जातिवाचक संज्ञा, क्रिया, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय में ता, आस, पा, अ, पन, ई, आव, वट, य, हट, त्व आदि वर्ण लगाकर इन्हें भाववाचक संज्ञा में बदला जा सकता हैं। आज के इस ब्लॉग में हम आपको विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना बताएंगे।
विशेषण की परिभाषा
संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। जैसे-
- छोटा लड़का
- मोटा लड़का
- सुंदर चित्र
- ईमानदार व्यक्ति
- लंबा आदमी
- काला साँप
- लाल कपड़ा आदि।
उपयुक्त उदाहरण में प्रयुक्त शब्द ‘छोटा’, ‘मोटा’, ’सुंदर’ आदि शब्द संज्ञा हैं, और ‘लड़का’, ‘चित्र’, ‘व्यक्ति’, ‘सांप’ आदि की विशेषता को बता रहे हैं, अतः यह विशेषण शब्द है।
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा
जिन शब्दों से किसी प्राणी या पदार्थ के गुण भाव स्वभाव के अवस्था का बोध होता है, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं जैसे: मिठास, बुढ़ापा, गरीबी, आजादी, साहस, वीरता, आदि।
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाने के उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
विशेषण | भाववाचक संज्ञा |
अच्छा | अच्छाई |
सुन्दर | सुंदरता |
शीतल | शीतलता |
सफल | सफलता |
कायर | कायरता |
चतुर | चतुरता |
काला | कालापन |
नीला | नीलापन |
लालची | लालच |
शांत | शांति |
भला | भलाई |
सुखद | सुखदायी |
अमीर | अमीरी |
एक | एकता |
क्रोधी | क्रोध |
उम्मीद है कि आपको विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाने का ब्लॉग इंफॉर्मेटिव लगा होगा। हिंदी व्याकरण से जुड़े अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।