अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित 

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Anyokti Alankar

जहां प्रस्तुत के माध्यम से अप्रस्तुत का अर्थ ध्वनित हो वहां अन्योक्ति अलंकार होता है अर्थात जहां किसी बात को सीधे या प्रत्यक्ष न कहकर अप्रत्यक्ष रूप से कहा जाए, वहां अन्योक्ति अलंकार होता है। आजकल स्कूलों, कॉलेजों और प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी व्याकरण, विशेषकर अलंकारों से जुड़े प्रश्न अवश्य पूछे जाते हैं। इसी कारण यहां अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा और उसका उदाहरण दिया गया है।

अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण

जहां उपमान के बहाने उपमेय का वर्णन किया जाए या कोई बात सीधे न कहकर किसी के सहारे की जाए वहां अन्योक्ति अलंकार होता है। इसका उदाहरण देखें;-

“जिन दिन देखे वे कुसुम, गई सु बीति बहार।
अब, अलि रही गुलाब में, अपट कंटीली डार।।”  

स्पष्टीकरण – अलि के माध्यम से एक ऐसे गुणी व्यक्ति की ओर संकेत किया गया है जिसका आश्रयदाता पत्रहीन शाखा (धनहीन) के गुलाब की तरह रह गया है। अतः यहाँ अन्योक्ति अलंकार है।

अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण

यहां अन्योक्ति अलंकार के आसान उदाहरण दिए गए हैं:-

  1. “माली आवत देखकर कलियन करी पुकार।
    फूले फूले चुन लिए, काल्हि हमारी बार।।”  
  2. “स्वास्थ्य सुकृत न सम वृथा, देखि बिहंग बिचारी।
    बाज पराए पानि परि, तू पच्छी नु न मरि।।” 
  3. “करि फुलेल को आचमन, ,मीठो कहत सराहि,
    रे गंधी मतिमंद तू इतर दिखावत काहि।।” 
  4. कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। 
  5. वे इन इहाँ नागर बड़े दिन आदर तौ आब।
    फुलौ अनफूलौ भयो,गंवई गांव गुलाब।। 
  6. नहि पराग नहिं मधुर मधु
    नहि विकास इहिं काल।
    अली कली ही सों बंध्यों
    आगे कौन हवाल।।  
  7. दस दिन आदर पाइकै, क रिले आपु बखान।
    जौ लगि काग सराध पखु, तौ लगि तव सनमान।।  
  8. काहे री-नलिनी तू कुम्हालिनी, तेरे ही नालि सरोवर पानी।
    जल में उत्पति जल में वास, जल में नलिनी तोर निवास।। 

अन्योक्ति अलंकार से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्न

अन्योक्ति अलंकार से जुड़े कुछ MCQs यहां दिए गए हैं, जिनके माध्यम से आप अपनी तैयारी को परख सकते हैं:-

1. कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है?

(A) प्रतीप अलंकार 
(B) दीपक अलंकार
(C) अन्योक्ति अलंकार
(D) उपमेयोपमा अलंकार 
उत्तर- अन्योक्ति अलंकार

2.वह पूर्ण चाँद उगा है या ज्योति का है मुखडा। में कौनसा अलंकार है?

(A) वीप्सा अलंकार
(B) वक्रोक्ति अलंकार
(C) संदेह अलंकार
(D) परिसंख्या अलंकार 
उत्तर- संदेह अलंकार

3. विहग-विहग फिर चहक उठे ये पुंज-पुंज कल कूजित कर उर का निकुंज चिर सुभग-सुभग। में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है?

(A) पुनरुक्ति अलंकार
(B) वीप्सा अलंकार
(C) यमक अलंकार
(D) संदेह अलंकार 
उत्तर- वीप्सा अलंकार

4. अलंकार को कितने वर्गों में बांटा जा सकता है?

(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
उत्तर- तीन 

5. श्लेष अलंकार में कितने भेद है?

(A) दो
(B) चार
(C) पांच
(D) सात
उत्तर- दो

6. अर्थालंकार के कितने प्रकार होते हैं?

(A) पांच
(B) सात
(C) आठ
(D) दस
उत्तर- पांच

7. मुन्ना तब मम्मी के सर पर देख देख दो चोटी, भाग उठा भय मानकर सिर पर साँपिन लोटी। में कौनसा अलंकार है?

(A) अतिश्योक्ति अलंकार
(B) अनुप्रास अलंकार
(C) वक्रोक्ति अलंकार
(D) भ्रांतिमान अलंकार
उत्तर- भ्रांतिमान अलंकार

FAQs 

अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं?

जहाँ अप्रस्तुत कथन के द्वारा प्रस्तुत अर्थ का बोध कराया जाए वहां अन्योक्ति अलंकार होता है। 

अन्योक्ति अलंकार का उपयोग क्यों किया जाता है?

इसका उपयोग रचनात्मकता, प्रभाव और गहरी सोच को उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। यह रचनाओं को सुंदर और आकर्षक बनाता है और पाठक या श्रोता पर गहरा प्रभाव छोड़ता है।

अन्योक्ति अलंकार का उद्देश्य क्या होता है?

अन्योक्ति अलंकार का उद्देश्य किसी भाव, विशेषता या गुण को अधिक प्रभावी और आकर्षक ढंग से प्रस्तुत करना होता है। यह किसी की विशेषता को दर्शाने के लिए प्रतीकों या रूपकों का उपयोग करता है।

आशा है कि आपको इस ब्लॉग में अन्योक्ति अलंकार से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही हिंदी व्याकरण से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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