Rogi ka Tatsam Shabd – रोगी का तत्सम शब्द क्या होता है?

1 minute read
Rogi ka Tatsam Shabd

तत्सम शब्द वे शब्द होते हैं जो संस्कृत से सीधे उत्पन्न हुए हैं और ये हिंदी भाषा का महत्वपूर्ण अंग हैं। यदि आप छोटी कक्षा में है या सरकारी टीचर बनने की तैयारी कर रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है। आपको बता दें कि विज्ञान, साहित्य, धर्म आदि क्षेत्रों में इनका प्रयोग भाषा को बेहतर बनाने के लिए भी किया जाता है। तत्सम शब्दों की इसी सूची में से एक तत्सम शब्द है – Rogi ka Tatsam Shabd जिसके बारे में यहां दिया गया है।

Rogi ka Tatsam Shabd – रोगी का तत्सम शब्द

रोगी का तत्सम शब्द रुग्ण होता है।  

रोगी का तत्सम शब्दरुग्ण

तत्सम शब्द किसे कहते हैं?

तत्सम शब्द हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाने वाले शब्द होते हैं जो संस्कृत से सीधे उत्पन्न शब्द हैं। इन शब्दों की मूल भाषा संस्कृत होती है। ये वे शब्द हैं जिन्हे संस्कृत भाषा से हिंदी में अपनाया गया है। उदाहरण के लिए बाल का तत्सम शब्द है केश और किताब का तत्सम शब्द पुस्तक है।

यह भी पढ़ें : Tatsam Tadbhav Shabd क्या होते हैं, जानिए परिभाषा, प्रकार और उदाहरण के साथ

तत्सम शब्द के अन्य उदाहरण

तत्सम शब्द के कुछ अन्य उदाहरण नीचे दिए गए हैं:

  • अकाल  
  • उपवन 
  • केन्द्र 
  • ग्राम 
  • ज्ञान
  • तंत्र
  • देव
  • ध्यान
  • परिवार
  • मन्त्र

तत्सम शब्द की पहचान कैसे करें?

तत्सम शब्द की पहचान करने के लिए कुछ साधारण बिंदु नीचे दिए गए हैं –

  • तत्सम शब्द साधारणतः संज्ञा या क्रिया होते हैं। इसलिए, जब आप किसी शब्द को देखते हैं, तो देखें कि यह किस तरह के शब्द के रूप में प्रयोग हो रहा है।
  • यह ध्यान दें कि तत्सम शब्दों का उच्चारण संस्कृत के अनुसार होता है। 
  • तत्सम शब्दों का अर्थ परिवर्तित नहीं होता है अर्थात् तत्सम शब्द का अर्थ जो संस्कृत में होगा वही हिंदी में भी होगा। इसलिए, अगर आप किसी शब्द का अर्थ जानते हैं और वह संस्कृत से लिया गया है, तो वह तत्सम हो सकता है। 
  • तत्सम शब्दों का प्रयोग विशेषतः विदेशी शब्दों या विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संगीत, कला आदि के क्षेत्रों में होता है। यदि आप किसी शब्द को उन क्षेत्रों में उपयोग में देखते हैं, तो वह तत्सम हो सकता है।

तत्सम शब्द और तद्भव शब्द में अंतर

तत्सम और तद्भव शब्दों में मुख्य अंतर यह है कि तत्सम शब्द सीधे संस्कृत से हिंदी में आए होते हैं, जबकि तद्भव शब्द संस्कृत से आए होते हैं, लेकिन उनमें विभिन्न परिवर्तन होता है। कुछ अन्य अंतर नीचे दिए गए हैं:

तत्सम शब्द

  • तत्सम शब्द संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के सीधे हिंदी में आए हैं।
  • इन शब्दों का उच्चारण और अर्थ संस्कृत के अनुसार ही होता है।
  • उदाहरण: धन्यवाद, स्वागत, ज्ञान, स्वर्ग, मन्दिर, दिव्य, ग्राम, प्रदेश।

तद्भव शब्द 

  • तद्भव शब्द हिंदी में संस्कृत के शब्दों से आए होते हैं, लेकिन उनमें कुछ परिवर्तन हो जाता है।
  • इन शब्दों का उच्चारण और अर्थ भारतीय भाषाओं के आधार पर होता है।
  •  उदाहरण: कमरा (संस्कृत: कक्ष), आग (संस्कृत: अग्नि), सूर्य (संस्कृत: सूर्य), चाँद (संस्कृत: चंद्र), शक्ति (संस्कृत: शक्ति)।

संबंधित आर्टिकल

उम्मीद है, Rogi ka Tatsam Shabd आपको पता चल गया है। अन्य तत्सम-तद्भव शब्दों के बारे में जानने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*