़ती है।
इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी (IELTS/TOEFL स्कोर)
इस कोर्स के लिए आमतौर पर IELTS में 6.5 से 7.5 बैंड और TOEFL iBT में 90 से 100 स्कोर स्वीकार किए जाते हैं, हालाँकि टॉप यूनिवर्सिटीज़ में यह आवश्यकता और अधिक हो सकती है। इसलिए अगर आप USA में PhD के सपने को साकार करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपनी इंग्लिश प्रोफिशिएंसी को मज़बूत करना बेहद ज़रूरी है।
कोर्स की अवधि और संरचना
आमतौर पर यूएसए में पीएचडी की अवधि 4 से 6 साल तक होती है, जो आपके रिसर्च एरिया, गाइडेंस और प्रोजेक्ट की जटिलता पर निर्भर करती है। कोर्स स्ट्रक्चर में शुरुआती सालों में कोर और सेलेक्टेड सब्जेक्ट्स की पढ़ाई, उसके बाद क्वालिफाइंग एग्ज़ाम, और अंत में रिसर्च व थीसिस सब्मिशन शामिल होता है।
कोर्स का फीस स्ट्रक्चर
USA में PhD की ट्यूशन फीस 25,000-70,000 USD तक होती है, लेकिन USA में अधिकांश PhD छात्रों को फुल फंडिंग (अस्सिस्टेंटशिप/फ़ेलोशिप) मिलती है, जिससे फीस लगभग हमेशा माफ़ हो जाती है। यह एक अनुमानित फ़ीस है जिसमें यूनिवर्सिटीज के आधार पर फेरबदल भी देखा जा सकता है। इसके साथ ही यहाँ अधिकांश यूनिवर्सिटीज रिसर्च असिस्टेंटशिप, टीचिंग असिस्टेंटशिप और स्कॉलरशिप के माधयम से भी छात्रों को आर्थिक मदद देने का काम करती हैं।
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USA में PhD करने के लिए आवेदन प्रक्रिया
USA में PhD कोर्स निम्नलिखित आवेदन प्रक्रिया को ध्यानपूर्वक पढ़ें, जो रणनीति बनाने में आपकी सहायता करेंगी –
- सबसे पहले, अपने रिसर्च इंटरेस्ट के हिसाब से सही यूनिवर्सिटी और प्रोग्राम चुनें।
- इसके बाद अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी के नियम और आवेदन की अंतिम तिथि ध्यान से पढ़ें और इसमें समय रहते आवेदन करें।
- यूनिवर्सिटी के पेज पर अपनी डिटेल्स भरने के बाद आवेदन शुल्क को भरें और आवश्यक दस्तावेज को भी सबमिट करें।
- इसके बाद, स्टूडेंट्स को GRE/GMAT और TOEFL/IELTS जैसे टेस्ट क्लियर करने होते हैं। इसके लिए IELTS में 6.5 से अधिक और TOEFL iBT में 90 से 100 स्कोर करना अनिवार्य है।
- इस कोर्स में आवेदन के लिए प्रोफेसर से मिलने वाला रिसर्च प्रपोजल या स्टेटमेंट ऑफ पर्पज (SOP) बेहद अनिवार्य होता है, जिसे स्टूडेंट्स को शेयर करना पड़ता है।
- PhD के लिए यह सबसे जरुरी है कि आप सही तरीके से प्रोफेसर को email भेजें। इसमें आप अपना रिसर्च इंटेंट, रिसर्च एक्सपीरियंस और पब्लिकेशंस आदि की दी डिटेल्स लिख सकते हैं।
- फिर आवेदन के साथ रिज्यूम, अकादमिक ट्रांसक्रिप्ट्स और रेफरेंस लेटर्स लगाना जरूरी होता है।
- अंत में शॉर्टलिस्ट होने के बाद इंटरव्यू और स्कॉलरशिप अवसरों की प्रक्रिया होती है।
आवश्यक दस्तावेज
USA में PhD कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स के पास निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेजों का होना अनिवार्य है –
- पासपोर्ट और वीज़ा
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र और मार्कशीट्स
- अंग्रेज़ी भाषा दक्षता टेस्ट स्कोर (TOEFL या IELTS)
- रिसर्च प्रपोज़ल और स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP)
- सिफारिश पत्र (LORs)
- रिज्यूम या करियर प्रोफाइल
USA में PhD कोर्स के लिए कॉलेज और यूनिवर्सिटीज
USA में PhD कोर्स को करने के लिए आप निम्नलिखित कॉलेज और यूनिवर्सिटी की सामान्य योग्यता जानने के बाद इसमें आवेदन कर सकते हैं –
| क्रम संख्या | विश्वविद्यालय का नाम | QS वर्ल्ड रैंकिंग 2025 | सामान्य न्यूनतम योग्यताएं |
| 1 | मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) | 1 | उत्कृष्ट अकादमिक रिकॉर्ड, न्यूनतम GPA 3.5+, मजबूत शोध अनुभव, SOP, LORs, अक्सर GRE/TOEFL की आवश्यकता होती है। |
| 2 | हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) | 3 | अत्यधिक प्रतिस्पर्धी प्रवेश, मजबूत मास्टर डिग्री (या 4-वर्षीय स्नातक), शोध प्रकाशन, उत्कृष्ट संदर्भ पत्र। |
| 3 | स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) | 6 | न्यूनतम GPA 3.9+ की सिफारिश की जाती है, उत्कृष्ट शोध क्षमता, मजबूत SOP, और संबंधित क्षेत्र में पृष्ठभूमि। |
| 4 | कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (UC Berkeley) | 10 | अकादमिक उत्कृष्टता, 100 से अधिक पीएचडी कार्यक्रम, विविध पृष्ठभूमि और मजबूत शोध प्रस्ताव की आवश्यकता। |
| 5 | शिकागो विश्वविद्यालय (University of Chicago) | 11 | कठोर अकादमिक आवश्यकताएं, न्यूनतम GPA 3.0+, विश्लेषणात्मक कौशल और शोध पर जोर। |
| 6 | पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय (University of Pennsylvania) | 11 | संबंधित क्षेत्र में मजबूत अकादमिक आधार, उत्कृष्ट LORs, और अक्सर उच्च TOEFL/IELTS स्कोर की मांग। |
| 7 | कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) | 15 | 4-वर्षीय स्नातक या मास्टर डिग्री, न्यूनतम GPA 3.0+, शोध अनुभव, और विशिष्ट कार्यक्रम आवश्यकताएँ। |
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USA PhD फंडिंग की कार्यप्रणाली
USA PhD फंडिंग की कार्यप्रणाली को निम्नलिखित तालिका के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता है –
| पहलू | विवरण |
| फंडिंग का आधार | योग्यता-आधारित (Merit-based) और आवश्यकता-आधारित (Need-based) का संयोजन। |
| प्रकार | मुख्य रूप से असिस्टेंटशिप (Assistantships – TA/RA) और फेलोशिप (Fellowships) के रूप में। |
| अवधि | आमतौर पर पूरे कार्यक्रम की अवधि (4 से 6 साल) के लिए कवर किया जाता है। |
| आवेदन प्रक्रिया | अधिकांश मामलों में, पीएचडी आवेदन के दौरान ही फंडिंग के लिए स्वचालित रूप से विचार किया जाता है, अलग से आवेदन की आवश्यकता नहीं होती। |
| कवर होने वाली चीजें | ट्यूशन फीस माफ़: पूरी ट्यूशन फीस माफ कर दी जाती है। स्टाइपेंड: रहने के खर्चों के लिए मासिक वजीफा। स्वास्थ्य बीमा: अक्सर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान किया जाता है। |
| मुख्य स्रोत | ग्रेजुएट टीचिंग असिस्टेंटशिप (GTA/TA): शिक्षण कार्य के बदले फंडिंग। ग्रेजुएट रिसर्च असिस्टेंटशिप (GRA/RA): शोध कार्य में सहायता के बदले फंडिंग। |
| शर्तें | छात्र को प्रति सप्ताह निश्चित घंटे (आमतौर पर 15-20 घंटे) यूनिवर्सिटी के लिए काम करना पड़ता है (पढ़ाने या शोध में)। |
स्कॉलरशिप्स और फाइनेंशियल एड
अमेरिकी यूनिवर्सिटीज न केवल ट्यूशन फीस में मदद करती हैं, बल्कि कई बार स्टाइपेंड, रिसर्च असिस्टेंटशिप और टीचिंग असिस्टेंटशिप जैसी सुविधाएं भी देती हैं। इसमें मुख्य रूप से टीए/आरए पदों और फ़ेलोशिप के लिए स्टूडेंट्स को स्वतः ही चुन लिया जाता है, जबकि कुछ प्रमुख स्कॉलरशिप (जैसे – Fulbright, NSF, AAUW, HHMI) के लिए, स्टूडेंट्स को अलग से आवेदन करना होता है। इसके लिए कुछ प्रमुख स्कॉलरशिप और फाइनेंसियल ऐड की जानकारी निम्नलिखित है –
- यूनिवर्सिटी-स्पेसिफिक स्कॉलरशिप के तहत USA की कई यूनिवर्सिटीज इंडियन स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप को ऑफर करती है। स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट फ़ेलोशिप और हार्वर्ड ग्रेजुएट स्कूल फ़ेलोशिप इसका जीवंत उदाहरण हैं, जिनमें ट्यूशन फीस कवरेज, स्टाईपेंडस और रिसर्च फंड भी शामिल होते हैं।
- इसके अलावा नेशनल साइंस फाउंडेशन ग्रेजुएट रिसर्च फ़ेलोशिप प्रोग्राम (NSF GRFP) और डिपार्टमेंट्स ऑफ एजुकेशंस ग्रेजुएट असिस्टेंस इन एरियाज ऑफ नेशनल नीड (GAANN) द्वारा स्टूडेंट्स को आर्थिक मदद पहुंचाने के उद्देश्य से गवर्नमेंट-फंडेड स्कॉलरशिप्स भी प्रदान की जाती है।
- कई फाउंडेशन और ऑर्गेनाइजेशन जैसे द फूड फाउंडेशन फेलोशिप और ट्रूमैन स्कॉलरशिप द्वारा PhD छात्रों को एक्सटर्नल स्कॉलरशिप्स के रूप में आर्थिक मदद पहुंचाती है।
- इसके अलावा यूनिवर्सिटीज में कई डिपार्टमेंट्स जैसे – MIT Media Lab and Berkeley’s Electrical Engineering Department PhD छात्रों को डिपार्टमेंटल स्कॉलरशिप के रूप में पूर्ण रूप से आर्थिक मदद पहुंचते हैं।
करियर स्कोप
USA में PhD कोर्स करने के बाद आपके सामने निम्नलिखित करियर स्कोप होते हैं, जिनके आधार पर आप अपने भविष्य को सही दिशा दे सकते हैं –
- प्रोफेसर या रिसर्चर
- रिसर्च साइंटिस्ट
- मैनेजमेंट कंसल्टिंग
- पॉलिसी एनालिसिस
- एंट्रेप्रेन्योरशिप
- प्रोडक्ट मैनेजमेंट
- एकेडेमिया
- डेटा साइंस
FAQs
USA में PhD कोर्स की अवधि आमतौर पर चार से छह साल के बीच ही रहती है, जो रिसर्च के विषय और छात्र की प्रगति पर भी निर्भर करती है।
हां, USA में PhD छात्रों को Teaching Assistantship, Research Assistantship और फुल या पार्ट स्कॉलरशिप मिलती है। यह आपकी ट्यूशन फीस और जीवन खर्च में मदद करती है।
इस प्रकार की स्कॉलरशिप आमतौर पर आपके पीएचडी कार्यक्रम की पूरी अवधि के लिए आपको आर्थिक मदद पहुंचाती हैं, जिसमें आमतौर पर 4-6 वर्ष लगते हैं।
USA में PhD के लिए रिसर्च टॉपिक आपके रुचि और करियर लक्ष्य के अनुसार होना चाहिए। इसके लिए आप अपने प्रोफेसर से सलाह लेकर और वर्तमान रिसर्च ट्रेंड को देखते हुए ही विषय का चयन करें। आपके द्वारा चुना गया विषय ऐसा हो जिसमें आप लंबे समय तक काम करने के लिए उत्साहित रहें।
अमेरिका में PhD के लिए कोई आधिकारिक आयु सीमा नहीं है, लेकिन इसमें प्रवेश के निर्णय शैक्षणिक योग्यता और अन्य मानदंडों पर आधारित होते हैं।
हाँ, आप PhD के दौरान पार्ट-टाइम जॉब कर सकते हैं। यदि आप USA में PhD के दौरान नौकरी करना चाहते हैं तो ये आपके कैम्पस रोल और वीजा पॉलिसी पर निर्भर करता है।
हमें आशा है कि आप इस लेख के माध्यम से USA में PhD कोर्स की जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे, साथ ही ये जानकारी आपके लिए सहायक साबित होगी। ऐसे ही स्टडी बोर्ड से संबंधित अन्य लेख पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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