गाल फुलाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Phulana Muhavare Ka Arth) होता है, गुस्सा दिखाना। जब कोई व्यक्ति किसी बात या किसी व्यक्ति से गुस्सा होता है, तो उस स्थिति के संदर्भ में इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप गाल फुलाना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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गाल फुलाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
गाल फुलाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Phulana Muhavare Ka Arth) होता है- गुस्सा दिखाना। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी की बात से अत्यंत क्रोधित हो जाता है।
गाल फुलाना पर व्याख्या
“गाल फुलाना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- गुस्सा दिखाना। इस मुहावरे के माध्यम से ऐसी स्थिति को परिभाषित करना आसान हो जाता है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी बात से नाराज या अप्रसन्न होता है और अपने गुस्से को चेहरे के भावों से व्यक्त करता है।
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गाल फुलाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
गाल फुलाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- देवांग की अटपटी बातों को सुनकर स्तुति ने गाल फुलाना शुरू कर दिया।
- विशाखा छोटी-छोटी बातों पर अक्सर अपने गाल फुलाने लगती है।
- गाल फुलाना उस स्थिति को परिभाषित करता है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी की बात से गुस्सा करने लगता है।
- बॉस की डाट सुनकर नेहा ने सबसे गाल फुलाना शुरू कर दिया।
- रितिका की बात न मानकर रवि ने बहुत बड़ी गलती की, इसी बात पर रितिका के गाल फूल गए।
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आशा है कि आपको गाल फुलाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Phulana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।