Anand Yadav Ka Jivan Parichay: प्रख्यात साहित्यकार आनंद यादव का जीवन परिचय

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Anand Yadav Ka Jivan Parichay

Anand Yadav Ka Jivan Parichay: आनंद यादव (Anand Yadav) आधुनिक भारतीय साहित्य के विख्यात साहित्यकार थे जिन्होंने साहित्य की अनेक विधाओं में श्रेष्ठ कृतियों का सृजन किया हैं। वे मुख्यत मराठी भाषा के लेखक थे लेकिन उनकी रचनाओं का कई भारतीय भाषाओं में अनुवाद हुआ हैं। उनके द्वारा रचित उपन्यास ‘झोंबी’ (Zombi) के लिए उन्हें वर्ष 1990 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वहीं ‘जूझ’ (मूलतः मराठी) इनका बहुचर्चित आत्मकथात्मक उपन्यास है, जिसका अनुदित भाग ‘वितान’ (Vitan) पुस्तक में 12वीं कक्षा में पढ़ाया जाता है। 

बता दें कि आनंद यादव की रचनाओं को विद्यालय के अलावा बीए और एमए के सिलेबस में विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता हैं। उनकी कृतियों पर कई शोधग्रंथ लिखे जा चुके हैं। वहीं, बहुत से शोधार्थियों ने उनके साहित्य पर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की हैं।

इसके साथ ही UGC/NET में मराठी विषय से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए आनंद यादव का जीवन परिचय और उनकी रचनाओं का अध्ययन करना आवश्यक हो जाता है। आइए अब हम प्रख्यात साहित्यकार आनंद यादव का जीवन परिचय (Anand Yadav Ka Jivan Parichay) और उनकी साहित्यिक रचनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मूल नाम आनंद रतन यादव
उपनाम आनंद यादव (Anand Yadav) 
जन्म 30 नवंबर, 1935
जन्म स्थान कागल, कोल्हापुर, महाराष्ट्र  
शिक्षा स्नातकोत्तर 
पेशा प्राध्यापक, लेखक, कवि  
साहित्य काल आधुनिक काल 
विधाएँ उपन्यास, कविता, समालोचनात्मक निबंध 
भाषा मराठी, हिंदी 
पुरस्कार साहित्य अकादमी पुरस्कार 
निधन 27 नवंबर, 2016, पुणे 

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुआ जन्म – Anand Yadav Ka Jivan Parichay

विख्यात साहित्यकार आनंद यादव का जन्म 30 नवंबर, 1935 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में कागल नामक गांव में हुआ था। उनका मूल नाम ‘आनंद रतन यादव’ था लेकिन साहित्य जगत में वे ‘आनंद यादव’ नाम से प्रसिद्ध हुए। बताया जाता है कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा महाराष्ट्र में ही हुई थी इसके बाद मराठी और संस्कृत साहित्य में उन्होंने स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। 

पुणे विश्वविद्यालय में रहे कार्यरत 

आनंद यादव शिक्षा के उपरांत कई वर्षों तक ‘पुणे विश्वविद्यालय’ के मराठी विभाग में कार्यरत रहे। इसके साथ ही उनका लेखन कार्य निरंतर जारी रहा। वहीं नौकरी से सेवानिवृत होने के बाद वे पूर्ण रूप से साहित्य सृजन में जुट गए। अब तक उनकी लगभग 25 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। बता दें कि भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित ‘नटरंग’ (मूलतः मराठी) उपन्यास (Natarang) हिंदी पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय रहा। बाद में इस उपन्यास पर मराठी भाषा में ‘नटरंग’ नाम से फिल्म भी बनी जिसका निर्देशन रवि जाधव ने किया था और संगीत अजय-अतुल ने दिया था। 

आनंद यादव की प्रमुख रचनाएं – Anand Yadav Ki Pramukh Rachnaye

आनंद यादव ने आधुनिक साहित्य की अनेक विधाओं में अपनी लेखनी चलाकर मराठी साहित्य को समृद्ध किया था। उपन्यास के अतिरिक्त उन्होंने कविता और समालोचनात्मक निबंध भी लिखे हैं। यहाँ आनंद यादव का जीवन परिचय ( Anand Yadav Ka Jivan Parichay) के साथ ही उनकी संपूर्ण रचनाओं (Anand Yadav Books) के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो कि इस प्रकार हैं:-

प्रमुख रचनाएं

  • काचवेल 
  • झोंबी 
  • नांगरणी
  • भूमिकन्या
  • घरभिंती 
  • कलेचे कातडे 
  • जूझ 

80 वर्ष की आयु में हुआ निधन 

आनंद यादव ने कई दशकों तक आधुनिक साहित्य में श्रेष्ठ रचनाओं का सृजन किया था। वहीं वर्ष 1990 में उनके बहुचर्चित उपन्यास ‘झोंबी’ के लिए उन्हें ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था। उनका 27 नवंबर, 2016 को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। लेकिन आज भी वे अपनी लोकप्रिय रचनाओं के लिए जाने जाते हैं। 

पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय 

यहाँ प्रख्यात साहित्यकार आनंद यादव का जीवन परिचय (Anand Yadav Ka Jivan Parichay) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी भी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-

के.आर. नारायणनडॉ. एपीजे अब्दुल कलाममहात्मा गांधी
पंडित जवाहरलाल नेहरूसुभाष चंद्र बोस बिपिन चंद्र पाल
गोपाल कृष्ण गोखलेलाला लाजपत रायसरदार वल्लभभाई पटेल
चन्द्रधर शर्मा गुलेरी मुंशी प्रेमचंद रामधारी सिंह दिनकर 
सुमित्रानंदन पंतअमरकांत आर.के. नारायण
मृदुला गर्ग अमृता प्रीतम मन्नू भंडारी
मोहन राकेशकृष्ण चंदरउपेन्द्रनाथ अश्क
फणीश्वर नाथ रेणुनिर्मल वर्माउषा प्रियंवदा
हबीब तनवीरमैत्रेयी पुष्पा धर्मवीर भारती
नासिरा शर्माकमलेश्वरशंकर शेष
असग़र वजाहतसर्वेश्वर दयाल सक्सेनाचित्रा मुद्गल
ओमप्रकाश वाल्मीकिश्रीलाल शुक्लरघुवीर सहाय
ज्ञानरंजनगोपालदास नीरजकृष्णा सोबती
रांगेय राघवसच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’माखनलाल चतुर्वेदी 
दुष्यंत कुमारभारतेंदु हरिश्चंद्रसाहिर लुधियानवी
जैनेंद्र कुमारभीष्म साहनीकाशीनाथ सिंह
विष्णु प्रभाकरसआदत हसन मंटोअमृतलाल नागर 
राजिंदर सिंह बेदीहरिशंकर परसाईमुनव्वर राणा
कुँवर नारायणनामवर सिंहनागार्जुन
मलिक मुहम्मद जायसीकर्पूरी ठाकुर केएम करियप्पा
अब्राहम लिंकनरामकृष्ण परमहंसफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
अवतार सिंह संधू ‘पाश’ बाबा आमटेमोरारजी देसाई 
डॉ. जाकिर हुसैनराही मासूम रज़ा रमाबाई अंबेडकर
चौधरी चरण सिंहपीवी नरसिम्हा रावरवींद्रनाथ टैगोर 
आचार्य चतुरसेन शास्त्री मिर्ज़ा ग़ालिब कस्तूरबा गांधी
भवानी प्रसाद मिश्रसोहनलाल द्विवेदी उदय प्रकाश
सुदर्शनऋतुराजफिराक गोरखपुरी 
मैथिलीशरण गुप्तअशोक वाजपेयीजाबिर हुसैन
विष्णु खरे उमाशंकर जोशी आलोक धन्वा 
घनानंद अयोध्या सिंह उपाध्यायबिहारी 
शिवपूजन सहायअमीर खुसरोमधु कांकरिया 
घनश्यामदास बिड़लाकेदारनाथ अग्रवालशकील बदायूंनी
मधुसूदन दासमहापंडित राहुल सांकृत्यायनभुवनेश्वर 
सत्यजित रेशिवप्रसाद मिश्र ‘रुद्र’ भगवती चरण वर्मा
मोतीलाल नेहरू कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ श्री अरबिंदो 

FAQs

आनंद यादव का मूल नाम क्या था?

उनका मूल नाम ‘आनंद रतन यादव’ था। 

आनंद यादव का जन्म कहाँ हुआ था?

उनका जन्म 30 नवंबर, 1935 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में कागल नामक गांव में हुआ था। 

आनंद यादव की रचना जूझ क्या है?

‘जूझ’ आनंद यादव का बहुचर्चित आत्मकथात्मक उपन्यास है। 

आनंद यादव की प्रमुख रचनाएं कौनसी हैं?

जूझ, झोंबी, नांगरणी और भूमिकन्या उनकी प्रमुख रचनाएँ मानी जाती हैं। 

आनंद यादव को किस रचना के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था?

उन्हें ‘झोंबी’ उपन्यास के लिए वर्ष 1990 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।  

आनंद यादव का निधन कब हुआ था?

उनका 27 नवंबर, 2016 को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। 

आशा है कि आपको प्रख्यात साहित्यकार आनंद यादव का जीवन परिचय (Anand Yadav Ka Jivan Parichay) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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