क्या आप सोच रहे हैं Vanvas Mein Kaun Sa Samas Hai? तो आपको बता दें कि वनवास में अधिकरण तत्पुरुष समास है। यह जानने से पहले कि क्या होता है, यह जानते हैं कि समास किसे कहते हैं? अलग अर्थ रखने वाले दो शब्दों या पदों (पूर्वपद तथा उत्तरपद) के मेल से बना तीसरा नया शब्द या पद समास या समस्त पद कहलाता है तथा वह प्रक्रिया जिसके द्वारा ‘समस्त पद’ बनता है, समास-प्रक्रिया कही जाती है। वनवास में कौन सा समास है तो आप जान गए हैं, आगे इस इस ब्लॉग में जानेंगे वनवास का समास विग्रह, अधिकरण तत्पुरुष समास क्या होता है और साथ ही अधिकरण तत्पुरुष समास के कुछ अन्य उदाहरण।
Vanvas Mein Kaun Sa Samas Hai?
वनवास में अधिकरण तत्पुरुष समास होता है और इसका अर्थ वन में वास करना होता है।
अधिकरण तत्पुरुष समास क्या होता है?
अधिकरण तत्पुरुष समास में अधिकरण कारक के कारक चिन्ह (में या पर) का लोप होता है। अधिकरण तत्पुरुष समास के उदाहरण इस प्रकार हैं:
- घुड़सवार- घोड़े पर सवार
- हरफनमौला- हर फन में मौला
- नराधम- नरों में अधम
- डिब्बाबन्द- डिब्बे में बंद
- जल-मग्न- जल में मग्न
- ध्यान-मग्न- ध्यान में मग्न
- आत्मविश्वास- शक्ति और योग्यता।
- फलासक्त- फल में सक्त।
वनवास शब्द का समास विग्रह
वनवास शब्द का समास विग्रह वन में वास होता है। इसका उदाहरण है- अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र राम को 14 वर्षों का वनवास दिया गया था।
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उम्मीद है कि Vanvas Mein Kaun Sa Samas Hai आपको समझ आया होगा। यदि आप समास के अन्य प्रश्नों से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो Leverage Edu के साथ बने रहें।