घात लगाए बैठना मुहावरे का अर्थ (Ghaat Lagaye Baithna Muhavare Ka Arth) होता है, किसी मौके के इंतज़ार में छिपकर बैठना। जब कोई व्यक्ति किसी मौके की तलाश में छिपकर बैठता है, तो उस स्थिति को दर्शाने के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप घात लगाए बैठना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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घात लगाए बैठना मुहावरे का अर्थ क्या है?
घात लगाए बैठना मुहावरे का अर्थ (Ghaat Lagaye Baithna Muhavare Ka Arth) होता है- किसी मौके के इंतज़ार में छिपकर बैठना। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग किसी ऐसे व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जो किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ अपने मौके की तलाश में छिपकर बैठता है।
घात लगाए बैठना पर व्याख्या
“घात लगाए बैठना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- किसी मौके के इंतज़ार में छिपकर बैठना। इस मुहावरे का उद्देश्य उस परिस्थिति को दर्शाना है, जहाँ कोई व्यक्ति अपने मौके की तलाश में छिपकर बैठता है।
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घात लगाए बैठना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
घात लगाए बैठना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- देवांग ने राजनीति में घात लगा कर अपने विरोधियों को पस्त किया।
- अपराधियों ने पुलिस के जवानों पर घात लगाकर हमला किया।
- नुपुर ने बड़ी ही होशियारी के साथ घात लगा कर अपने दुश्मनों को हार का स्वाद चखाया।
- शिकारी कुछ इस तरह घात लगाए बैठे थे कि हिरण के दिखते ही, उन्होंने उसका शिकार किया।
- आशीष नौकरी के लिए घात लगाए बैठा था और जैसे ही कहीं मौका मिला, उसने उसमें आवेदन किया।
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आशा है कि आपको घात लगाए बैठना मुहावरे का अर्थ (Ghaat Lagaye Baithna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।