घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का अर्थ (Ghar Ka Bhedi Lanka Dhaye Muhavare Ka Arth) होता है, जब कोई व्यक्ति किसी पर बहुत विश्वाश करके कोई बात बताता है और दूसरा व्यक्ति उस बात को तीसरे व्यक्ति से कह देता है। तो इसके लिए हम घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के जरिये हम घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और व्याख्या जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है। इसे हम किस तरह से प्रयोग कर सकते हैं नीचे देखें। हम इस लेख में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण मुहावरों को हिंदी वर्णमाला के क्रम में आपको बताएंगे।
घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का अर्थ क्या है?
घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का अर्थ (Ghar Ka Bhedi Lanka Dhaye Muhavare Ka Arth) होता है- आपसी फूट से हानि होती है।
घर का भेदी लंका ढाए पर व्याख्या
- पैसो के कारण घर के नौकर ने श्याम के बारे में उसके दुश्मन को उसकी कीमती चीजों के बारे में सब बता दिया और उन लोगों ने उसका नुकसान कर दिया। इसे कहते है घर का भेदी लंका ढाए।
घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का वाक्य प्रयोग
- मिंटू और विजय अच्छे मित्र है लेकिन उससे संबंधित सारी बातें वह दूसरों को बता देता है, इसे ही कहते हैं घर का भेदी लंका ढाए।
- अपने ही गिरोह की सारी बातें सुमित पुलिस को देता रहा है। आखिर वह घर का भेदी लंका ढाए वाला काम कर रहा था।
- अपने लालच के लिए बृजेश ने अपने दोस्त के खिलाफ गवाही दे दी, जिससे उसे जेल हो गई। इसे कहते है घर का भेदी लंका ढाए।
- पुलिस ने जैसे ही एक चोर को पकड़ा वैसे ही उसने सारे समूह का नाम उन्हें बता दिया। इसे कहते है घर का भेदी लंका ढाए।
उम्मीद है, घर का भेदी लंका ढाए मुहावरे का अर्थ (Ghar Ka Bhedi Lanka Dhaye Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।