कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और भारत के लिए गर्व का क्षण!
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में एक भारतीय छात्र द्वारा एक प्राचीन समस्या का समाधान किया गया है।
ऋषि राजपोपत, 27 वर्षीय पीएच.डी. कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले भारत के उम्मीदवार ने पाणिनि द्वारा निर्धारित एक नियम का अर्थ निकाला।
पाणिनि का व्याकरण, जिसे अष्टाध्यायी के नाम से भी जाना जाता है, एक एल्गोरिद्म की तरह काम करने वाली प्रणाली पर निर्भर था।
कैम्ब्रिज के रिसर्चर ने पाणिनि की 'भाषा मशीन' में एक नियम को डिकोड किया है जो संस्कृत भाषा का उच्चारण सिखाता है।
नौ महीने तक लगातार प्रयास करने के बाद आखिरकार ऋषि को इसका हल मिल ही गया।
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