श्वान निद्रा मुहावरे का अर्थ (Shwan Nidra Muhavare Ka Arth) ‘सजग निद्रा या चौकन्ना होकर सोना’ होता है। जब कोई व्यक्ति हल्की सी आवाज़ या हल्की सी हलचल से भी नींद से जाग जाता है, तो इस स्थिति को हम कहते हैं श्वान निद्रा। इस ब्लाॅग में आप इस मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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श्वान निद्रा मुहावरे का अर्थ क्या है?
श्वान निद्रा मुहावरे का हिंदी अर्थ (Shwan Nidra Muhavare Ka Arth) ‘सजग निद्रा या चौकन्ना होकर सोना’ होता है।
श्वान निद्रा मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
श्वान निद्रा मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग (Shwan Nidra Muhavare Ka Arth) इस प्रकार हैं-
- मुकेश इतना सतर्क रहता है कि उसकी नींद श्वान निद्रा जैसी होती है, जरा सी आवाज़ पर ही जाग जाता है।
- गाँव में चोरी की घटनाओं से डरे हुए लोग श्वान निद्रा में सो रहे थे, तभी तो वे किसी भी आहट पर उठ बैठते थे।
- माधव की परीक्षा के दिनों में उसकी माता की नींद श्वान निद्रा हो जाती है, ताकि उसको किसी भी समय जरूरत हो तो वे तुरंत मदद कर सकें।
- सैनिक सदैव श्वान निद्रा में सोते हैं ताकि वे हर समय अलर्ट रह सकें।
- एक विद्यार्थी की नींद हमेशा श्वान निद्रा की तरह होनी चाहिए।
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आशा है कि आपको श्वान निद्रा मुहावरे का अर्थ (Shwan Nidra Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।