क्या आप सोच रहे हैं Swargprapt Mein Kaunsa Samas Hai? तो आपको बता दें कि स्वर्ग प्राप्त में तत्पुरुष समास है। यह जानने से पहले की तत्पुरुष समास क्या होता है, यह जानते हैं कि समास किसे कहते हैं? अलग अर्थ रखने वाले दो शब्दों या पदों (पूर्वपद तथा उत्तरपद) के मेल से बना तीसरा नया शब्द या पद समास या समस्त पद कहलाता है तथा वह प्रक्रिया जिसके द्वारा ‘समस्त पद’ बनता है, समास-प्रक्रिया कही जाती है। Swargprapt Mein Kaunsa Samas Hai यह तो आप जान गए हैं, आप इस ब्लॉग में आगे जानेंगें स्वर्ग प्राप्त का समास विग्रह, स्वर्ग प्राप्त में तत्पुरुष समास क्यों हैं, तत्पुरुष समास क्या होता है साथ ही तत्पुरुष समास के कुछ अन्य उदाहरण।
Swargprapt Mein Kaunsa Samas Hai?
स्वर्ग प्राप्त में तत्पुरुष समास है।
स्वर्ग प्राप्त का समास विग्रह क्या होगा?
स्वर्ग प्राप्त का समास विग्रह धन से हीन होता है। सामासिक शब्दों के बीच के संबंध को स्पष्ट करने को समास – विग्रह कहते हैं। विग्रह के बाद सामासिक शब्द लुप्त हो जाते है।
तत्पुरुष समास क्या है?
Samas in Hindi में तत्पुरुष समास के बारे में यहां बताया जा रहा हैः
- जिस समस्तपद में ‘पूर्वपद’ गौण तथा उत्तरपद’ प्रधान होता है, वहां तत्पुरुष समास होता है।
- तत्पुरुष समास का पूर्वपद विशेषण होता है, अतः गौण होता है और उत्तरपद विशेष्य होने के कारण प्रधान होता है।
- तत्पुरुष समास के विग्रह के समय समस्त कारकों के कारकीय-चिह्न जिनका समास करते समय दिया गया था, पुन: जोड़े जाते हैं; जैसे- रोगमुक्त रोग से मुक्त (‘से’ अपादान कारक का चिह्न), जीवनसाथी जीवन का साथी (‘का’ संबंध कारक का चिह्न) आदि। तत्पुरुष समास के उदाहरण इस प्रकार हैंः
समस्तपद | पूर्वपद (गौण) | कारकीय-चिह्न | उत्तरपद (प्रधान) |
युद्धक्षेत्र | युद्ध | का | क्षेत्र |
गुरुदक्षिणा | गुरु | के लिए | दक्षिणा |
यशप्राप्त | यश | को | प्राप्त |
कुलश्रेष्ठ | कुल | में | श्रेष्ठ |
तत्पुरुष समास के भेद
Samas in Hindi में तत्पुरुष समास के अंतर्गत दो प्रकार के समास आते हैंः
(क) कारकीय-चिह्न युक्त तत्पुरुष समास
(ख) कारकीय-चिह्न रहित तत्पुरुष समास।
(क) कारकीय-चिह्न युक्त तत्पुरुष समास– जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है इस वर्ग के तत्पुरुष समासों के दोनों पदों के बीच कोई न कोई कारकीय-चिह्न (कर्ता तथा संबोधन कारक को छोड़कर) अवश्य आता है तथा समस्तपद बनाते समय इनका लोप कर दिया जाता है और विग्रह करते समय उन्हें पुनः जोड़ दिया जाता है; जैसे-कष्टसाध्य = कष्ट से साध्य, बाढ़ पीड़ित=बाढ़ से पीड़ित आदि।
(ख) कारकीय-चिह्न रहित तत्पुरुष समास के निम्नलिखित भेद इस प्रकार हैंः
- कर्म तत्पुरुष (चिह्न-को)
- करण तत्पुरुष (चिह्न-से/के द्वारा)
- संप्रदान तत्पुरुष (चिह्न-के लिए)
- अपादान तत्पुरुष (चिह्न- से अलग होना)
- संबंध तत्पुरुष (चिह्न-का/की/के)
- अधिकरण तत्पुरुष (चिह्न- में/पर)।
FAQs
तत्पुरुष समास है।
संख्यावाचक द्विगु समास है।
कर्मधारण्य समास।
(सम्प्रदान तत्पुरुष)|
तत्पुरुष समास।
उम्मीद है, Swargprapt Mein Kaunsa Samas Hai आपको समझ आया होगा। यदि आप समास के अन्य प्रश्नों से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो Leverage Edu के साथ बनें रहें।