नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का अर्थ (Naach Na Jaane Aangan Tedha Muhavare Ka Arth) होता है, जब किसी चीज़ का अवमूल्यन या उसे छोटा करके अपनी अक्षमता को छिपाने की कोशिश करता है, तो हम उसके लिए नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरें का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के जरिये नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और व्याख्या जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है। इसे हम किस तरह से प्रयोग कर सकते हैं नीचे देखें। हम इस लेख में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण मुहावरों को हिंदी वर्णमाला के क्रम में आपको बताएंगे।
नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का अर्थ क्या है?
नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का अर्थ (Naach Na Jaane Aangan Tedha Muhavare Ka Arth) होता है- कार्य नहीं आने पर बहाना बनाना, काम न जानना और बहाना बनाना।
नाच न जाने आँगन टेढ़ा पर व्याख्या
सुमन को मिठाई बनानी नहीं आती लेकिन फिर भी दूसरों की चीज में नुक्श निकलने में तेज है, वो नाच ना जाने आंगन टेढ़ा वाला काम करती है।
नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का वाक्य प्रयोग
- सूरज बहुत आलसी है, उसके लिए जो भी काम होता है वो काम ही नाच न जाने आंगन टेढ़ा है।
- जब मोहित से गण गाने को कहा गया तो उसने कह दिया की तबला वादन ही गड़बड़ है। नाच न जाने आंगन टेढ़ा।
- कंपनी में रिया हर काम को ऐसे दिखती है जैसे उसने ही सब कुछ किया हो, पर उससे एक काम करने को कह दो तो वो वो नहीं कर पाती है, उसका काम सिर्फ नाच न जाने आँगन टेढ़ा वाला ही है ।
- कुछ व्यक्ति काम को इस तरह दिखते हैं जिसे उनको सब कुछ आता है, पर उसको करने में नाच न जाने आँगन टेढ़ा हो जाता है।
उम्मीद है, नाच न जाने आँगन टेढ़ा मुहावरे का अर्थ (Naach Na Jaane Aangan Tedha Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।