खोपड़ी खाना मुहावरे का अर्थ (Khopdi Khana Muhavare Ka Arth) ‘प्रश्न करके परेशान करना या व्यर्थ की बातें करके दिमाग पर बोझ डालना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी से बहुत प्रश्न करके या व्यर्थ की बातें करके परेशान करता है या किसी के दिमाग पर बोझ डालता है, तो इस स्थिति को हम कहते हैं खोपड़ी खाना। इस ब्लाॅग में आप मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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खोपड़ी खाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
खोपड़ी खाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Khopdi Khana Muhavare Ka Arth) ‘प्रश्न करके परेशान करना या व्यर्थ की बातें करके दिमाग पर बोझ डालना’ होता है।
खोपड़ी खाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
खोपड़ी खाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग (Khopdi Khana Muhavare Ka Arth) इस प्रकार हैं-
- मुकेश हमेशा घर आकर इतना बोलता है कि खोपड़ी ही खा जाता है।
- मोहित ने अपने छोटे भाई को एक काम क्या कह दिया, उसने प्रश्न पूछ-पूछ कर मोहित की खोपड़ी खा ली।
- कोमल हमेशा ऑफिस में फालतू की बातें करके खोपड़ी ही खा लेती है।
- हर बार जब भी स्तुति कुछ काम करती है, तभी राज आकर उसकी खोपड़ी खाने लगता है।
- विधि के नखरों से तंग आकर विवेक ने उसे कह दिया कि अब मेरी खोपड़ी मत खाओ।
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आशा है कि आपको खोपड़ी खाना मुहावरे का अर्थ (Khopdi Khana Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।