उत्तर प्रदेश के जौनपुर का छोटा सा गाँव माधोपट्टी IAS और IPS के गांव के रूप में प्रसिद्ध है।

इस गाँव में 75 परिवार हैं और हर घर के बाहर IAS और IPS की नेम प्लेट लगी हुई है।

गाँव में IAS ऑफिसर बनने का सिलसिला 1914 में मुस्तफा हुसैन ने शुरू किया था।

सूत्रों के अनुसार इस गाँव से अब तक 50 से ज्यादा IAS और IPS अफसर बन चुके हैं। 

इस गाँव की खास बात यह है कि यहां IAS के लिए दूर-दूर तक कोचिंग सेंटर नहीं है। स्टूडेंट्स सेल्फ स्टडी करके ही इस मुकाम तक पहुँच रहें हैं।

माधोपट्टी गाँव के में एक ही परिवार के 4 भाइयों ने IAS परीक्षा पास कर अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। 

माधोपट्टी गाँव की बेटियां और बहुएं भी पीछे नहीं हैं। 1980 में आशा सिंह, 1982 में ऊषा सिंह, 1983 में इंदू सिंह और 1994 में सरिता सिंह आईपीएस चुनी गई थीं।

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