दो पाटों के बीच आना मुहावरे का अर्थ (Do Paaton Ke Beech Aana Muhavare Ka Arth) दो विचारधाराओं के बीच में फंस जाना। जब कोई दो विपरीत विचारधाराओं या परिस्थितियों के बीच में फँस जाता है, तो इसे हम कहते हैं दो पाटों के बीच आना। इस ब्लाॅग में आप मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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दो पाटों के बीच आना मुहावरे का अर्थ क्या है?
दो पाटों के बीच आना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Do Paaton Ke Beech Aana Muhavare Ka Arth) ‘दो विचारधाराओं के बीच में फंस जाना’ होता है।
दो पाटों के बीच आना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
दो पाटों के बीच आना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग (Do Paaton Ke Beech Aana Muhavare Ka Arth) इस प्रकार है –
- नरेश और सुरेश के बीच हुए संग्राम में शुभम की स्थिति दो पाटों के बीच में आने जैसी हो जाती है।
- दो लोगों के बीच हुई बहस में विवेक खुद को दो पाटों के बीच फंसा हुआ महसूस करने लगा।
- स्वार्थ को सर्वोपरि रखने वाले नेता जी दो पाटों के बीच ऐसा फंसे कि एक सही निर्णय लेना भी उनके लिए भारी हो गया।
- मंश्री और संस्कृति के झगड़े में वैभव दो पाटों के बीच आकर परेशान हो गया।
- परिवार के बड़े-बुजुर्गों के बीच हुआ विवाद बच्चों को दो पाटों के बीच फंसा कर रख देता है।
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आशा है कि आपको दो पाटों के बीच आना मुहावरे का अर्थ (Do Paaton Ke Beech Aana Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।