बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी एंड स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी (BASLP) एक 4 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है, जो छात्रों को श्रवण और वाक्-भाषा विकारों की पहचान, निदान और उपचार की विशेषज्ञता प्रदान करता है। इस कोर्स में ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी जैसे विषयों का सैद्धांतिक और व्यावहारिक अध्ययन शामिल होता है। बताना चाहेंगे इस कोर्स में एडमिशन के लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या मैथ्स के साथ न्यूनतम 50% अंक आवश्यक हैं। वहीं एडमिशन प्रोसेस में CUET, IPU CET जैसी एंट्रेंस परीक्षाएं मान्य हैं।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र स्पीच थेरेपिस्ट, ऑडियोलॉजिस्ट, क्लिनिकल सुपरवाइजर या शोधकर्ता जैसे प्रोफेशन अपना सकते हैं। इस लेख में छात्रों के लिए BASLP कोर्स की पूरी जानकारी दी गई है।
This Blog Includes:
| कोर्स | बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी एंड स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी (BASLP) |
| कोर्स लेवल | ग्रेजुएशन |
| कोर्स ड्यूरेशन | 4 वर्ष |
| योग्यता | मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा |
| एडमिशन प्रोसेस | मेरिट और एंट्रेंस |
| एंट्रेंस परीक्षा | CUET और IPU CET |
| भारत में टॉप BASLP कॉलेज | PGIMER, AIISH, IHS, महर्षि मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय, मुलाना |
BASLP कोर्स का स्ट्रक्चर और अवधि
BASLP एक चार वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है, जिसमें 3 वर्ष की अकादमिक स्टडी (थ्योरी, प्रैक्टिकल और क्लिनिकल ट्रेनिंग) और 1 वर्ष की इंटर्नशिप शामिल होती है। यह कोर्स श्रवण विज्ञान (Audiology) और वाक्-भाषा विकृति विज्ञान (Speech-Language Pathology) में विशेषज्ञता प्रदान करता है। इसमें शरीर रचना, संचार विकार, मनोविज्ञान, भाषा विज्ञान और रेडियोलॉजिकल इमेजिंग जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
छात्र क्लीनिकल प्रैक्टिस, प्रैक्टिकल और इंडस्ट्री एक्सपोजर के माध्यम से प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस प्राप्त करते हैं। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को नैतिकता, सहानुभूति और इफेक्टिव कम्युनिकेशन स्किल्स से युक्त प्रोफेशनल बनाना भी है, ताकि वे मरीजों की बेहतर सेवा कर सकें। BASLP छात्रों को उच्च स्वास्थ्य सेवा मानकों के अनुरूप कार्य करने के लिए तैयार करता है और उन्हें हेल्थकेयर सेक्टर में एक सफल करियर की ओर अग्रसर करता है।
BASLP कोर्स के लिए योग्यता
भारत में बीएसएलपी कोर्स के लिए उम्मीदवारों को निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना अनिवार्य होता है:-
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हो।
- अनिवार्य विषय: फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) आवश्यक हैं। कुछ संस्थान मैथ्स (PCMB) को भी स्वीकार करते हैं।
- न्यूनतम अंक: सामान्य वर्ग के लिए 50% कुल अंक; वहीं आरक्षित वर्गों (SC/ST/OBC) को संस्थान के अनुसार छूट मिलती है।
- आयु सीमा: एडमिशन के समय उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
- एडमिशन प्रोसेस: कुछ संस्थान CUET, IPU CET, AIISH एंट्रेंस परीक्षा मैसूर, PGIMER एंट्रेंस परीक्षा या मणिपाल एंट्रेंस परीक्षा (MET) जैसी परीक्षाओं के जरिए और कुछ 12वीं के अंकों के आधार पर एडमिशन देते हैं। एंट्रेंस एग्जाम राज्य और यूनिवर्सिटी के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं।
भारत में टॉप BASLP कॉलेज और विश्वविद्यालय
भारत में कई प्रमुख सरकारी और निजी BASLP कॉलेज हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नैदानिक प्रशिक्षण और शोध के अवसर प्रदान करते हैं, जिसकी सूची इस प्रकार है:-
- सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर
- अखिल भारतीय वाक् एवं श्रवण संस्थान (AIISH), मैसूर
- जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, पुडुचेरी
- इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज़ (IHS), भुवनेश्वर
- राष्ट्रीय वाणी एवं श्रवण संस्थान – तिरुवनंतपुरम
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER), चंडीगढ़
- मणिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE), मणिपाल
- श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (SRIHER), चेन्नई
- जेएसएस इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग, मैसूर
- गुरु गोबिन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- अविनाशीलिंगम महिला गृह विज्ञान एवं उच्च शिक्षा संस्थान, कोयंबटूर
- महर्षि मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय, मुलाना
BASLP कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया
नीचे BASLP कोर्स में एडमिशन प्रोसेस से जुड़ी संक्षिप्त जानकारी दी गई है:-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिससे आप लॉगिन कर सकेंगे।
- लॉगिन करने के बाद BASLP कोर्स का चयन करें और अपनी शैक्षणिक योग्यता, कैटेगरी आदि की जानकारी के साथ एप्लीकेशन फॉर्म भरें।
- एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट करने के बाद, आवश्यक एप्लीकेशन फीस का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम पर आधारित है, तो पहले परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और परीक्षा के बाद रिजल्ट और काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। एग्जाम के अंकों के आधार पर आपका सिलेक्शन किया जाएगा और मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
BASLP कोर्स की फीस और स्कॉलरशिप
BASLP कोर्स की फीस स्ट्रक्चर संस्थान पर निर्भर करता है। सरकारी संस्थानों में फीस अपेक्षाकृत कम होती है, जो लगभग 10,000 से 70,000 हजार रूपये प्रतिवर्ष हो सकती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यह 2 लाख से 13 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर और मेधावी स्टूडेंट्स के लिए राज्य सरकार, केंद्र सरकार और संस्थानों द्वारा विभिन्न स्कॉलरशिप योजनाएं चलाई जाती हैं। स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे स्कॉलशिप पाने के लिए संबंधित कॉलेज या संस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट पर एलिजिबिलिटी को जरूर चेक करें।
यह भी पढ़ें: इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए यूएसए में GMAT के बिना MBA कोर्स की जानकारी
BASLP कोर्स के बाद करियर विकल्प
नीचे BASLP कोर्स के बाद करियर विकल्पों की सूची दी गई है:
- ऑडियोलॉजिस्ट
- स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट
- स्पीच थेरेपिस्ट
- क्लिनिकल सुपरवाइजर
- रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट
- स्पेशल एजुकेटर
- रिसर्चर
- कंसल्टेंट
- प्राइवेट प्रैक्टिशनर
- शैक्षणिक क्षेत्र (लेक्चरर या प्रोफेसर)
- नैदानिक ऑडियोलॉजिस्ट
BASLP कोर्स के बाद क रोजगार के क्षेत्र
बीएसएलपी कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को स्वास्थ्य, पुनर्वास और शिक्षा से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। नीचे BASLP कोर्स के बाद रोजगार के प्रमुख क्षेत्रों की सूची दी गई है:-
- सरकारी और निजी अस्पताल
- रिहैबिलिटेशन सेंटर
- शैक्षणिक संस्थान
- अनुसंधान संस्थान
- कॉलेज और विश्वविद्यालय
- होम हेल्थकेयर सेवाएं
- हियरिंग एड कंपनियां
- निजी या स्वयं का क्लीनिक
- एनजीओ और हेल्थकेयर एनजीओ
- कॉपोरेट सेक्टर
BASLP के बाद हायर स्टडी
BASLP कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं। वे ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी में मास्टर डिग्री (MASLP) जैसे पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन लेकर श्रवण और भाषा विकारों का गहन अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा, वे हियरिंग डिसऑर्डर, स्पीच थेरेपी, न्यूरोजेनिक डिसऑर्डर जैसे विशेष क्षेत्रों में स्पेशलाइजेशन कोर्स भी कर सकते हैं। वहीं, रिसर्च में रुचि रखने वाले छात्र पीएचडी करके शिक्षण, अनुसंधान और क्लिनिकल नेतृत्व की भूमिकाएं अपना सकते हैं।
यह भी पढ़ें: बीएलआईएस कोर्स: योग्यता, सिलेबस, फीस, कॉलेज और करियर स्कोप
विदेशों में BASLP ग्रेजुएट्स के लिए अवसर
BASLP कोर्स पूरा करने के बाद विदेशों में करियर के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं। योग्य ग्रेजुएट्स इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन जैसे ‘अमेरिकन स्पीच-लैंग्वेज-हियरिंग एसोसिएशन’ (USA) या ‘हेल्थ एंड केयर प्रोफेशन्स काउंसिल’ (UK) प्राप्त कर स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट या ऑडियोलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं।
अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूके जैसे देशों में भाषाई और ऑडिटरी रिसर्च में भी संभावनाएं हैं। इन देशों में वर्क वीज़ा और आगे चलकर परमानेंट रेजिडेंसी (PR) के अवसर भी मिलते हैं, खासकर हेल्थकेयर सेक्टर में कुशल पेशेवरों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए।
FAQs
बीएसएलपी कोर्स वाक्-भाषा विकारों के निदान और उपचार में स्नातक स्तर का चार वर्षीय प्रोग्राम है।
बीएएसएलपी का हिंदी में अर्थ है- बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजी।
यह कोर्स चार साल का होता है जिसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल और क्लिनिकल ट्रेनिंग शामिल होती है।
बीएसएलपी कोर्स में एडमिशन 12वीं के अंकों या CUET, IPU CET जैसी प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से होता है।
बीएसएलपी कोर्स पूरा करने के बाद आप ऑडियोलॉजिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट, रिसर्चर, और क्लिनिकल सुपरवाइजर बन सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि इस लेख में आपको BASLP कोर्स की आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही प्रमुख कोर्सेज से संबंधित अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।
One app for all your study abroad needs






60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!
