Sans ka Bahuvachan : सांस का बहुवचन क्या है, साथ ही जानें अन्य महत्वपूर्ण शब्दों के बहुवचन

1 minute read
Sans ka Bahuvachan

सांस शब्द का बहुवचन सांस होगा, हालांकि इस शब्द में ऐ प्रत्यय लगने से इसे सांसें कहा जाता है। संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी और पदार्थ आदि के एक से अधिक होने का बोध होता है या पता चलता है उसे बहुवचन कहते हैं। स्कूल में हिंदी की परीक्षा में एकवचन और बहुवचन से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं और इसलिए आपको वचन से जुड़े महत्वपूर्ण शब्दों के बहुवचन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इस ब्लॉग में Sans ka Bahuvachan, सांस शब्द के बहुवचन पर क्विज और अन्य महत्वपूर्ण शब्दों के बहुवचन के बारे में बताया जा रहा है।

Sans ka Bahuvachan क्या होता है?

सांस का बहुवचनसांस।

वचन किसे कहते हैं?

वचन का अर्थ कहना भी होता है। संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति वस्तु के एक से अधिक होने का या एक होने का पता चलता है उसे बहुवचन कहते हैं और संज्ञा के जिस रूप से एक व्यक्ति या वस्तु होने का पता चलता है तो उसे एकवचन कहते हैं। 

सांस के बहुवचन पर क्विज

1. निम्नलिखित में से सांस का बहुवचन क्या है?

a) सांसें
b) सांस
उत्तर- b) सांस।

2. सांस कौनसा वचन है?

a) एकवचन
b) बहुवच
c) दोनों।
उत्तर- c) दोनों।

अन्य महत्वपूर्ण शब्दों के बहुवचन 

हिंदी के अन्य महत्वपूर्ण शब्दों के बहुवचन की लिस्ट इस प्रकार हैः

एकवचनबहुवचन
नीतिनीतियाँ
नारीनारियाँ
नदीनदियाँ
टोपीटोपियाँ
सखीसखियाँ
कविताकविताएँ
लतालताएँ
मातामाताएँ
कामनाकामनाएँ
कथाकथाएँ
बातबातें
रातरातें
आँखआँखें
सड़कसड़कें
गायगायें
पुस्तकपुस्तकें
किताबकिताबें
रिश्तारिश्ते
कलीकलियाँ
कलमकलमें
लड़कीलड़कियाँ
लड़कालड़के
कहानीकहानियाँ
कथाकथाएँ
कविताकविताएँ
मैदानमैदान
गुड़ियागुड़ियाँ
गतिगतियाँ
विद्याविद्याएँ
गऊगउएँ
खिड़कीखिड़कियाँ
घोड़ाघोड़े
हथौड़ाहथौड़े
घड़ीघड़ियाँ
विद्यार्थीविद्यार्थीगण
महलमहल
नालीनालियाँ।

संबंधित ब्लाॅग्स

समिति का बहुवचनराजा का बहुवचन
चिड़िया का बहुवचनघोड़ा का बहुवचन
साधू का बहुवचननीति का बहुवचन
मछली का बहुवचनगुड़िया का बहुवचन
पन्ना का बहुवचनटिड्डी का बहुवचन

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Sans ka Bahuvachan (सांस का बहुवचन) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अन्य शब्दों के बहुवचन जानने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*