महामारी से उबरते हुए पिछले साल अमेरिकी विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा इंडियन स्टूडेंट्स ने दाखिला लिया है। 13 नवंबर, 2023 को जारी एक स्टडी के अनुसार, भारत से आने वाले छात्रों की संख्या में 35 प्रतिशत इजाफा हुआ है, वहीं चीन इस फेहरिस्त में दूसरे नंबर पर है। चीन और भारत के बाद अमेरिका में सबसे अधिक छात्र भेजने वाले देश दक्षिण कोरिया, कनाडा, वियतनाम, ताइवान और नाइजीरिया हैं।
विदेश विभाग और नॉन प्रॉफिट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन के निष्कर्षों के अनुसार कुल मिलाकर, 2022-23 शैक्षणिक वर्ष में अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो कि 40 साल में सबसे अधिक है।
वहीं इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन के सीईओ एलन ई गुडमैन ने कहा कि यह इस बात को पुख्ता करता है कि विदेश में पढ़ाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए अमेरिका पसंदीदा देश बना हुआ है।
अमेरिकी कॉलेजों में भारत से लगभग 2,69,000 छात्रों ने दाखिला लिया, जो पहले से कहीं अधिक और चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। इलिनोइस, टेक्सास और मिशिगन सहित 24 अमेरिकी राज्यों में भारत के छात्रों की संख्या अब चीन से अधिक है, जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए शीर्ष स्थानों में से एक हैं। अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीयों के लिए इंजीनियरिंग अब सबसे लोकप्रिय विकल्प नहीं बचा है इसकी जगह गणित और कंप्यूटर साइंस ने ले ली है। अमेरिका में कुल भारतीय छात्रों में से 41.2 प्रतिशत अब इन विषयों का अध्ययन कर रहे हैं, जो एक दशक पहले 26 प्रतिशत से अधिक है।
ओपन डोर्स रिपोर्ट, संयुक्त राज्य अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्र रेगुलेशन एक्टिविटीज़ की जांच करने वाला एक वार्षिक सर्वेक्षण, अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा वित्त पोषित है और गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा संस्थान (IIE) द्वारा संचालित किया जाता है।
इसी और अन्य प्रकार के Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।