Karta Karak: जानिए कर्ता कारक की परिभाषा, भेद और इसके उदाहरण

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Karta Karak

हिंदी व्याकरण में कारक से परीक्षाओं में अहम सवाल पूछे जाते हैं। यह कम से लेकर बड़े अंकों के रूप में पूछे जाते हैं। कारक में 8 भेद होते हैं, जिनमें कर्ता कारक भी होता है। कर्ता कारक क्या होते हैं और इसके उदाहरण क्या-क्या होते हैं, यह आपको बताया जाएगा। आइए इस ब्लॉग में जानते हैं Karta Karak के बारे में विस्तार से।

कर्ता कारक की परिभाषा

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया के करने वाले का बोध हो, उसे Karta Karak कहते हैं। इसका चिन्ह ’ने’ कभी कर्ता के साथ लगता है, और कभी वाक्य में नहीं होता है, अर्थात लुप्त होता है।

कर्ता कारक के भेद कितने होते हैं?

Karta Karak के 2 भेद होते हैं, जो इस प्रकार हैं:

  1. परसर्ग सहित
  2. परसर्ग रहित

कर्ता कारक के महत्वपूर्ण उदाहरण

  1. रितिका जा रही है।
  2. कर्त्तव्य मंदिर जाएगा।
  3. अखमैद ने पुस्तक पढ़ी।
  4. शाम्यता किताब पढ़ती है।
  5. लक्ष्य गाना गा रहा है।
  6. अजितेश ने रिपोर्ट पढ़ी।
  7. अजित ने स्क्रिप्ट पर काम किया।
  8. शादाब ने रेडियो पर पॉडकास्ट पढ़ी।
  9. जितेश दफ्तर जाने की तैयारी कर रहा है।
  10. समद ने नया गोदाम लिया।

आशा है कि इस ब्लॉग से Karta Karak की जानकारी मिली होगी। हिंदी व्याकरण के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

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