जानिए अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

1 minute read
अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ है – किसी काम को करने से मना करना या उसे करने में आनाकानी करना। इस मुहावरे में “अगर” का अर्थ है, “परंतु” या “लेकिन”। जब कोई व्यक्ति किसी काम को करने से मना करता है, तो वह कई तरह के बहाने बनाता है। ऐसे बहाने बनाने को ही “अगर मगर करना” कहा जाता है।

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ क्या है?

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थकिसी काम को करने से मना करना या उसे करने में आनाकानी करना, टालमटोल करना

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ अंग्रेज़ी में 

अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ अंग्रेजी में to make excuses या to procrastinate होता है। 

अगर मगर करना मुहावरे पर आधारित कहानी 

एक गांव में एक लड़का रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन बहुत ही आलसी था। वह हमेशा अगर मगर करता रहता था। अगर उसे कोई काम दिया जाता, तो वह कहता, “अगर मैं समय निकाल पाऊं, तो करूंगा।” अगर उसे कोई मदद मांगी जाती, तो वह कहता, “अगर मैं मन करूं, तो मदद करूंगा।”

एक दिन, मोहन के पिता ने उसे बाजार से सब्जी लाने को कहा। मोहन ने कहा, “अगर समय हो तो लाऊंगा, नहीं तो नहीं लाऊंगा।” पिता ने कहा, “आज शाम को खाना बनाने के लिए सब्जी चाहिए। अगर आज नहीं लाओगे, तो खाना नहीं बनेगा।” मोहन ने कहा, “अगर मन करे तो लाऊंगा, नहीं तो नहीं लाऊंगा।”

शाम को जब मोहन के पिता ने सब्जी मांगी, तो मोहन ने कहा, “मुझे समय नहीं मिला।” पिता ने कहा, “अगर समय नहीं मिला, तो पहले से कह देते।” मोहन ने कहा, “अगर मुझे पता होता कि सब्जी चाहिए होगी, तो मैं समय निकाल लेता।”

मोहन की बात सुनकर पिता को बहुत गुस्सा आया। उन्होंने मोहन को डांट दिया और कहा, “अगर मगर करने से काम नहीं चलेगा। अगर तुम कुछ नहीं करना चाहते, तो साफ़ कह दो।” मोहन ने कहा, “मैं कुछ नहीं करना चाहता।”

मोहन के पिता ने मोहन को घर से निकाल दिया। मोहन को बहुत पछतावा हुआ। मोहन ने अपने पिता से माफी मांगी और कहा कि वह अब से आलसी नहीं होगा। उसने वादा किया कि वह हमेशा अपने काम को पूरा करेगा। 

मोहन ने अपने वादे को पूरा किया। वह अब से हमेशा अपने काम को पूरा करता था। वह अगर मगर नहीं करता था। उसे यह आभास हुआ की अगर मगर करने से अपना और दूसरों का समय ही बर्बाद होता है। 

अगर मगर करना मुहावरे का वाक्य प्रयोग

मुहावरे हमारी भाषा को समृद्ध और प्रभावशाली बनाते हैं। वे हमें अपने विचारों और भावनाओं को अधिक सटीक और संक्षिप्त रूप से व्यक्त करने में मदद करते हैं। इस मुहावरे का प्रयोग अक्सर ऐसे वाक्यों में किया जाता है, जिनमें किसी व्यक्ति के काम करने या न करने को लेकर संदेह या अनिश्चितता व्यक्त की जाती है। “अगर मगर करना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग:

  • अगर तुम मुझे मदद नहीं करना चाहते तो साफ़ कह दो, अगर-मगर करने की क्या ज़रूरत है?
  • वह हमेशा अगर-मगर करता रहता है, इसलिए उसे कोई काम नहीं मिलता।
  • अगर-मगर करने से काम नहीं चलेगा, तुम्हें कुछ तो करना होगा।

अगर मगर करना मुहावरे का वाक्य प्रयोग इन परिस्तिथियों में किया जा सकता है –

  • मोहन के माता-पिता ने उसे बाजार से सब्जी लाने को कहा, तो उसने कहा, “अगर समय हो तो लाऊंगा, नहीं तो नहीं लाऊंगा।”
  • शिक्षक ने छात्र से कहा, “तुम पढ़ाई क्यों नहीं कर रहे हो?” तो छात्र ने कहा, “अगर मन करे तो पढ़ूंगा, नहीं तो नहीं पढ़ूंगा।”
  • पत्नी ने पति से कहा, “तुम घर पर ही रहो, मैं बाहर जा रही हूं।” तो पति ने कहा, “अगर तुम्हारी इच्छा हो तो जाओ, नहीं तो मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगा।” 

FAQs

मुहावरा क्या होता है?

मुहावरा एक प्रकार का वाक्यांश होता है जिसमें शब्दों का अर्थ केवल शब्दों के सामान्य अर्थ से नहीं बल्कि उनके वाक्यिक या भावनात्मक अर्थ से भी लिया जाता है।

मुहावरे का उपयोग क्यों किया जाता है?

मुहावरे का उपयोग भाषा को रिचर और रूचिकर बनाने के लिए किया जाता है। ये भाषा में विविधता और रंग जोड़ने में मदद करते हैं और विशिष्ट समय, स्थिति या भावना को सटीकता से व्यक्त करने में सहायक होते हैं।

कुछ प्रमुख हिंदी मुहावरे क्या हैं?

कुछ प्रमुख हिंदी मुहावरे हैं: अपना खून पसीना बहाना, अपने पैरों पर खड़ा होना, मुह में राम बगल में छुरी, आँखों में धूल झोकना, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, मूर्ख के दिल में दिमाग बसना, अपने मूँह मियाँ मिट्ठू बनना। 

क्या मुहावरे का अर्थ हमेशा एक ही होता है?

नहीं, मुहावरे का अर्थ अक्सर संदर्भानुसार बदल सकता है। यह व्यक्ति की समझ, स्थिति और परिपर्णता पर निर्भर करता है।

उम्मीद है, अगर मगर करना मुहावरे का अर्थ आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*