Parvat Kaun Si Sangya Hai | पर्वत कौनसी संज्ञा है जानिए उदाहरण के साथ

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Parvat Kaun Si Sangya Hai

Parvat Kaun Si Sangya Hai इस सवाल का जवाब यहाँ दिया गया है। संज्ञा उस विकारी शब्द को कहते हैं जिससे किसी वस्तु भाव और जीव के नाम का बोध हो मतलब कि किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं।

Parvat Kaun Si Sangya Hai?

पर्वत शब्द जातिवाचक संज्ञा है।

पर्वत शब्द से बनने वाले वाक्य

पर्वत शब्द से बनने वाले वाक्य नीचे दिए गए हैं:

  • हमारे घर के पास पर्वत शृंखला है।  
  • यह पहाड़ बहुत विशाल और ऊँचा होने के कारण दूर से भी साफ नज़र आ जाता है।  
  • पर्वत बहुत ऊँचे होते हैं।
  • भगवान शिव का निवास स्थान पर्वत हैं।

जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण

जिस शब्द से एक जाति के सभी प्राणियों अथवा वस्तुओं का बोध हो उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- बच्चा, जानवर, नदी, अध्यापक, बाजार, पहाड़, खिड़की आदि शब्द एक ही प्रकार प्राणी वस्तु और स्थान का बोध करा रहे हैं,  इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा है।

जैसे: लड़का, वस्तु, नदी, पहाड़, स्थान आदि।

  • लड़का- सभी लड़कों का बोध होता है।
  • वस्तु से सभी प्रकार की वस्तु का बोध होता है।
  • नदी से गंगा, यमुना, सरस्वती आदि सभी नदियों का बोध होता है।
  • मनुष्य कहने से संसार की मनुष्य जाति का बोध होता है।

पर्वत के पर्यायवाची शब्द

आम के पर्यायवाची मुख्य रूप से पहाड़, महीधर, शिखर, धरणीधर, गिरि, शैल, अचल, नग, भूधर, नगपति, अद्रि , तुंग, मेरु, धराधर, गिरिराज, भूमिधर और भूभृत आदि होते है।  

अन्य संज्ञा शब्द

अन्य संज्ञा शब्द नीचे दिए गए हैं:

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